औरंगाबाद के हसपुरा में अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 4 डिसमिल भूमि हुई मुक्त

Report By: Chitrankan kumar ll Date: 24 Jan 2025
औरंगाबाद के हसपुरा में अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 4 डिसमिल भूमि हुई मुक्त
औरंगाबाद: हसपुरा बाजार स्थित पोस्ट ऑफिस रोड पर शुक्रवार को जिला प्रशासन ने हाई कोर्ट के आदेश के तहत एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। अतिक्रमण कर बनाए गए एक दो मंजिला मकान को ध्वस्त करते हुए लगभग 4 डिसमिल भूमि को मुक्त कराया गया। यह कार्रवाई हसपुरा के सीओ कौशल्या कुमारी के नेतृत्व में भारी पुलिस बल की उपस्थिति में की गई।
अतिक्रमण का मामला
मकान मालिक हरिद्वार नारायण शाही और पड़ोसी राकेश कुमार खत्री के बीच लंबे समय से भूमि विवाद चल रहा था। यह विवाद नाली बहाने और दरवाजे के इस्तेमाल को लेकर शुरू हुआ था, जो धीरे-धीरे अंचल कार्यालय, अनुमंडल कार्यालय, और अंततः हाई कोर्ट तक पहुंच गया।
विवादित भूमि खाता संख्या 138 और 139 के अंतर्गत प्लॉट संख्या 1154, 1144, 1142 और 1114 में आती है। यहां हरिद्वार नारायण शाही ने वर्षों पहले दो मंजिला मकान बनाया था। पड़ोसी राकेश कुमार खत्री ने इस मामले को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद अदालत ने अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया।
सुरक्षा और कार्रवाई की प्रक्रिया
कार्रवाई से पहले प्रशासन ने मकान मालिक को एक सप्ताह पहले नोटिस जारी किया था। शुक्रवार सुबह कार्रवाई के दौरान पूरे क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात किया गया। अंचल कार्यालय और हसपुरा थाना ने मिलकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे।
शुरुआत में एक बुलडोजर से मकान को तोड़ने का काम शुरू किया गया, लेकिन धीमी गति को देखते हुए आधे घंटे बाद एक और बुलडोजर मंगाया गया। दोनों बुलडोजरों ने लगभग 6 घंटे तक लगातार काम किया, जिसके बाद अतिक्रमण पूरी तरह से हटा दिया गया।
प्रशासन का बयान
सीओ कौशल्या कुमारी ने बताया कि यह कार्रवाई अदालत के आदेश के अनुसार की गई। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण के खिलाफ ऐसी सख्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने स्थानीय निवासियों से अपील की कि वे अतिक्रमण से बचें और कानून का पालन करें।
मौके पर मौजूद अधिकारी और कर्मचारी
इस कार्रवाई में सीओ कौशल्या कुमारी के साथ एसआई खुशबू कुमारी, मनोज कुमार, मो. इम्तियाज, अंचल नाजिर प्रियरंजन, हल्का कर्मचारी दिवाकर कुमार सहित दर्जनों पुलिसकर्मी और अंचल कर्मी शामिल थे।
स्थानीय प्रतिक्रिया
इस कार्रवाई के बाद हसपुरा बाजार में चर्चा का माहौल गर्म रहा। स्थानीय लोगों ने इसे प्रशासन की बड़ी कार्रवाई बताया और उम्मीद जताई कि ऐसे कदम से अतिक्रमण पर रोक लगेगी।