
चारधाम यात्रा 2025: श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी
सारांश :
चारधाम यात्रा 30 अप्रैल को गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाट खुलने से शुरू होगी, बदरीनाथ 4 मई को खुलेगा। इस बार 40% ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा होगी, जिससे इंटरनेट न होने पर भी रजिस्ट्रेशन किया जा सकेगा। हर 10 किमी पर चीता पुलिस की तैनाती होगी। 15 अप्रैल तक सभी यात्रा मार्गों का रखरखाव पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्य बिंदु:
- यात्रा आरंभ: 30 अप्रैल (गंगोत्री-यमुनोत्री) और 4 मई (बदरीनाथ)।
- पंजीकरण सुविधा: 40% ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध।
- सुरक्षा प्रबंध: हर 10 किमी पर चीता पुलिस की तैनाती।
- यात्रा मार्ग रखरखाव: 15 अप्रैल तक सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश।
Report By : Newsera || Date : 06 Feb 2025 ||
ऋषिकेश: उत्तराखंड में होने वाली प्रतिष्ठित चारधाम यात्रा को लेकर इस बार श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाओं का प्रबंध किया गया है। इस वर्ष की यात्रा 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ आरंभ होगी। वहीं, बदरीनाथ धाम के कपाट 4 मई को श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे, जबकि केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि महाशिवरात्रि के अवसर पर घोषित की जाएगी।
ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों पंजीकरण की सुविधा
इस वर्ष यात्रा को सुगम और सुविधाजनक बनाने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। उत्तराखंड सरकार ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ 40 प्रतिशत ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी प्रदान करने का निर्णय लिया है। इससे उन श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी जो इंटरनेट का उपयोग नहीं कर सकते या ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया से अनभिज्ञ हैं। पिछले वर्ष केवल ऑनलाइन पंजीकरण की अनिवार्यता के कारण कई यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था, जिसे ध्यान में रखते हुए इस बार प्रशासन ने नई व्यवस्था लागू की है।
गढ़वाल मंडल के आयुक्त विनय शंकर पांडे की अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक में यह भी तय किया गया कि श्रद्धालुओं को उनके यात्रा क्रम के अनुसार ‘स्लॉट’ आवंटित किए जाएंगे, जिससे यात्रा का अनुशासित संचालन सुनिश्चित हो सके। चारों धाम की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को निर्धारित क्रम – यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ – के अनुसार यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी।
यात्रा मार्गों पर सुरक्षा और सुविधाओं का विशेष ध्यान
यात्रा मार्ग की सुरक्षा को और सशक्त बनाने के लिए इस बार हर 10 किलोमीटर पर चीता पुलिस या ‘हिल पेट्रोलिंग यूनिट’ के दस्ते की तैनाती की जाएगी। यह विशेष दस्ते सड़क पर लगने वाले जाम और किसी भी संभावित दुर्घटना के समय त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। पुलिस महानिरीक्षक, गढ़वाल मंडल, राजीव स्वरुप के परामर्श के बाद यह निर्णय लिया गया। इसके अलावा, यात्रा मार्ग में आने वाले जिलों के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को भी विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
यात्रा मार्गों का रखरखाव और सुविधाएं
यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि चारधाम यात्रा मार्ग पर सभी आवश्यक कार्य 15 अप्रैल तक पूरे कर लिए जाएं। सड़कों की मरम्मत, विश्राम स्थलों का निर्माण और अन्य आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन युद्धस्तर पर कार्य कर रहा है।
चारधाम यात्रा भारत की सबसे महत्वपूर्ण आध्यात्मिक यात्राओं में से एक है, जिसमें लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से भाग लेते हैं। सरकार और प्रशासन के इन प्रयासों से इस बार यात्रियों को अधिक सुविधा और सुरक्षा प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है।
यात्रा तिथियों की जानकारी:
- गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट – 30 अप्रैल 2025 (अक्षय तृतीया)
- बदरीनाथ धाम के कपाट – 4 मई 2025
- केदारनाथ धाम के कपाट – महाशिवरात्रि के दिन तिथि घोषित होगी।
श्रद्धालुओं से अपील
यात्रा में जाने वाले सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया जाता है कि वे समय रहते अपना पंजीकरण करवाएं और यात्रा के दौरान सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। बेहतर प्रबंधन और सुविधाओं के साथ इस बार की चारधाम यात्रा पहले से अधिक सुव्यवस्थित और सुरक्षित होने की उम्मीद है।