
गणतंत्र दिवस: विधान ब्लॉक में भव्य आयोजन और सामाजिक संदेश
140 विधानसभा हसनपुर में 26 जनवरी 2025 को विधान ब्लॉक के गुप्ता पैलेस में 74वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर अनेक स्कूलों के विद्यार्थी और शिक्षक उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि इंदु गुप्ता जी ने विद्यार्थियों को मेडल, कॉपी, कलम जैसे पुरस्कार देकर सम्मानित किया और शिक्षा के प्रति उनका उत्साह बढ़ाया।
पुरस्कार देकर सम्मानित
गणमान्य व्यक्तियों का सम्मान
समारोह में आए सभी गणमान्य व्यक्तियों को गमछा देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में संत कुमार यादव, अमरजीत यादव, अमरजीत पासवान, जय जय राम पासवान, सहदेव साहू, मिथलेश साहू, बलराम यादव, अनिरुद्ध यादव, रविंद्र यादव, और Bithan ब्लॉक के सरपंच जैसे विशिष्ट व्यक्तियों की उपस्थिति ने आयोजन की गरिमा को बढ़ाया।
इंदु गुप्ता जी का प्रेरणादायक संबोधन
इंदु गुप्ता जी ने मंच संभालते हुए शिक्षकों, अभिभावकों और उपस्थित लोगों को एक विशेष संदेश दिया। उन्होंने शिक्षकों से निवेदन किया कि वे सप्ताह में कम से कम एक घंटे की अतिरिक्त कक्षा लेकर बच्चों को संविधान और उनके अधिकारों के बारे में शिक्षित करें। उन्होंने माता-पिता से आग्रह किया कि वे अपने घरों में संविधान की पुस्तक खरीदें, उसे स्वयं पढ़ें और बच्चों को भी पढ़ने के लिए प्रेरित करें।
अपने संबोधन में उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि जिस तरह आज हर बच्चा, चाहे उसकी उम्र छोटी हो या बड़ी, एंड्रॉयड मोबाइल चलाने में निपुण हो गया है, उसी प्रकार यदि बच्चों को संविधान पढ़ने और समझने की आदत डाली जाए तो वे अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक बन सकते हैं। उन्होंने इंग्लिश मीडियम स्कूलों का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे वहां बच्चों को इंग्लिश सीखने के लिए घर में इंग्लिश बोलने की सलाह दी जाती है, वैसे ही हमें बच्चों को संविधान की जानकारी देने के लिए घर और स्कूल दोनों स्तरों पर प्रयास करने चाहिए।
गरीबों के लिए कंबल वितरण
गणतंत्र दिवस के इस आयोजन के बाद, इंदु गुप्ता जी ने सोहमा पंचायत का दौरा किया। यहां उन्होंने गरीब और जरूरतमंद लोगों के बीच कंबल वितरित किए। इस सेवा कार्य में क्षेत्र की कई पंचायतों के लोग शामिल हुए और इस पहल का समर्थन किया। ठंड के मौसम में यह कंबल वितरण गरीबों के लिए बड़ी राहत लेकर आया।
गरीबों के लिए कंबल वितरण
गणतंत्र दिवस का संदेश और महत्व
यह आयोजन केवल एक औपचारिकता तक सीमित नहीं रहा, बल्कि समाज को जागरूक करने और सेवा भावना को प्रेरित करने का एक मंच बना। कार्यक्रम ने न केवल विद्यार्थियों को शिक्षा और देशभक्ति के प्रति प्रेरित किया, बल्कि अभिभावकों और समाज के अन्य लोगों को भी संविधान और उनके अधिकारों के महत्व को समझने का संदेश दिया।