
महाशिवरात्रि पर महाकुंभ का महाजाम: दुर्गावती टोल प्लाजा पर यातायात हुआ अस्त-व्यस्त
Report by: Rupesh Dubey || Date: 22 feb 2025
कैमूर: महाकुंभ 2025 के अंतिम प्रमुख स्नान पर्व महाशिवरात्रि के अवसर पर राष्ट्रीय राजमार्ग 19 पर भयंकर जाम की स्थिति बनी हुई है। विशेष रूप से दुर्गावती टोल प्लाजा के पास लगातार वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं, जिससे आमजन, प्रशासन और यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रयागराज में गंगा स्नान के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से भारी संख्या में श्रद्धालु सड़क और रेल मार्ग से पहुंच रहे हैं, जिसके कारण यह जाम पिछले कई दिनों से बना हुआ है।
पुलिस प्रशासन की कड़ी मशक्कत
यातायात व्यवस्था को सामान्य करने के लिए पुलिसकर्मी दिन-रात जुटे हुए हैं, लेकिन भीड़ इतनी अधिक है कि उनकी मेहनत के बावजूद स्थिति नियंत्रण में नहीं आ पा रही है। पुलिस अधिकारी लगातार ड्यूटी पर तैनात हैं और कई दिनों से अपने आवास तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। वे होटल में भोजन कर सड़क पर ही अपनी रातें गुजारने को मजबूर हैं।
जाम में फंसे आम लोग और जरूरी सेवाएं प्रभावित
इस महाजाम ने न केवल आम यात्रियों को परेशान किया है, बल्कि आवश्यक सेवाओं को भी बाधित कर दिया है। जाम में एंबुलेंस फंसी हुई हैं, जिससे मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में कठिनाई हो रही है। वाराणसी जा रहे शव वाहन भी इस जाम में अटक गए हैं, जिससे परिजनों की चिंता बढ़ गई है। इसके अलावा, सब्जी, फल, दूध और अन्य जरूरी सामान लेकर जाने वाले वाहन भी लंबे समय तक जाम में फंसे रहने के कारण खराब हो रहे हैं।
अव्यवस्थित टोल प्लाजा बनी समस्या की जड़
हालांकि, मुख्य कारण श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ है, लेकिन जाम की भयावहता को देखते हुए यह भी स्पष्ट हो रहा है कि टोल प्लाजा पर यातायात प्रबंधन की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण समस्या और अधिक बढ़ गई है। वाहनों की सुस्त गति और जगह-जगह खराब हो रहे ट्रक एवं बसें जाम को और विकराल बना रहे हैं।
आस्था का अद्भुत दृश्य, लेकिन प्रशासन की परीक्षा जारी
भले ही यह जाम श्रद्धालुओं के लिए परेशानी लेकर आया हो, लेकिन यह भी स्पष्ट है कि सनातन धर्म के प्रति लोगों की आस्था हर बाधा से बड़ी है। लाखों श्रद्धालु कठिनाइयों के बावजूद अपनी आस्था की डगर पर डटे हुए हैं। प्रशासन की चुनौती अब यह है कि श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम हो और आवश्यक सेवाएं बाधित न हों। आवश्यक कदम उठाए बिना यह समस्या आने वाले वर्षों में भी दोहराई जा सकती है।
सरकार और प्रशासन को उठाने होंगे ठोस कदम
महाकुंभ जैसे आयोजनों के दौरान इस तरह की परिस्थितियों से बचने के लिए सरकार को सड़क मार्गों पर वैकल्पिक व्यवस्थाएं करनी होंगी। टोल प्लाजा पर डिजिटल और हाई-स्पीड टोल कलेक्शन सिस्टम को लागू करना होगा, ताकि वाहनों की गति प्रभावित न हो। इसके अलावा, अधिक पुलिस बल और ट्रैफिक कर्मियों की तैनाती से भी ऐसी स्थितियों से निपटा जा सकता है।