
कांग्रेस में घमासान! तारिक अनवर ने गठबंधन पर उठाए सवाल
सारांश :
दिल्ली चुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद बिहार में पार्टी की रणनीति पर सवाल उठने लगे हैं। कटिहार से कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने गठबंधन पर संशय जताते हुए स्पष्ट रणनीति की मांग की। बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने गठबंधन को बरकरार बताया, जबकि बीजेपी ने इसे कांग्रेस की अंदरूनी कलह करार दिया। राजद ने भी कांग्रेस के साथ मजबूती से खड़े रहने की बात कही। बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस की स्थिति पर सवाल गहराते जा रहे हैं
Report By : News Era || Date : 11 Feb 2025 ||
पटना: दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने भारी जीत दर्ज की, जबकि विपक्षी दलों को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। बीजेपी ने 48 सीटें जीतकर अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) को 22 पर समेट दिया, वहीं कांग्रेस पार्टी अपना खाता भी नहीं खोल पाई। इस करारी हार का असर बिहार की राजनीति पर भी दिखने लगा है, जहां इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
कांग्रेस में दरार?
कांग्रेस पार्टी में अंदरूनी कलह सतह पर आ गई है। कटिहार से कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने बिहार में पार्टी की रणनीति को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिससे राज्य की सियासत गरमा गई है। बीजेपी ने भी इस मुद्दे पर त्वरित प्रतिक्रिया दी है।
तारिक अनवर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि कांग्रेस पार्टी को अपनी राजनीतिक रणनीति स्पष्ट करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह तय किया जाना चाहिए कि कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी या गठबंधन की राजनीति जारी रखेगी, क्योंकि आधे-अधूरे गठबंधन से जनता में भ्रम पैदा हो रहा है।
गठबंधन पर संशय
बाद में पत्रकारों से बातचीत में तारिक अनवर ने पार्टी के संगठनात्मक ढांचे में बुनियादी बदलाव की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अब यह अनिवार्य हो गया है कि कांग्रेस अपनी स्थिति स्पष्ट करे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बिहार में लोकसभा चुनाव गठबंधन के तहत लड़ा था और आंशिक सफलता के बाद अब समय आ गया है कि पार्टी स्थिति का मूल्यांकन कर ठोस रणनीति बनाए।
पुराने विवाद और नई चुनौती
तारिक अनवर 1970 के दशक से कांग्रेस में सक्रिय थे, लेकिन 1990 के दशक में उन्होंने पार्टी छोड़ दी और शरद पवार व दिवंगत पीए संगमा के साथ मिलकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की स्थापना की। सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे पर उन्होंने कांग्रेस छोड़ी थी, हालांकि, 2018 में वे पुनः कांग्रेस में वापस आ गए।
अखिलेश सिंह का बयान
बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने स्पष्ट किया कि बिहार में कांग्रेस और राजद का गठबंधन बरकरार है और दोनों मिलकर आगामी चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने तारिक अनवर के बयान को दिल्ली चुनाव परिणाम की छाया बताया। उन्होंने कहा कि बिहार में गठबंधन 2020 से अब तक मजबूती से कायम है और कांग्रेस-राजद पुराने व भरोसेमंद सहयोगी रहे हैं।
बीजेपी ने साधा निशाना
कांग्रेस की विरोधी बीजेपी ने इस मुद्दे को उछालने में तनिक भी देर नहीं की। बीजेपी विधायक जीवेश कुमार ने कहा कि यह कांग्रेस का आंतरिक मामला है, लेकिन उन्होंने यह भी जोड़ा कि तारिक अनवर जैसे वरिष्ठ नेता कांग्रेस में वंशवाद की राजनीति और परिवारवाद पर अपनी राय रख रहे हैं, जो पार्टी के लिए आत्ममंथन का विषय होना चाहिए।
राजद ने क्या कहा?
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रदेश महासचिव शाश्वत गौतम ने कहा कि कांग्रेस और राजद का गठबंधन पुराना और समय की कसौटी पर खरा उतरा हुआ है। उन्होंने कहा कि जब तारिक अनवर ने सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे पर कांग्रेस छोड़ी थी, तब भी राजद कांग्रेस के सबसे करीबी सहयोगी के रूप में खड़ा रहा। उन्होंने यह भी कहा कि लालू प्रसाद यादव ने हमेशा सोनिया गांधी को भारत की सम्मानित बहू बताया है।
आगे की रणनीति
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव बेहद महत्वपूर्ण हैं। राजद नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी मिलकर गठबंधन से संबंधित सभी निर्णय लेंगे। अब यह देखना होगा कि कांग्रेस इस आंतरिक कलह को कैसे सुलझाती है और आगामी चुनाव में क्या रणनीति अपनाती है।