महाकुंभ के दौरान रेलवे स्टेशन पर उपद्रव: यूट्यूबर गिरफ्तार, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

महाकुंभ के दौरान रेलवे स्टेशन पर उपद्रव: यूट्यूबर गिरफ्तार, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
Report By: Chitranjan Kumar (News Era) || Date: 27 Feb 2025
प्रयागराज, 27 फरवरी 2025: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान रेलवे पुलिस (RPF) उपद्रव करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई में जुट गई है। इसी क्रम में, औरंगाबाद जिले के जम्होर थाना क्षेत्र के बड़वा बसंतपुर से रोहतास पुलिस (RPF) ने एक यूट्यूबर को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स बढ़ाने के लिए अनुग्रह नारायण रोड रेलवे स्टेशन पर एक यात्री को थप्पड़ मार दिया था। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
कैसे हुई गिरफ्तारी?
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने वीडियो वायरल होने के बाद तत्काल जांच शुरू की। डेहरी RPF निरीक्षक प्रभारी राम विलास राम ने बताया कि इंस्टाग्राम पर वायरल वीडियो की सूचना मिलने के बाद तकनीकी टीम ने वीडियो अपलोड करने वाले की पहचान की। आरोपी की पहचान औरंगाबाद जिले के फेसर थाना क्षेत्र के बड़वा बसंतपुर निवासी रितेश कुमार (22 वर्ष) के रूप में हुई। उसके पिता का नाम शिव कुमार राम बताया जा रहा है।
रेलवे की एमआर स्पेशल टीम को सबसे पहले इंस्टाग्राम पर यह वीडियो मिला, जिसके बाद जोनल मुख्यालय मुगलसराय से डेहरी RPF को वीडियो भेजा गया। इसके बाद, तकनीकी टीम ने मोबाइल नंबर और टावर लोकेशन के आधार पर आरोपी का पता लगाया। RPF टीम ने सादे कपड़ों में उसके गांव जाकर उसे गिरफ्तार किया।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ थप्पड़ मारने का वीडियो
यूट्यूबर रितेश कुमार ने रेलवे स्टेशन पर एक अज्ञात यात्री को थप्पड़ मारने का वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर अपलोड किया था। वीडियो में स्पष्ट दिख रहा था कि वह व्यक्ति बिना किसी कारण अचानक यात्री को थप्पड़ मारता है और फिर हंसता हुआ वहां से चला जाता है। यह वीडियो तेजी से वायरल हुआ और लोगों ने इसकी कड़ी आलोचना की। वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने कबूला अपराध
पूछताछ में आरोपी रितेश कुमार ने स्वीकार किया कि उसने सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स और लाइक्स बढ़ाने के लिए इस तरह का वीडियो बनाया था। उसने यह भी बताया कि उसे उम्मीद थी कि इस हरकत से वह जल्दी ही लोकप्रिय हो जाएगा और लाखों फॉलोअर्स हासिल कर सकेगा। हालांकि, उसकी यह हरकत उसे जेल की सलाखों के पीछे ले गई।
रेलवे पुलिस की कड़ी कार्रवाई
RPF निरीक्षक प्रभारी राम विलास राम ने कहा कि रेलवे स्टेशनों पर किसी भी प्रकार की अराजकता और उपद्रव को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रेलवे सुरक्षा बल सोशल मीडिया पर इस तरह के फेक प्रैंक और खतरनाक स्टंट करने वालों पर विशेष नजर रखेगा और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी। रेलवे पुलिस ने यात्रियों से अपील की है कि अगर वे इस तरह की किसी संदिग्ध गतिविधि को देखें, तो तुरंत रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर सूचना दें।
सोशल मीडिया पर भी माफी का वीडियो हुआ वायरल
गिरफ्तारी के बाद आरोपी रितेश कुमार का एक और वीडियो सामने आया, जिसमें वह माफी मांगते हुए दिख रहा है। वीडियो में वह हाथ जोड़कर कहता है कि उसने केवल मनोरंजन के लिए वीडियो बनाया था और उसका इरादा किसी को नुकसान पहुंचाने का नहीं था। हालांकि, पुलिस ने स्पष्ट कर दिया कि इस तरह की गैर-जिम्मेदाराना हरकतों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यूट्यूब और सोशल मीडिया पर बढ़ रही है गैर-जिम्मेदाराना हरकतें
आजकल सोशल मीडिया पर जल्दी प्रसिद्धि पाने के लिए लोग तरह-तरह के स्टंट और खतरनाक हरकतें कर रहे हैं। कुछ लोग रेलवे ट्रैक पर स्टंट करते हैं, तो कुछ बिना किसी कारण के सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं। यह ट्रेंड ‘वायरल वीडियो कल्चर’ का नतीजा है, जहां लोग बिना सोचे-समझे कुछ भी कर गुजरते हैं, सिर्फ लाइक्स और व्यूज बढ़ाने के लिए। रेलवे पुलिस ऐसे मामलों पर नजर रख रही है और दोषियों को सख्त सजा देने के लिए तत्पर है।
आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा
रेलवे पुलिस ने बताया कि आरोपी को रेलवे अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कोर्ट में पेश किया जाएगा। इस घटना के बाद रेलवे पुलिस ने सोशल मीडिया यूजर्स को चेतावनी दी है कि यदि कोई व्यक्ति रेलवे परिसरों में इस तरह की अराजक गतिविधियों में लिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
रेलवे पुलिस की यात्रियों से अपील
रेलवे पुलिस ने यात्रियों से अपील की है कि वे स्टेशन परिसरों में सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 या रेलवे सुरक्षा बल (RPF) को दें। यात्रियों को भी सलाह दी गई है कि वे सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के पीछे की सच्चाई को समझें और ‘वायरल होने की होड़’ में ऐसी हरकतें न करें, जो उन्हें कानूनी संकट में डाल सकती हैं।