
“जहां मिलेंगे बाबू-सोना, तोड़ देंगे कोना-कोना।”
“मोहब्बत के फूलों से डरते हैं जो,
नफरत के अंगारों को पानी देते हैं वो।”
सारांश :
पटना में वेलेंटाइन डे से पहले हिंदू शिवभवानी सेना ने पोस्टर लगाकर चेतावनी दी— “जहां मिलेंगे बाबू-सोना, तोड़ देंगे कोना-कोना।” संगठन ने अश्लीलता, लव जिहाद और धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए सख्त कदम उठाने की बात कही। प्रशासन ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने का आश्वासन दिया है।
पटना में हिंदू शिवभवानी सेना का वेलेंटाइन डे पर कड़ा रुख
Report By : News Era || Date : 13 Feb 2025 ||
पटना: बिहार की राजधानी पटना में वेलेंटाइन डे से पहले हिंदू शिवभवानी सेना नामक संगठन ने कड़ा रुख अपनाते हुए शहरभर में पोस्टर लगाए हैं। इन पोस्टरों में वेलेंटाइन डे मनाने वालों को सीधी चेतावनी दी गई है। संगठन का कहना है कि 14 फरवरी कोpat अश्लीलता, नंगापन और कथित लव जिहाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संगठन के कार्यकर्ता टोली बनाकर सड़कों पर नजर रखेंगे और जरूरत पड़ने पर लाठी-डंडे से कार्रवाई करने की बात कही गई है।
पोस्टरों में लिखी धमकी भरी चेतावनी
पटना के कई सार्वजनिक स्थलों पर लगाए गए इन पोस्टरों में लिखा गया है – “जहां मिलेंगे बाबू-सोना, तोड़ देंगे कोना-कोना।” इस चेतावनी भरे संदेश का मकसद वेलेंटाइन डे मनाने वाले प्रेमी जोड़ों को डराना और इस दिन को भारतीय संस्कृति के खिलाफ बताना है। संगठन का कहना है कि वे इस दिन मोहब्बत के नाम पर हो रही अश्लीलता और अनैतिक गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए सड़क पर उतरेंगे।
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संस्कृति और पुलवामा हमले का हवाला
हिंदू शिवभवानी सेना के सदस्यों का कहना है कि 14 फरवरी सिर्फ वेलेंटाइन डे का दिन नहीं है, बल्कि इसी दिन 2019 में पुलवामा हमला हुआ था, जिसमें देश के 40 जवान शहीद हुए थे। संगठन का तर्क है कि इस दिन प्रेमी जोड़ों को अश्लीलता फैलाने के बजाय पुलवामा के शहीदों को सम्मान देना चाहिए।
संगठन का मानना है कि वेलेंटाइन वीक के दौरान प्रेमी जोड़े अश्लील हरकतें करते हैं, जो भारतीय संस्कृति के खिलाफ है। उन्होंने यह भी दावा किया कि इस तरह के आयोजनों से धर्मांतरण और लव जिहाद को बढ़ावा मिलता है, जिसे रोकने के लिए वे सड़कों पर उतरेंगे।
पटना पुलिस ने कही कानून व्यवस्था बनाए रखने की बात
पटना में इस पोस्टर विवाद के बाद पुलिस प्रशासन भी सतर्क हो गया है। प्रशासन ने किसी भी तरह की अवांछित गतिविधि या कानून-व्यवस्था भंग होने की स्थिति में सख्त कार्रवाई करने की बात कही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शहर में किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी और यदि कोई हिंसा या जबरदस्ती करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पहले भी हो चुके हैं ऐसे विरोध प्रदर्शन
यह पहली बार नहीं है जब किसी संगठन ने वेलेंटाइन डे के खिलाफ इस तरह का अभियान चलाया हो। इससे पहले भी कई हिंदूवादी संगठनों ने इस दिन को भारतीय संस्कृति के खिलाफ बताते हुए विरोध प्रदर्शन किए हैं। कई बार तो प्रेमी जोड़ों को पार्कों और सार्वजनिक स्थलों पर परेशान करने की घटनाएँ भी सामने आई हैं।
क्या कहती है आम जनता?
पटना में लगाए गए इन पोस्टरों को लेकर आम जनता की मिली-जुली प्रतिक्रिया सामने आई है। कुछ लोगों का कहना है कि वेलेंटाइन डे पश्चिमी संस्कृति का हिस्सा है और इसे भारत में बढ़ावा नहीं देना चाहिए, जबकि कुछ लोगों का मानना है कि प्यार का इजहार करने का हक सभी को है और इस तरह की धमकियाँ देना गलत है।
क्या होगा 14 फरवरी को?
अब सवाल यह है कि 14 फरवरी को पटना में क्या स्थिति बनेगी? क्या हिंदू शिवभवानी सेना के सदस्य अपने पोस्टर में दिए गए संदेश के अनुसार वाकई सड़कों पर उतरेंगे और प्रेमी जोड़ों पर कार्रवाई करेंगे? या फिर प्रशासन की सख्ती के चलते यह मामला केवल पोस्टरों तक ही सीमित रहेगा?
इस पूरे मामले पर पटना के युवाओं में भी चर्चा तेज हो गई है। कुछ प्रेमी जोड़ों ने कहा कि वे इस तरह की धमकियों से डरकर अपने प्यार का इजहार बंद नहीं करेंगे, जबकि कुछ लोगों ने कहा कि वे इस दिन सार्वजनिक स्थलों पर जाने से बचेंगे ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
बहरहाल, पटना में लगाए गए इन पोस्टरों ने शहर में हलचल मचा दी है। प्रशासन की कड़ी निगरानी के बावजूद यह देखना होगा कि वेलेंटाइन डे पर शहर में माहौल कैसा रहता है और क्या संगठन अपनी चेतावनी को हकीकत में बदलता है या नहीं।