IGIMS के पीजी डॉक्टर ने किया सुसाइड वजह तलाशने में जुटी पुलिस
आत्महत्या मामला पटना

IGIMS के पीजी डॉक्टर ने किया सुसाइड: घर में पंखे से लटका मिला शव, वजह तलाशने में जुटी पुलिस
पटना: आईजीआईएमएस (IGIMS) के रेडियोलॉजी विभाग में सेकंड ईयर के पीजी डॉक्टर आर्यन कुमार ने अपने घर में आत्महत्या कर ली। उनका शव पटना के दीघा थाना क्षेत्र स्थित शिवाजी नगर के घर में किचन के पास पंखे से गमछे के सहारे लटका मिला। शव के पास रसोई की स्लैब पर उनका मोबाइल फोन पड़ा मिला। इस दुखद घटना ने परिवार, दोस्तों और अस्पताल के सहकर्मियों को गहरे सदमे में डाल दिया है।
डॉक्टर आर्यन कुमार
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही दीघा थाना पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर शव को बरामद किया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। फॉरेंसिक साक्ष्य संकलन के लिए #FSL_टीम को बुलाया गया, जिसने घटना स्थल का निरीक्षण कर जरूरी सबूत जुटाए।
पुलिस टीम मौके पर पहुची
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) ने बताया कि मामले की जांच और अग्रिम कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने मृतक का मोबाइल जब्त कर लिया है और कॉल डिटेल व वॉट्सऐप चैट खंगाल रही है।
SDPO लॉ & आर्डर -2 दिनेश कुमार पाण्डेय
परिवार और करियर से जुड़ी जानकारी
डॉ. आर्यन का परिवार एक प्रतिष्ठित और संपन्न परिवार है। उनके पिता रघुनंदन लाल दास रिटायर्ड बैंक अधिकारी हैं, और मां माधवी दास सहरसा जिले के बनगांव में शिक्षिका हैं। मां 31 दिसंबर को रिटायर होने वाली थीं। बड़ी बहन डिंपी डिफेंस में क्लर्क हैं और बहनोई रेलवे में इंजीनियर हैं। चचेरे भाई संजय ने बताया कि आर्यन पढ़ाई में टॉपर और स्वभाव से बेहद शांत और मिलनसार थे। एमबीबीएस के बाद पीजी एंट्रेंस में टॉप कर उन्होंने रेडियोलॉजी विभाग में दाखिला लिया था। परिवार में आर्थिक समस्या जैसी कोई बात नहीं थी। आर्यन जल्द ही माता-पिता के साथ शिवाजी नगर वाले घर में स्थायी रूप से रहने की योजना बना रहे थे।
अंतिम बातचीत और व्यवहार में नहीं दिखे कोई संकेत
सोमवार को आर्यन ने अपनी बड़ी बहन को जन्मदिन की बधाई दी थी और गिफ्ट देने का वादा किया था। चचेरे भाई संजय से भी सोमवार शाम को उनकी बातचीत हुई थी। उन्होंने चचेरे बहनोई की फेफड़ों की समस्या पर चिंता जताई और बेहतर इलाज करवाने की बात कही।
आर्यन के दोस्तों और परिवार ने बताया कि उनके व्यवहार में किसी तरह का तनाव या आत्महत्या का संकेत नहीं था।
पुलिस जांच जारी, कारण अज्ञात
आर्यन का शव मिलने के बाद दीघा थाना पुलिस और एफएसएल टीम ने घटना स्थल से सबूत जुटाए। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने और मोबाइल फोन की जांच के बाद आत्महत्या के कारणों का पता चल सकेगा। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है।
पैत्रिक और वर्तमान निवास
आर्यन का पुश्तैनी घर सुपौल जिले के जगतपुर में है। मां के सहरसा में पोस्टेड होने के कारण परिवार का वहां आना-जाना रहता था। शिवाजी नगर में उनका अपना घर था, लेकिन पढ़ाई और कॉलेज की नजदीकी के कारण वह राजा बाजार में किराए के मकान में रहते थे।
परिवार और सहकर्मी सदमे में
आर्यन के आत्महत्या की खबर ने उनके परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों को गहरे सदमे में डाल दिया है। सहकर्मियों ने बताया कि आर्यन हमेशा शांत और अपने काम में समर्पित रहते थे। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच पूरी होने के बाद ही आत्महत्या के पीछे के कारणों का खुलासा हो सकेगा। यह घटना परिवार और समाज के लिए एक बड़ा झटका है।