
नाम तो प्रगति यात्रा रखे हैं, लेकिन असल में दुर्गति यात्रा है तेजस्वी।
चितरंजन कुमार
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा और तीखा वार किया है। कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद कार्यक्रम के तहत औरंगाबाद आए तेजस्वी यादव ने सोमावार को यहां प्रेसवार्ता में नीतीश कुमार के प्रगति यात्रा को लेकर कहा कि नाम तो प्रगति यात्रा रखे हैं, लेकिन असल में दुर्गति यात्रा है. सुनने में आया था कि मुख्यमंत्री जाएंगे तो लोगों से संवाद करेंगे, जिले के लोगों से मिलेंगे, ग्रामीणों से मिलेंगे, लेकिन वही अधिकारी जो पटना में रहते हैं वही उनके साथ घूम रहे हैं. मीडिया से अगर नीतीश कुमार बात करते हैं तो पीछे से कुर्ता को खींचा जाता है कि बहुत हो गया, चलिए निकलिए. यह बातें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सोमवार को औरंगाबाद शहर के दानी बिगहा स्थित अतिथि गृह में मीडिया से बात चित में कहें हैं। आगे उन्होंने ने कहा कि जिस तरीके से महिलाओं को लेकर मुख्यमंत्री का बयान सामने आया उसने बिहार के लोगों को शर्मसार किये हैं जिस तरीके का बार-बार बयान देते हैं अब ये स्पष्ट हो गया कि वो (नीतीश कुमार) थक चुके हैं. रिटायर्ड अधिकारियों के साथ बिहार चलने वाला नहीं है। इतने पर ही नही रूके। आगे उन्होने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार नही बल्कि साढ़े तीन लोग सरकार चला रहे है। उन्होंने कहा कि सीएम से भी उपर सुपर सीएम है। वह सुपर सीएम डीके बॉस है। हालांकि, उन्होंने डीके बॉस के नाम का खुलासा करने से परहेज किया।
तेजस्वी सीएम पर हमला करने में इतने पर ही नही रूके। आगे उन्होने फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का हेल्थ कार्ड जारी किए जाने की मांग की। कहा कि उम्र के एक पड़ाव पर शारीरिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं आ जाती है। ऐसी समस्याएं नीतीश कुमार के साथ भी है। अब वे सरकार चलाने के लिए फिट नही है। सीएम थक चुके है। थके हुए आदमी और रिटायर्ड अधिकारी से बिहार नही चलने वाला है। बिहार के लोगों ने उन्हे 20 साल मुख्यमंत्री के रूप में देख लिया। एक ही जमीन पर 20 साल तक एक ही ब्रांड का बीज डालने पर जमीन खराब हो जाता है। बिहार में नया बीज डालने की जरूरत है। इस जरूरत को जनता भी पहचान रही है क्योकि अब उनके पास कुछ करने का न तो स्टेमिना है, न विजन और न ही कोई ब्लू प्रिंट है। वें खुद ही कहते है कि अब बिहार में करने को कुछ बचा नही है। मतलब उनके पास कुछ करने की क्षमता ही नही बची है। इसी कारण वें ऐसा बोलते है। कहा कि बिहार के लिए करने के लिए तेजस्वी के पास बहुत कुछ ही नही सब कुछ है। इसीलिए जनता अब नीतीश कुमार को दूर करने वाली है और विधानसभा चुनाव में उनका दूर होना भी तय है। तो वहीं तेजस्वी ने राहुल गांधी के बिहार के जातीय सर्वे पर दिए गए बयान को सही ठहराया। कहा कि राहुल गांधी ने गलत क्या कहा है? जब जातीय सर्वे के आंकड़ों का राज्य सरकार कोई उपयोग ही नही कर रही है। सर्वे की रिपोर्ट को सरकार ने गलत खाते में डाल रखा है तो फिर सर्वे कराने के मायने ही क्या रह गए? राहुल गांधी ने इसी वजह से जातीय सर्वे पर सवाल उठाया है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार में राजद-कांग्रेस का गठबंधन आज भी बरकरार है। यह मिथ्या प्रचार किया जा रहा है कि गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव तक ही था। इस बात को वें सिरे से खारिज करते है। कांग्रेस से हमारा गठबंधन लोकसभा चुनाव से पहले से था, आज भी है और विधानसभा चुनाव में भी रहेगा। इसमें किंतु-परंतु की कही कोई गुंजाइश नही है। वहीं तेजस्वी ने औरंगाबाद जिले के ओबरा थाना के बेल और मदनपुर थाना के सढ़ैल में गांव में हुई मॉबलीचिंग की घटनाओं को लेकर राजद द्वारा पीड़ितों के आंसू पोंछने नही जाने के सवाल पर अपनी ही पार्टी के नेताओं को नसीहत दी। कहा कि दोनों ही घटनाएं बेहद निंदनीय है। किसी भी घटना में जाति नही देखनी चाहिए। राजद सभी जातियों ए टू जेड की पार्टी है। इस नाते हमारी पार्टी के एमपी-एमएलए और अन्य सभी नेताओं को दोनों घटनाओं को लेकर पीड़ितों के गांव जाने चाहिए। पीड़ित परिवार के आंसू पोंछने चाहिए। शीघ्र ही हमारी पार्टी के नेता पीड़ितों से उनके गांव जाकर मिलेंगे और उन्हे न्याय दिलाने का काम करेंगे। प्रेसवार्ता में पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. कांति सिंह, जहानाबाद के सांसद व राजद के औरंगाबाद संगठन प्रभारी सुरेंद्र यादव, औरंगाबाद के सांसद अभय कुमार सिंहा उर्फ अभय कुशवाहा, रफीगंज के विधायक मो. नेहालुद्दीन, नबीनगर के विधायक विजय कुमार सिंह उर्फ डबल्यू सिंह, गोह के विधायक भीम कुमार सिंह, पूर्व मंत्री व राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. सुरेश पासवान एवं औरंगाबाद जिलाध्यक्ष अमरेंद्र कुशवाहा आदि राजद नेता मौजूद रहे।