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शिवदीप लांडे का इस्तीफा मंजूर

प्रशासनिक न्यूज़

शिवदीप लांडे का इस्तीफा मंजूर

बिहार में ‘सिंघम’ नाम से मशहूर 2006 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी शिवदीप लांडे का इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंजूर कर लिया है। राष्ट्रपति भवन ने इस संबंध में आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। शिवदीप लांडे ने करीब चार महीने पहले पुलिस सेवा से इस्तीफा दिया था, जिसकी स्वीकृति अब आ गई है।

बिहार को दी 18 वर्षों तक सेवाएं

शिवदीप लांडे ने अपने इस्तीफे की जानकारी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए साझा की थी। उन्होंने फेसबुक पर लिखा, “मेरे प्रिय बिहार, पिछले 18 वर्षों तक सरकारी पद पर सेवाएं देने के बाद मैंने आज इस पद से इस्तीफा दे दिया है। अगर मुझसे बतौर सरकारी सेवक कोई त्रुटि हुई हो तो मैं उसके लिए क्षमाप्रार्थी हूं। मैं बिहार में ही रहूंगा और आगे भी बिहार मेरी कर्मभूमि रहेगा। जय हिंद।”

लांडे को हाल ही में तिरहुत रेंज से हटाकर पूर्णिया का आईजी बनाया गया था। हालांकि, इस नई जिम्मेदारी के मात्र दो हफ्ते बाद ही उन्होंने सेवा से त्यागपत्र दे दिया था।

दुपट्टा ओढ़कर घूसखोर पुलिसकर्मी को पकड़ा

शिवदीप लांडे के चर्चित किस्सों में 2015 का एक मामला प्रमुख है, जब उन्होंने फिल्मी अंदाज में घूसखोर पुलिसकर्मी को रंगे हाथ पकड़ा। घटना उस समय की है जब वह पटना में एसपी के पद पर तैनात थे। उन्हें सूचना मिली कि यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर सर्वचंद पटना के दो व्यापारी भाइयों से पुराने केस को खत्म करने के लिए रिश्वत मांग रहे हैं। शिकायत मिलने पर शिवदीप ने भेष बदलकर सिर पर दुपट्टा ओढ़ा और डाक बंगला चौराहे पर पहुंचे। जैसे ही सर्वचंद ने घूस का पैसा लेने की कोशिश की, शिवदीप ने उन्हें मौके पर गिरफ्तार कर लिया।

पहली पोस्टिंग मुंगेर के नक्सल क्षेत्र में

शिवदीप लांडे मूल रूप से महाराष्ट्र के अकोला जिले के परसा गांव के रहने वाले हैं। उनकी पहली पोस्टिंग बिहार के मुंगेर जिले के नक्सल प्रभावित जमालपुर क्षेत्र में हुई थी। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने मुंगेर, पटना, अररिया और पूर्णिया जैसे जिलों में बतौर एसपी कई चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारियां संभालीं।

मुंगेर में तैनाती के दौरान शिवदीप ने नक्सल प्रभावित इलाकों में अपराध और उग्रवादी गतिविधियों को रोकने के लिए प्रभावी अभियान चलाए। वहीं, पटना में उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी और युवाओं के बीच नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाए।

लोकप्रियता का कारण

शिवदीप लांडे की लोकप्रियता का कारण उनकी सख्त कार्रवाई और आम लोगों से सीधा जुड़ाव था। पटना में तैनाती के दौरान उन्होंने महिलाओं के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया, जिससे कई महिलाएं सुरक्षा संबंधी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकीं। इसके अलावा, उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता के जरिए जनता की समस्याओं का तुरंत समाधान किया।

निजी जीवन

शिवदीप लांडे की शादी 2014 में ममता शिवतारे से हुई, जो महाराष्ट्र के प्रभावशाली नेता और शिंदे गुट के सदस्य विजय शिवतारे की बेटी हैं।

बिहार की जनता के दिलों में खास जगह

शिवदीप लांडे ने अपने सख्त और ईमानदार छवि से बिहार की जनता के बीच खास जगह बनाई। उनके जाने से पुलिस महकमे और आम लोगों के बीच एक बड़ी कमी महसूस की जाएगी। हालांकि, उन्होंने अपने इस्तीफे के बाद यह स्पष्ट किया कि वह बिहार को नहीं छोड़ेंगे और यहीं रहकर समाज सेवा करेंगे।

शिवदीप लांडे का इस्तीफा निश्चित रूप से बिहार पुलिस के लिए एक बड़ा बदलाव है। उनकी 18 साल की सेवा ने बिहार के प्रशासनिक और सामाजिक ताने-बाने को गहराई से प्रभावित किया।

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