
दिल्ली को मिला नया मुख्यमंत्री: रेखा गुप्ता
सारांश :
बीजेपी विधायक दल ने रेखा गुप्ता को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री चुना। वह 20 फरवरी को शपथ लेंगी। प्रवेश वर्मा उप-मुख्यमंत्री और विजेंद्र गुप्ता विधानसभा अध्यक्ष होंगे। बीजेपी ने 26 साल बाद दिल्ली में सत्ता हासिल की। रेखा गुप्ता शालीमार बाग से विधायक हैं और बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रह चुकी हैं।
Report By : News Era || Date : 19 Feb 2025 ||
दिल्ली को 26 साल बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने एक बड़ा तोहफा दिया है। बीजेपी विधायक दल ने रेखा गुप्ता को अपना नेता चुना है, जो अब दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनेंगी। रेखा गुप्ता शालीमार बाग से विधायक हैं और 20 फरवरी को रामलीला मैदान में एक भव्य समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। उनके साथ प्रवेश वर्मा उप-मुख्यमंत्री और विजेंद्र गुप्ता दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में शपथ लेंगे।
बीजेपी विधायक दल की बैठक में हुआ ऐलान
बीजेपी आलाकमान ने दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के चयन के लिए विधायक दल की बैठक आयोजित की। इस बैठक में वरिष्ठ नेता ओपी धनखड़ और रविशंकर प्रसाद को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया था। लंबी चर्चा के बाद रेखा गुप्ता के नाम पर मुहर लगाई गई।
रेखा गुप्ता के साथ प्रवेश वर्मा को उप-मुख्यमंत्री बनाया गया है। प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। वहीं, रोहिणी से विधायक विजेंद्र गुप्ता को दिल्ली विधानसभा का स्पीकर बनाया गया है।
11 दिनों बाद हुआ मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को आए थे, जिसमें बीजेपी ने 70 में से 48 सीटें जीतकर बड़ी सफलता हासिल की। हालांकि, मुख्यमंत्री पद के नाम की घोषणा में 11 दिन का समय लग गया। इस देरी को लेकर विपक्षी दल आम आदमी पार्टी (आप) ने लगातार सवाल उठाए थे।
बीजेपी में मुख्यमंत्री पद के लिए कई नामों की चर्चा थी, जिसमें सबसे आगे प्रवेश वर्मा का नाम चल रहा था। लेकिन पार्टी आलाकमान ने अंततः रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री पद के लिए चुना।
कौन हैं रेखा गुप्ता?
रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं और मौजूदा समय में देश की दूसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी। वह हरियाणा के जींद जिले की रहने वाली हैं। रेखा गुप्ता बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। राजनीति में उनकी यात्रा दिल्ली यूनिवर्सिटी से शुरू हुई, जहां वह छात्र संघ की सचिव और अध्यक्ष रहीं।
रेखा गुप्ता ने 2007 और 2012 में उत्तरी पीतमपुरा से पार्षद के रूप में चुनाव जीता। हालांकि, पिछले दो विधानसभा चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इस बार उन्होंने शालीमार बाग सीट से आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी बंदना कुमारी को 29,595 वोटों से हराकर जीत दर्ज की।
चुनाव परिणाम:
- रेखा गुप्ता (बीजेपी): 68,200 वोट
- बंदना कुमारी (आप): 38,605 वोट
- प्रवीण जैन (कांग्रेस): 4,892 वोट
मुख्यमंत्री की शपथ और मंत्रिमंडल गठन
रेखा गुप्ता और प्रवेश वर्मा 20 फरवरी को दोपहर 12:30 बजे रामलीला मैदान में भव्य समारोह में शपथ ग्रहण करेंगे। इसी समारोह में नए मंत्रिमंडल के सदस्यों को भी शपथ दिलाई जाएगी।
बीजेपी की इस ऐतिहासिक जीत के बाद दिल्ली की राजनीति में एक बड़ा बदलाव आया है। आम आदमी पार्टी, जो पिछले तीन चुनावों से सत्ता में थी, को इस बार बड़ा झटका लगा है।
रेखा गुप्ता की राजनीतिक यात्रा
रेखा गुप्ता की राजनीति में सक्रियता की शुरुआत छात्र राजनीति से हुई थी। दिल्ली यूनिवर्सिटी में सचिव और अध्यक्ष रहने के बाद वह स्थानीय राजनीति में सक्रिय हुईं। बीजेपी ने उनकी नेतृत्व क्षमता को देखते हुए उन्हें महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया।
2012 में उत्तरी पीतमपुरा से पार्षद बनने के बाद उन्होंने क्षेत्र में कई विकास कार्य किए। हालांकि, 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। लेकिन 2025 के चुनाव में उन्होंने शानदार वापसी की और शालीमार बाग से भारी मतों से जीत दर्ज की।
दिल्ली में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत
दिल्ली में बीजेपी ने 26 साल बाद सत्ता में वापसी की है। इससे पहले 1998 में मदन लाल खुराना की सरकार थी। इस बार बीजेपी ने आम आदमी पार्टी को करारी शिकस्त दी और 70 में से 48 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया।
बीजेपी की इस जीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता, संगठन की मजबूती और स्थानीय नेतृत्व की अहम भूमिका रही। प्रवेश वर्मा की जीत भी पार्टी के लिए अहम थी, क्योंकि उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हराकर बीजेपी को मनोवैज्ञानिक बढ़त दिलाई।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री पद के चयन में देरी को लेकर सवाल उठाए थे। पार्टी का कहना था कि बीजेपी बहुमत मिलने के बावजूद मुख्यमंत्री के नाम पर सहमति नहीं बना पा रही है। हालांकि, अब रेखा गुप्ता के नाम की घोषणा के बाद यह अटकलें समाप्त हो गई हैं।
कांग्रेस ने भी बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी में अंदरूनी कलह के कारण मुख्यमंत्री का चयन करने में देरी हुई।
भविष्य की चुनौतियाँ
मुख्यमंत्री बनने के बाद रेखा गुप्ता के सामने कई बड़ी चुनौतियाँ होंगी। दिल्ली में प्रदूषण, ट्रैफिक, जल संकट और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार जैसे मुद्दे प्राथमिकता में होंगे।
बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में दिल्ली को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने, परिवहन व्यवस्था में सुधार, महिला सुरक्षा और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने के वादे किए हैं।
रेखा गुप्ता की ताजपोशी के साथ ही दिल्ली में एक नया राजनीतिक अध्याय शुरू हो रहा है। उनकी नेतृत्व क्षमता और अनुभव को देखते हुए बीजेपी ने उन्हें मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी है। अब देखना होगा कि वह दिल्ली की जनता की अपेक्षाओं पर कितना खरा उतरती हैं।
20 फरवरी को होने वाला शपथ ग्रहण समारोह ऐतिहासिक होगा, जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल होंगे। रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली की नई सरकार क्या बदलाव लाएगी, इस पर सभी की नजरें टिकी हैं।