
बिहार में मैट्रिक परीक्षा की शुरुआत, पहले दिन हिंदी एवं भाषा विषय की परीक्षा
27 हजार से अधिक छात्र भाग ले रहे हैं, परीक्षा केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और सख्त दिशा-निर्देश लागू
Report By : Rupesh Kumar Dubey ( News Era, Kaimur ) || Date : 17 Feb 2025 ||
आज से बिहार बोर्ड की 10वीं (मैट्रिक) परीक्षा का आयोजन शुरू हो गया है। इस परीक्षा में करीब 27 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल हो रहे हैं, जो पूरे राज्य में विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर अपनी परीक्षा देंगे। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) द्वारा आयोजित की जा रही इस परीक्षा में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी के इंतजाम किए गए हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि परीक्षा का माहौल शांतिपूर्ण और नकलमुक्त रहे।
परीक्षा केंद्रों की संख्या और सुरक्षा इंतजाम
बिहार बोर्ड ने इस वर्ष परीक्षा के लिए विभिन्न जिलों में 28 से अधिक परीक्षा केंद्र बनाए हैं। इन केंद्रों में से 17 केंद्र भभुआ जिला मुख्यालय में स्थित हैं, जबकि 11 केंद्र मोहनिया अनुमंडल में बनाए गए हैं। इन सभी केंद्रों पर छात्रों की सुरक्षा और अनुशासन बनाए रखने के लिए अधिकारियों ने कड़े कदम उठाए हैं। परीक्षा के दौरान छात्रों की गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और हर केंद्र पर पुलिस बल तैनात किया गया है। इसके अलावा, सुरक्षा के लिए पुलिस के साथ-साथ अतिरिक्त कर्मचारियों को भी केंद्रों पर तैनात किया गया है, ताकि कोई भी अनुशासनहीनता न हो।
पहले दिन का पेपर: हिंदी और अन्य भाषाएँ
बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा का पहला पेपर हिंदी और अन्य भाषा विषयों का था। इस पेपर में हिंदी, उर्दू, बांग्ला और मैथिली जैसी भाषाओं के पेपर शामिल थे, जिससे छात्रों को अपनी मातृभाषा में अपनी क्षमताओं को साबित करने का अवसर मिला। यह परीक्षा दो पालियों में आयोजित की जा रही है। पहली पाली सुबह 9:30 बजे से 12:45 बजे तक आयोजित हुई, जबकि दूसरी पाली दोपहर 2 बजे से शाम 5:15 बजे तक होगी। दूसरी पाली में 27,500 से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे।
परीक्षा के दौरान पालन करने योग्य दिशा-निर्देश
बिहार बोर्ड ने परीक्षा के दौरान छात्रों के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य होगा। छात्रों को परीक्षा केंद्रों पर समय से पहले पहुंचने के लिए कहा गया है। छात्रों को केवल कुछ जरूरी सामग्री जैसे परीक्षा प्रवेश पत्र, ब्लैक या ब्लू बॉल पेन, एडमिट कार्ड, और एक पानी की बोतल लाने की अनुमति दी गई है। साथ ही, बोर्ड ने इस बात पर भी जोर दिया है कि परीक्षा केंद्रों में मोबाइल फोन, कैलकुलेटर, स्मार्ट वॉच और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को लाने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध है। अगर किसी छात्र के पास इन वस्तुओं में से कोई चीज पाई जाती है तो उसे परीक्षा से बाहर किया जा सकता है।
सख्त निगरानी और नकलमुक्त परीक्षा
इस बार बिहार बोर्ड ने परीक्षा को नकलमुक्त बनाने के लिए कड़े उपाय किए हैं। सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से छात्रों की गतिविधियों की निगरानी की जा रही है। बोर्ड ने इस बार परीक्षा को पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए अतिरिक्त सुरक्षात्मक कदम उठाए हैं। इसके साथ ही, छात्रों के लिए भी यह एक कड़ा संदेश है कि किसी भी प्रकार की नकल या अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। परीक्षा के दौरान छात्रों के अलावा सभी परीक्षा केंद्रों पर काम करने वाले कर्मचारियों की गतिविधियों पर भी कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
छात्रों से अपील
बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जो उनके भविष्य की दिशा तय करेगा। ऐसे में छात्रों से अपील की जाती है कि वे पूरी ईमानदारी से परीक्षा में भाग लें और किसी भी प्रकार की नकल से दूर रहें। यह परीक्षा छात्रों के लिए एक अवसर है अपनी मेहनत और ज्ञान को साबित करने का, और बोर्ड के द्वारा सुनिश्चित किए गए नियमों का पालन करके वे सफलता की ओर बढ़ सकते हैं।
छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे परीक्षा केंद्रों में जाने से पहले सुनिश्चित कर लें कि उन्होंने सभी आवश्यक दस्तावेज़ और सामान साथ लिया है, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। इसके अलावा, छात्र-छात्राओं को समय से पहले परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने की सलाह दी जाती है, ताकि वे किसी भी प्रकार की देरी से बच सकें।
शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और भविष्य की दिशा
इस परीक्षा के आयोजन के माध्यम से यह भी स्पष्ट होता है कि बिहार सरकार और शिक्षा विभाग शिक्षा के स्तर को सुधारने और छात्रों को बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। बिहार बोर्ड के द्वारा किए गए कड़े कदम और दिशा-निर्देश यह दर्शाते हैं कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए तत्पर है। छात्र-छात्राएं इस अवसर का सही उपयोग करें और अपनी मेहनत से अच्छे परिणाम हासिल करें।
इस बार की परीक्षा में छात्रों को पूरा विश्वास है कि वे अच्छे अंक प्राप्त करेंगे और अपने भविष्य की दिशा को बेहतर बना सकेंगे। बोर्ड की तरफ से यह प्रयास किया जा रहा है कि परीक्षा का आयोजन सुचारू रूप से हो, जिससे छात्रों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
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