
बिहार में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में इंजीनियर के 4 ठिकानों पर विजिलेंस की छापेमारी
बड़ी कार्रवाई, इंजीनियर के 4 ठिकानों पर विजिलेंस का छापा – करोड़ों की संपत्ति अर्जित करने के आरोप में जांच जारी आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में जंग बहादुर सिंह पर गंभीर आरोप, विजिलेंस ने की सघन छापेमारी
Report By : News Era || Date : 16 jan 2025 ||
पटना, 16 जनवरी 2025 – बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड (BSPGCL) के प्रोजेक्ट इंजीनियर जंग बहादुर सिंह के खिलाफ विजिलेंस ने एक बड़ी कार्रवाई की है। उन्हें आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में 16 जनवरी को पटना और बक्सर स्थित उनके 4 ठिकानों पर छापेमारी की गई। यह छापेमारी निगरानी विभाग द्वारा की गई, जो पिछले कुछ समय से जंग बहादुर सिंह की संपत्ति की जांच कर रहा था।
मामला और आरोप:
जंग बहादुर सिंह पर आरोप है कि उन्होंने और उनके परिवार के अन्य सदस्योंने पटना और बक्सर में करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित की है। इन संपत्तियों में भूमि, फ्लैट और अन्य महंगी संपत्तियां शामिल हैं, जो उनके घोषित आय से कहीं अधिक हैं। यह आरोप विशेष रूप से उस समय पर लगाए गए हैं जब इंजीनियर 31 जनवरी 2025 को अपनी सेवा से रिटायर होने वाले थे।
विजिलेंस विभाग के एक गोपनीय सूत्र के अनुसार, इस मामले में जब गहन जांच की गई, तो यह पाया गया कि जंग बहादुर सिंह ने अपनी और अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर विभिन्न संपत्तियां खरीदी हैं, जिनकी कीमत करोड़ों रुपये में आंकी गई है। इन संपत्तियों की खरीदारी के संदर्भ में कोई स्पष्ट स्पष्टीकरण नहीं मिला है, जिसके कारण उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया गया।
निगरानी विभाग की कार्रवाई:
विजिलेंस द्वारा की गई इस छापेमारी में जंग बहादुर सिंह के पटना और बक्सर स्थित चार ठिकानों की सघन तलाशी ली गई। हालांकि, पटना कार्यालय से इस दौरान कोई जब्त करने योग्य सामग्री नहीं मिली, लेकिन तलाशी के दौरान मिली जानकारी के आधार पर विजिलेंस विभाग की जांच को और आगे बढ़ाने की योजना बनाई गई है। विजिलेंस डीएसपी अरुणोदय पांडेय ने इस बारे में बताया कि छापेमारी के दौरान पटना कार्यालय से कोई महत्वपूर्ण दस्तावेज या संपत्ति जब्त नहीं की गई, लेकिन यह सिर्फ एक शुरुआत है और वे इस मामले में और अधिक गहराई से जांच करेंगे।
जांच और कार्रवाई की दिशा:
जंग बहादुर सिंह पर आरोप हैं कि उन्होंने अपनी आय के स्रोतों का स्पष्ट खुलासा नहीं किया और अपनी संपत्ति का सही हिसाब नहीं दिया। निगरानी विभाग की गोपनीय जांच के दौरान यह पाया गया कि उनकी संपत्तियों की कुल कीमत उनकी आय के मुकाबले बहुत अधिक थी, जिससे यह मामला सामने आया। उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में 16 जनवरी 2025 को निगरानी थाना में कांड सं0-03/25 दर्ज किया गया है। यह मामला उन पर किए गए वित्तीय उल्लंघनों की गंभीरता को देखते हुए दर्ज किया गया है।
जंग बहादुर सिंह के रिटायरमेंट के बाद की संभावनाएं:
इंजीनियर जंग बहादुर सिंह जल्द ही 31 जनवरी 2025 को रिटायर होने वाले थे। इस समय से पहले यह कार्रवाई की गई है, ताकि उनकी संपत्तियों और वित्तीय लेन-देन का पूरा पता लगाया जा सके। जंग बहादुर सिंह के खिलाफ इस प्रकार की कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि विजिलेंस विभाग किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताओं के मामलों में शून्य सहिष्णुता अपनाए हुए है।
आगे की रणनीति और संभावित परिणाम:
विजिलेंस विभाग की जांच अभी जारी है और इसमें कई महत्वपूर्ण पहलू सामने आ सकते हैं। विभाग ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। आगामी दिनों में जंग बहादुर सिंह के अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की संभावना जताई जा रही है। साथ ही, उनके द्वारा अर्जित की गई संपत्तियों का पूरा विवरण एकत्र करने के लिए सभी कानूनी रास्ते अपनाए जाएंगे।
विजिलेंस डीएसपी अरुणोदय पांडेय
विजिलेंस डीएसपी अरुणोदय पांडेय ने कहा कि इस मामले में कोई कड़ी कार्रवाई की जाएगी और दोषी पाए जाने पर जंग बहादुर सिंह के खिलाफ कानून के तहत सख्त कदम उठाए जाएंगे।