क्राइम

पटना में गैंगस्टर रामजी राय का मर्डर:पूर्व मंत्री के घर के पास मारी गोली, विकास झा गैंग ने कहा- आतंक मिटाने के लिए मारा

पटना के दानापुर में शुक्रवार शाम पूर्व मंत्री इलियास हुसैन के घर के पास गैंगस्टर रामजी राय की गोली मारकर हत्या कर दी गई। रामजी राय पर हत्या, रंगदारी और लूट के 12 मामले दर्ज हैं, इसमें सीतामढ़ी के कल्याण पदाधिकारी की हत्या का आरोप भी शामिल है। रामजी लोकसभा चुनाव में देवेश चंद्र ठाकुर के साथ भी दिखा था।

गैंगस्टर विकास झा उर्फ कालिया गैंग ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है। गैंग के विकास झा के नाम से एक लेटर जारी किया गया है। इसमें लिखा है कि ‘विकास झा जिंदाबाद, मैं प्रवक्ता राज झा कुख्यात अपराधी रामजी राय की हत्या की जिम्मेदारी लेता हूं। उनके आतंक को खत्म करने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया है।’

सीतामढ़ी के पत्रकारों के पास यह लेटर भेजा गया है। विकास झा उर्फ कालिया अभी दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। इसी जेल में लॉरेंस विश्नोई भी बंद है।

रामकुमार उर्फ रामजी राय सीतामढ़ी के विश्वनाथपुर का रहने वाला था। इसी साल 22 जनवरी को उसकी शादी हुई थी। घटनास्थल से 4 खोखे बरामद हुए हैं।

रामजी राय गाड़ी की सर्विसिंग के लिए सगुना मोड़ गया था। गैरेज में गाड़ी लगाकर बाइक से एक युवक के साथ गोला रोड की तरफ जा रहा था। इसी बीच 3 बाइक सवार अपराधियों ने पूर्व मंत्री के घर के पास नया टोला मोड़ पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।

गोली सबसे पहले हेलमेट पर लगी, जिसके बाद वो नीचे गिर गया। फिर अपराधियों ने सिर में गोली मार दी। जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। वारदात के बाद अपराधी हथियार लहराते हुए फरार हो गए। इस बीच मृतक के साथ जो युवक था, वो भी भाग निकला।

पुलिस ने पर्स में मिले नंबर पर कॉल कर परिजनों को घटना की सूचना दी। जानकारी मिलते ही परिजन दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे। शत्रुघ्न राय ने बताया कि ‘मेरे भाई रामजी की शादी इसी साल 22 जनवरी को हुई थी। 4-5 दिन पहले सीतामढ़ी से पटना आया था। ठेकेदारी का काम करता है। आज सुबह बोरिंग रोड स्थित अपनी बहन के घर से फोर व्हीलर लेकर भतीजी का रिपोर्ट लेने सगुना मोड़ गया था। वहां क्या हुआ, मुझे नहीं पता।’
वहीं, दानापुर थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार भारद्वाज ने बताया कि सगुना मोड़ सर्विस लेन में मर्डर की सूचना मिली थी। आधार कार्ड से मृतक की पहचान हुई। सीसीटीवी फुटेज खंगाला जा रहा है। शव को पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडलीय अस्पताल भेज दिया गया है।

रामजी राय का आपराधिक इतिहास

कुख्यात अपराधी संतोष झा के बाद पुलिस की हिट लिस्ट में दूसरे नंबर पर शामिल रह चुके रामजी राय पर हत्या और अपहरण के कुल 12 संगीन मामले दर्ज हैं। रामजी राय अपराध की दुनिया में मुड़कटवा के नाम से जाना जाता था। साल 2008 में चाइल्ड किलर के नाम से अपराध की दुनिया में प्रवेश करने वाले रामजी की दरिंदगी का अंदाजा लगाया जा सकता है कि उसने साइड नहीं देने पर ओवर टेक कर दो आम लोगों की गोली मार कर उनकी खोपड़ी उड़ा दी थी।
रामजी के आपराधिक पृष्ठभूमि पर नजर डालें तो साल-2008 में उसने डुमरा थाना क्षेत्र के सीमरा गांव निवासी भोला साह की नाती का अपहरण कर लिया था। फिरौती की रकम नहीं मिलने पर गर्दन काटकर उसकी हत्या कर दी थी। उसके बाद रसलपुर गांव निवासी राजीव कुमार और खुशबू देवी के बेटे अमनदीप का अपहरण किया। फिरौती की रकम नहीं मिलने पर उसकी भी हत्या कर दी गई।

दोनों की हत्या करने के बाद शव को दफना दिया गया। बाद में अमनदीप के पिता राजीव की भी हत्या कर दी गई। हत्या के मामला में वह पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद साल 2012 में जेल से बाहर आया। कुछ दिनों बाद प्रेम नगर पंचायत के मुखिया पति युगल किशोर प्रसाद पर जानलेवा हमले के मामला में सामने आया। रामकुमार राय उर्फ रामजी राय ने साल 2013 में डीएसपी कार्यालय में तैनात एक चौकीदार की हत्या 60 हजार की सुपारी लेकर कर दी थी।
इस मामले में भी वह दो साल जेल के अंदर रहा और 2015 में जमानत पर छूटा। जेल से छूटने के बाद ही उसने 2015 में सीतामढ़ी के रीगा थाना क्षेत्र से भोजपुरी फिल्म अभिनेता इरफान का अपहरण कर लिया। हालांकि, अभिनेता इरफान अपनी सूझ-बूझ से अपहरणकर्ताओं की चंगुल से छूट कर निकल गया। साल 2016 में सोमल की हत्या में भी उसका नाम सामने आया था।

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