नालंदा में डॉक्टरों की हड़ताल के कारण बच्चे की मौतः सदर अस्पताल में इलाज के लिए डॉक्टर की तलाश में भटकते रहे परिजन, बाइक पर ले जाना पड़ा शव
नालंदा के बिदुपुर गांव निवासी सोनू भारती का बेटा टुगू कुमार (03) गांव के छठ घाट के तालाब में डूबने लगा था। उसे तालाब से निकालकर आनन-फानन में सदर अस्पताल लाया गया। परिजन लगभग आधे घंटे तक अस्पताल में इधर-उधर भटकते रहे, लेकिन कहीं भी उन्हें कोई डॉक्टर नहीं मिला। इमरजेंसी वार्ड से लेकर SNCU तक, हर जगह डॉक्टर हड़ताल के कारण मौजूद नहीं थे। अंत में प्रशिक्षु नर्सों द्वारा जांच के दौरान बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया। बच्चे की मौत के बाद शव वाहन भी नहीं मिल पाया, जिसके कारण परिजनों को अपने बच्चे के शव को
बाइक पर ले जाना पड़ा।
क्या बोले सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र कुमार सिंह ने घटना की जानकारी न होने का हवाला देते हुए जांच का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में व्यस्तता के कारण घटना की जानकारी नहीं मिल पाई, लेकिन शिकायत मिलने पर मामले की गहन जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।