
औरंगाबाद में युवक की गोली मारकर हत्या, परिजनों में मातम
सारांश :
औरंगाबाद जिले के रफीगंज में अपराधियों ने 25 वर्षीय गोविंद कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी। परिजन उसे बचाने के लिए अस्पताल दर अस्पताल भटकते रहे, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना से गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है।
मुख्य बिंदु:
- रफीगंज के हाजीपुर गोला बाजार में गोली मारकर हत्या।
- मृतक की पहचान लभरी गांव निवासी गोविंद कुमार के रूप में।
- परिजन उसे बचाने के लिए कई अस्पताल ले गए, लेकिन मौत हो गई।
- पुलिस जांच में जुटी, हत्यारों की तलाश जारी।
- गांव में मातम और आक्रोश का माहौल।
Report BY : Chitranjan Kumar (News Era, Aurangabad) || Date : 20 Feb 2025 ||
औरंगाबाद जिले के रफीगंज में बुधवार की रात अपराधियों ने एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। यह दर्दनाक घटना रफीगंज प्रखंड के हाजीपुर गोला बाजार के समीप घटी। मृतक की पहचान रफीगंज थाना क्षेत्र के लभरी गांव निवासी राजेंद्र चौधरी के पुत्र 25 वर्षीय गोविंद कुमार के रूप में हुई है। इस घटना के बाद से मृतक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है और गांव में शोक का माहौल बना हुआ है।
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घटना का विवरण
परिजनों के अनुसार, बुधवार की शाम गोविंद अपने घर पर था और करीब 7:30 बजे बाजार जाने के लिए निकला था। कुछ समय बाद खबर मिली कि अपराधियों ने उसे गोली मार दी है। जब परिजन और स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे, तो देखा कि गोविंद खून से लथपथ पड़ा हुआ था। स्थानीय लोगों की भारी भीड़ घटनास्थल पर जमा हो गई। आनन-फानन में परिजनों ने स्थानीय लोगों की मदद से उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, रफीगंज पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति को देखते हुए सदर अस्पताल रेफर कर दिया।
सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने भी उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे मगध मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, गया रेफर कर दिया। वहां उपचार के दौरान जब स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ, तो डॉक्टरों ने उसे उच्च चिकित्सा केंद्र में भेजने की सलाह दी। परिजन गोविंद को लेकर पटना जा रहे थे, लेकिन अस्पताल परिसर में ही उसने दम तोड़ दिया।
हत्या की गुत्थी और पुलिस जांच
मृतक के परिजन बताते हैं कि गोविंद को दो गोली मारी गई थी—एक सीने में और दूसरी कमर में। उन्होंने शक जताया है कि पास के ही गांव के किसी व्यक्ति ने इस घटना को अंजाम दिया है। हालांकि, हत्या के पीछे का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। परिजनों का कहना है कि गोविंद की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, जिससे यह घटना और भी रहस्यमय हो जाती है।
मृतक के भाई आशीष कुमार ने रफीगंज थाना में आवेदन देकर पुलिस को पूरी जानकारी दी है। पुलिस थानाध्यक्ष ने बताया कि मामला संदेह के घेरे में है और हर पहलू से जांच की जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
गोविंद कुमार अपने पांच भाइयों में चौथे नंबर पर था और घर पर ही रहकर खेती-बाड़ी करता था। उसके पिता राजेंद्र चौधरी जिला भविष्य निधि कार्यालय में कर्मचारी के रूप में कार्यरत हैं और वर्तमान में उनकी ड्यूटी कुटुंबा ब्लॉक में लगी है। गोविंद की असमय मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। माता-पिता और भाई-बहन का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में शोक की लहर दौड़ गई है और हर कोई इस घटना से स्तब्ध है।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर क्षेत्र में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। खुलेआम अपराधियों द्वारा हत्या की वारदात को अंजाम देना प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाता है। स्थानीय लोग प्रशासन से अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ने और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
पुलिस लगातार जांच में जुटी हुई है और जल्द ही इस मामले में बड़ा खुलासा होने की संभावना है। लेकिन जब तक अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक मृतक के परिजनों को न्याय मिलने की उम्मीद अधूरी बनी रहेगी।