बिहार के बाहुबली नेता अनंत सिंह पर 60-70 राउंड फायरिंग
Bihar crime news

बिहार के बाहुबली नेता अनंत सिंह पर 60-70 राउंड फायरिंग, बाल-बाल बचे; इलाके में तनाव
Report By : News Era || Date : 22 Jan 2025 ||
बिहार के मोकामा विधानसभा क्षेत्र के नौरंगा गांव में बुधवार देर शाम बाहुबली नेता और पूर्व विधायक अनंत सिंह पर जानलेवा हमला हुआ। कुख्यात गैंगस्टर भाइयों सोनू और मोनू ने अनंत सिंह पर करीब 60-70 राउंड फायरिंग की। जवाब में अनंत सिंह के समर्थकों ने भी गोलियां चलाईं। हालांकि, घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। इस हमले के बाद गांव में तनाव का माहौल है और पुलिस ने पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया है।
हमले का कारण: दो दिन पुराना विवाद
घटना का कारण दो दिन पहले का एक विवाद बताया जा रहा है। सोनू और मोनू के ईंट भट्ठे पर काम करने वाले मुंशी मुकेश कुमार ने अपने बकाया पैसे मांगे थे। इस पर गैंगस्टर भाइयों ने उनके साथ न केवल मारपीट की, बल्कि उनके घर पर ताला लगाकर उन्हें बाहर कर दिया। जब इस घटना की जानकारी अनंत सिंह को मिली, तो उन्होंने सोमवार को गांव में पहुंचकर इस मामले में पंचायती की और गैंगस्टर भाइयों से मुकेश का ताला खोलने को कहा।
हालांकि, सोनू और मोनू ने अनंत सिंह की बात मानने से इनकार कर दिया। इसके बाद अनंत सिंह बुधवार देर शाम अपने समर्थकों के साथ नौरंगा गांव में दोबारा पहुंचे। उन्हें देखते ही सोनू और मोनू ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। अनंत सिंह और उनके समर्थकों ने भी जवाबी फायरिंग की।
अनंत सिंह बाल-बाल बचे, आरोपी फरार
इस गोलीबारी में अनंत सिंह बाल-बाल बच गए। घटना के तुरंत बाद गैंगस्टर भाई सोनू और मोनू मौके से फरार हो गए। फिलहाल पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है। नौरंगा गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
सोनू और मोनू: इलाके के कुख्यात अपराधी
जलालपुर गांव के रहने वाले गैंगस्टर सोनू और मोनू इलाके के कुख्यात अपराधी हैं। इन पर हत्या, अपहरण, रंगदारी और फिरौती जैसे 12 से ज्यादा संगीन मामले दर्ज हैं। ये दोनों उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की टीम का हिस्सा रह चुके हैं। मोकामा में अनंत सिंह से इनकी पुरानी अदावत चल रही है।
साल 2009 में ट्रेन लूटपाट की घटनाओं के बाद सोनू और मोनू ने अपराध की दुनिया में कदम रखा। इसके बाद से ही वे अपने गांव में अपराध का दरबार लगाने लगे। इनके पास ऐसे लोग अपनी समस्याएं लेकर आते थे, जिनकी सुनवाई सरकारी विभागों में नहीं हो पाती थी। धीरे-धीरे इनकी छवि इलाके में एक मसीहा जैसी बन गई, लेकिन पर्दे के पीछे ये रंगदारी वसूलने, लूटपाट और सुपारी लेकर मर्डर जैसे संगीन अपराध करते रहे।
अनंत सिंह: विवादों और कानून के बीच एक नाम
बाहुबली नेता अनंत सिंह का नाम भी बिहार की राजनीति और अपराध जगत में लंबे समय से चर्चित रहा है। 14 अगस्त 2023 को पटना हाईकोर्ट ने उन्हें AK-47 और बुलेटप्रूफ जैकेट बरामदगी के मामले में बरी कर दिया था। इसके बाद 16 अगस्त को वे जेल से रिहा हुए। जेल से बाहर आने के बाद यह पहला मौका है, जब उन पर जानलेवा हमला हुआ है।
इलाके में दहशत, पुलिस की सख्ती
फायरिंग की घटना के बाद नौरंगा गांव और आसपास के इलाके में दहशत का माहौल है। पुलिस ने गांव को चारों तरफ से घेर लिया है और सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल किए गए हथियारों और आरोपियों के भागने के रूट का पता लगाने के लिए विशेष टीमों का गठन किया है।
ग्रामीणों में भय और आक्रोश
घटना के बाद गांव के लोगों में भय और आक्रोश दोनों देखने को मिल रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सोनू और मोनू लंबे समय से इलाके में आतंक मचा रहे हैं, लेकिन अब तक उनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। लोग चाहते हैं कि पुलिस इस मामले में सख्त कदम उठाए और दोषियों को जल्द गिरफ्तार करे।
सोनू और मोनू पर पुराने मामले
गैंगस्टर भाइयों के खिलाफ मोकामा जीआरपी में कई मामले दर्ज हैं, जिनमें ट्रेन लूटपाट से जुड़े अपराध प्रमुख हैं। पटना के अगमकुआं थाना क्षेत्र में हथियार बरामदगी के मामले में मोनू पहले भी बेउर जेल में सजा काट चुका है। झारखंड से लेकर लखीसराय जिले के कई थानों में इन पर एक दर्जन से ज्यादा संगीन मामले दर्ज हैं।
पुलिस का दावा: जल्द होगी गिरफ्तारी
ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमों को लगाया गया है। जल्द ही सोनू और मोनू को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। घटना की गंभीरता को देखते हुए पूरे इलाके में पुलिस की सतर्कता बढ़ा दी गई है।
इस गोलीबारी की घटना ने एक बार फिर बिहार में अपराध और राजनीति के घालमेल को उजागर कर दिया है। अनंत सिंह पर हुए इस हमले ने इलाके में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।