
कैमूर जेल में कैदी ने आत्महत्या की कोशिश
सारांश :
कैमूर जिले के भभुआ जेल में पत्नी की हत्या के आरोप में बंद कैदी अभिनंदन दुबे ने धारदार हथियार से खुद को घायल कर लिया। गंभीर हालत में उसे पटना पीएमसीएच रेफर किया गया। कैदी ने जेल में प्रताड़ना और मारपीट का आरोप लगाया। घटना के बाद जेल प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं कि धारदार हथियार अंदर कैसे पहुंचा?
Report By : Rupesh kumar Dubey || Date : 05 Feb 2025 ||
विस्तार : कैमूर, बिहार | कैमूर जिले के भभुआ जेल में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। पत्नी की हत्या के आरोप में जेल में बंद एक कैदी ने आत्महत्या करने की कोशिश की। उसने धारदार हथियार से खुद को घायल कर लिया, जिससे जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में कैदी को इलाज के लिए सदर अस्पताल, भभुआ ले जाया गया, लेकिन गंभीर हालत को देखते हुए उसे पटना के पीएमसीएच रेफर कर दिया गया। इस घटना के बाद जेल की सुरक्षा व्यवस्था और कैदियों के साथ होने वाले व्यवहार पर सवाल खड़े हो गए हैं।
कैदी की पहचान और घटना का विवरण
घायल कैदी की पहचान भगवानपुर थाना क्षेत्र के निवासी अभिनंदन दुबे के रूप में हुई है। वह अपनी पत्नी पूनम कुमारी की हत्या के आरोप में जेल में बंद था। बताया जा रहा है कि उसने लोहे के हसुआ से खुद को घायल कर लिया। घटना के बाद यह सवाल उठने लगे हैं कि आखिर जेल के अंदर धारदार हथियार कैसे पहुंचा। क्या जेल प्रशासन की लापरवाही के कारण ऐसा संभव हुआ, या फिर इसके पीछे कोई और वजह है? इस पूरे मामले की जांच की मांग की जा रही है।
कैदी के आरोप: जेल में प्रताड़ना से परेशान था
अस्पताल में भर्ती अभिनंदन दुबे ने बताया कि जेल में उसे जबरन काम करवाया जाता था। अगर वह थककर बैठ जाता, तो जेल के सिपाही उसे डंडों से पीटते थे। कैदी ने आरोप लगाया कि उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था। इसी प्रताड़ना से तंग आकर उसने आत्महत्या करने का प्रयास किया। अब सवाल यह उठता है कि क्या जेल प्रशासन द्वारा कैदियों के साथ इस तरह का अमानवीय व्यवहार किया जाता है? अगर ऐसा है, तो यह गंभीर चिंता का विषय है।
पत्नी की हत्या का मामला
यह घटना तब सामने आई जब 26 दिसंबर की रात अभिनंदन दुबे ने अपनी पत्नी पूनम कुमारी की गला दबाकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद वह शव को ठिकाने लगाने जा रहा था, तभी ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया। जांच में सामने आया कि दोनों ने 2022 में प्रेम विवाह किया था, लेकिन समाज से मिल रहे तानों की वजह से अभिनंदन मानसिक दबाव में था। इस दबाव का नतीजा यह हुआ कि उसने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। हत्या के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद से ही वह जेल में बंद था।
जेल प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद जेल प्रशासन ने मीडिया कवरेज रोकने की कोशिश की। मीडिया के सवालों से बचने के लिए जेल प्रशासन ने कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी। वहीं, कैमूर एसपी हरिमोहन शुक्ला ने इस मामले पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। जेल में सुरक्षा और कैदियों की स्थिति पर उठ रहे सवालों का जवाब देने से भी अधिकारी बचते नजर आए।
बड़ी चिंताएं और सवाल
- जेल के अंदर धारदार हथियार कैसे पहुंचा?
- क्या जेल प्रशासन कैदियों पर अत्याचार करता है?
- जेल प्रशासन ने मीडिया को सच्चाई बताने से क्यों रोका?
- इस मामले में कोई कार्रवाई होगी या इसे दबा दिया जाएगा?
यह घटना बिहार की जेल व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। क्या कैदियों के साथ जेल में अमानवीय व्यवहार हो रहा है? क्या जेल प्रशासन लापरवाह बना हुआ है? इन सवालों के जवाब आना जरूरी है। प्रशासन इस मामले की जांच करता है या इसे नजरअंदाज कर देता है, यह देखना अहम होगा।