औरंगाबाद में ब्रेन हेमरेज से पीटीसी कांस्टेबल जवान की मौत
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औरंगाबाद में ब्रेन हेमरेज से पीटीसी कांस्टेबल जवान की मौत
Report By : Chitranjan Kumar (News Era, Aurangabad) || Date : 22 Feb 2025 ||
औरंगाबाद शहर के करमा रोड स्थित एक किराए के मकान में रह रहे 44 वर्षीय पीटीसी कांस्टेबल रणवीर कुमार की ब्रेन हेमरेज के कारण मृत्यु हो गई। यह घटना शुक्रवार की रात की बताई जा रही है। रणवीर कुमार मुजफ्फरपुर जिले के अहियापुर थाना क्षेत्र के जीरो माइल गांव के निवासी थे और उनके पिता का नाम रामचंद्र महतो था। वे 2020 से औरंगाबाद में तैनात थे और हाल ही में बक्सर के डुमरांव से ट्रेनिंग पूरी कर पुलिस लाइन में कार्यरत थे। जल्द ही उनका प्रमोशन भी होने वाला था, लेकिन इससे पहले ही उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।
घटना का पूरा विवरण
शुक्रवार की शाम रणवीर कुमार ने अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद अपने कमरे में विश्राम करने चले गए। देर रात अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। उन्होंने पास के कमरे में रहने वाले अपने सहकर्मियों को इस बारे में सूचना दी, जिसके बाद तुरंत उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया। वहाँ से डॉक्टरों ने उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए रेफर कर दिया। जब उन्हें गया ले जाया जा रहा था, उसी दौरान अस्पताल परिसर से निकलने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
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घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों को सूचित किया गया। शनिवार की दोपहर मृतक के ससुर नेपाल के जलेश्वर निवासी लाल चौधरी और अन्य परिजन सदर अस्पताल पहुंचे। शव देखते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। वहीं, पोस्टमार्टम को लेकर परिजनों और नगर थाना व पुलिस लाइन के पुलिसकर्मियों के बीच बहस छिड़ गई। परिजन इलाज कराने की मांग कर रहे थे, जबकि पुलिस प्रशासन शव का पोस्टमार्टम कराने पर जोर दे रहा था। इस दौरान परिजनों और पुलिसकर्मियों के बीच हल्की धक्का-मुक्की भी हुई। परिजनों को विश्वास नहीं हो रहा था कि रणवीर अब इस दुनिया में नहीं रहे।
अंततः मृतक के ससुर लाल चौधरी की जिद के कारण पोस्टमार्टम कराने का निर्णय लिया गया। नगर थाना पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी करवाई और फिर परिजनों को सौंप दिया। इस दौरान पुलिस महकमे में भी शोक की लहर दौड़ गई। उनके सहकर्मियों ने बताया कि रणवीर कुमार अपनी ड्यूटी के प्रति समर्पित और अनुशासनप्रिय व्यक्ति थे। उनके निधन से पुलिस महकमे को एक अपूरणीय क्षति हुई है।
परिवार पर दुखों का पहाड़
रणवीर कुमार के परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटा और एक बेटी हैं। उनकी असमय मृत्यु से परिवार पूरी तरह सदमे में है और गाँव में मातम का माहौल व्याप्त है। रणवीर कुमार की पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों ने बताया कि रणवीर कुमार अपनी नई जिम्मेदारियों को लेकर उत्साहित थे और जल्द ही उनका प्रमोशन होने वाला था, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था।
परिजनों ने सरकार और पुलिस प्रशासन से उचित मुआवजे और परिवार को आर्थिक सहायता की मांग की है, जिससे उनके परिवार को भविष्य में आर्थिक कठिनाइयों का सामना न करना पड़े। वहीं, इस दुखद घटना के बाद कई पुलिस कर्मियों और उनके परिवारों ने पुलिस डिपार्टमेंट से जवानों के स्वास्थ्य और तनावपूर्ण परिस्थितियों को लेकर बेहतर सुविधाएं देने की मांग की है।
पुलिस महकमे में शोक
रणवीर कुमार की मौत से औरंगाबाद पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके सहकर्मियों ने बताया कि वे कर्तव्यनिष्ठ, ईमानदार और अनुशासित अधिकारी थे। उनके असमय निधन से पुलिस विभाग ने एक होनहार जवान को खो दिया है।
इस दुखद घटना ने पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों के समक्ष स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी और तनावपूर्ण कार्य परिस्थितियों को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकार और प्रशासन को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।