
50 वारदातों में शामिल और पटना में चेन स्नेचिंग गैंग का भंडाफोड़, 4 गिरफ्तार
पटना में चेन स्नेचिंग गैंग का पर्दाफाश: 50 वारदातों में शामिल 4 आरोपी गिरफ्तार, गैंग का सरगना गुजरात फरार
- पटना पुलिस ने चेन स्नेचिंग गिरोह के 4 अपराधियों को गिरफ्तार किया, 50 से ज्यादा वारदातों में थे शामिल।
- गिरोह के सरगना पिंकेश कुमार ने गुजरात भागकर गिरफ्तारी से बचने की कोशिश की।
- गिरफ्तार आरोपियों में सुजीत कुमार पासवान ने SSC जीडी परीक्षा में 8 लाख खर्च कर स्कॉलर को बिठाया था।
- पुलिस ने 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले और सिविल ड्रेस में तैनात पुलिसकर्मियों की मदद से आरोपियों को पकड़ा।
- आरोपी अपने घर वैशाली से पटना आते थे और चेन स्नेचिंग के बाद रात में वापस लौट जाते थे।
Report By : News Era || Date : 18 jan 2025
पटना में चेन स्नेचिंग के एक बड़े गिरोह के 4 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। ये गिरोह पिछले छह महीनों में पटना के विभिन्न इलाकों में 50 से अधिक चेन स्नेचिंग की वारदातों को अंजाम दे चुका था। पुलिस ने यह सफलता कई महीनों की जांच के बाद प्राप्त की है। गिरफ्तार आरोपियों में सुजीत कुमार पासवान, आनंद कुमार, कुंदन कुमार और अमित कुमार शामिल हैं, जबकि गिरोह का सरगना पिंकेश कुमार गुजरात भाग गया है।
चेन स्नेचिंग का तरीका और गिरोह की योजना
यह गिरोह पटना के प्रमुख इलाकों जैसे कंकड़बाग, शास्त्रीनगर, बाईपास, गांधी मैदान, सचिवालय, गर्दनीबाग, और पत्रकार नगर में सक्रिय था। आरोपियों ने बताया कि वे सुबह-सुबह वैशाली से पटना आते थे और पूरे दिन चेन स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम देने के बाद रात में वापस वैशाली लौट जाते थे। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी अपनी बाइक का नंबर प्लेट बदलकर भाग जाते थे।
पुलिस ने एसके पुरी थाने के तहत 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिनमें सुजीत कुमार का चेहरा और उसकी गाड़ी पहचानी गई। इसके बाद पुलिस ने एक विशेष रणनीति बनाई और आरोपियों को पकड़ने के लिए सिविल ड्रेस में पुलिसकर्मियों को तैनात किया। 16 जनवरी को जब सुजीत एक वारदात को अंजाम देने पहुंचा, तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों का कनेक्शन और आर्थिक तंगी
सुजीत कुमार पासवान ने पुलिस को बताया कि उसने चेन स्नेचिंग की शुरुआत अपनी आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए की थी। वह एक महिला से अफेयर में था और उसकी जरूरतें पूरी करने के लिए यह रास्ता चुना। इसके अलावा, सुजीत ने एक विशेष जानकारी भी दी कि उसने SSC जीडी परीक्षा में 8 लाख रुपये खर्च करके स्कॉलर को बिठाया था, जिससे वह परीक्षा में मेरिट में आया था। सुजीत ने यह भी खुलासा किया कि वह चोरी से मिले पैसों से अपने घर का निर्माण कर रहा था।
सुजीत कुमार के मुताबिक, उसने 2013 में SSC जीडी परीक्षा में सफलता पाई थी, और इसके बदले उसने स्कॉलर को बैठाकर अपना रिजल्ट बेहतर किया था। इसके बाद से ही वह छोटे-छोटे चोरी के मामलों में लिप्त हुआ, जो धीरे-धीरे एक बड़ा अपराध बन गया। वह अब तक कई बार बिहार पुलिस के एग्जाम में भी बैठ चुका था और 10+2 पास होने के साथ-साथ ग्रेजुएशन की पढ़ाई भी कर रहा था।
गिरफ्तारी और पुलिस की कार्रवाई
सुजीत कुमार और उसके साथी शातिर चोरों को पकडऩे के लिए पुलिस ने न सिर्फ सीसीटीवी फुटेज का सहारा लिया, बल्कि खास इलाके में सिविल ड्रेस में पुलिस को तैनात किया था। इसके अलावा, पुलिस ने उनकी बाइक के नंबर प्लेट बदलने की आदत को भी ट्रैक किया, जो पुलिस के लिए सुराग बन गई। अंतत: 16 जनवरी को पुलिस ने सुजीत को यमुना अपार्टमेंट के पास गिरफ्तार कर लिया।
स्नेचिंग का एक्सपर्ट तरीका
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए सुजीत कुमार की विशेषज्ञता की भी चर्चा हो रही है। पुलिस का कहना है कि वह चेन स्नेचिंग को इतना सटीक तरीके से करता था कि सिर्फ दो अंगुलियों से ही चेन झपट लेता था। इसके अलावा, वह अपनी बाइक पर रिंच और अन्य उपकरण लेकर निकलता था और बीच रास्ते में अपने नंबर प्लेट को बदलकर अपराध को अंजाम देता था।
आखिरकार, इन आरोपियों की गिरफ्तारी से यह साबित हुआ कि पुलिस की निरंतर मेहनत और आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल अपराधियों को पकड़ने में सहायक साबित होता है। अब ये आरोपी कानून के दायरे में हैं, और इनसे जुड़ी अन्य जानकारियों के लिए पुलिस द्वारा जांच जारी है।