चार दिनों से लापता नाबालिग का शव बरामद, गांव में आक्रोश
Aurangabad Crime News

चार दिनों से लापता नाबालिग का शव बरामद, गांव में आक्रोश
संक्षिप्त न्यूज़
औरंगाबाद जिले के एरका गांव में 12 वर्षीय अंकित कुमार की गला रेतकर हत्या कर दी गई। उसका शव घर से 500 मीटर दूर खेत में मिला। परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया और दो लोगों पर हत्या की आशंका जताई। आक्रोशित ग्रामीणों ने एनएच-139 जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस जांच में जुटी है।
Report By : Chitranjan Kumar (News Era, Aurangabad ) || Date : 26 Feb 2025 ||
औरंगाबाद जिले के कुटुंबा थाना क्षेत्र अंतर्गत एरका गांव में एक नाबालिग की गला रेतकर हत्या कर दी गई। 12 वर्षीय अंकित कुमार पिछले चार दिनों से लापता था। बुधवार सुबह उसका शव घर से महज 500 मीटर की दूरी पर स्थित खेत से बरामद हुआ। इस घटना से पूरे गांव में सनसनी फैल गई। मृतक के परिवार और ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है।
लापता होने के बाद से ही परिजन थे परेशान
अंकित कुमार एरका गांव के जिम्मदार पासवान का बेटा था और गांव के सरकारी स्कूल में सातवीं कक्षा का छात्र था। परिवार के अनुसार, अंकित रविवार की शाम गांव से कुछ दूरी पर स्थित एरका कॉलोनी के पास ठेले पर समोसा खाने गया था। जब वह रात 8 बजे तक घर नहीं लौटा, तो परिजनों को चिंता हुई। परिवार और ग्रामीणों ने रातभर उसकी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। सोमवार को परिजनों ने कुटुंबा थाना पुलिस को सूचना दी, लेकिन उनका आरोप है कि पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया और कोई कार्रवाई नहीं की।
खेत में मिला शव, गांव में मचा कोहराम
बुधवार सुबह गांव के ही अभय कुमार खेत की ओर गए, तो उन्होंने अंकित का शव देखा। उन्होंने तत्काल इसकी जानकारी परिजनों को दी। खबर सुनते ही परिजन और ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंच गए। इस दर्दनाक घटना से पूरे गांव में मातम पसर गया। सूचना पाकर कुटुंबा थानाध्यक्ष अक्षयवार सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेजने की प्रक्रिया शुरू की।
गुस्साए ग्रामीणों ने किया सड़क जाम
जब पुलिस अंकित के शव को ऑटो में रखकर पोस्टमार्टम के लिए ले जाने लगी, तो गुस्साए ग्रामीणों ने विरोध करते हुए एनएच-139 पर सड़क जाम कर दिया। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की। स्थिति को संभालने के लिए अंबा थानाध्यक्ष राहुल राज और सिमरा थानाध्यक्ष आकाश कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को शांत करने की कोशिश की। काफी समझाने-बुझाने के बाद ग्रामीणों ने जाम हटाया।
मां ने दो लोगों पर लगाया हत्या का आरोप
मृतक की मां कमला देवी ने बताया कि गांव के दो लोगों के साथ उनका पहले से विवाद चल रहा था। उन्हीं लोगों ने मेरे बेटे की हत्या की है। उन्होंने कहा, “अगर उन्हें मुझसे दुश्मनी थी, तो मुझसे लड़ते, मेरे बेटे के साथ ऐसा क्यों किया?” जब उनसे पूछा गया कि किससे दुश्मनी थी, तो उन्होंने दो लोगों का नाम लिया – अशोक पासवान और जगदीश राम।
कमला देवी ने बताया कि 15-20 दिन पहले उनके बेटे अंकित का जगदीश राम से झगड़ा हुआ था। उन्होंने आशंका जताई कि इसी विवाद के चलते उनके बेटे का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई। उनका कहना है कि अगर पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की होती, तो शायद उनके बेटे की जान बच सकती थी।
परिजनों ने पुलिस पर लगाया लापरवाही का आरोप
परिजनों और ग्रामीणों ने कुटुंबा थानाध्यक्ष अक्षयवार सिंह पर लापरवाही का आरोप लगाया। उनका कहना है कि अगर पुलिस ने अंकित के लापता होने के बाद तुरंत कार्रवाई की होती, तो शायद उसकी जान बच जाती।
पुलिस ने शुरू की जांच, जल्द होगी कार्रवाई
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश जारी है। अधिकारियों का कहना है कि दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गांव में दहशत का माहौल
इस निर्मम हत्या के बाद से गांव में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं से उनका भय बढ़ गया है और वे चाहते हैं कि अपराधियों को कड़ी सजा मिले ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
न्याय की मांग
अंकित के परिजन और ग्रामीण सरकार से मांग कर रहे हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिले।
यह दर्दनाक घटना पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े करती है। अंकित के परिवार का दर्द और गांववालों की नाराजगी यह दर्शाती है कि समय पर कार्रवाई न होने से मासूमों की जान जा रही है। अब देखना यह होगा कि पुलिस प्रशासन इस मामले में कितनी जल्दी और प्रभावी कार्रवाई करता है।