
नाथूपुर में सांसद मनोज कुमार पर हमला, सिर फटा – सियासत गरमाई.
Report By: Rupesh Kumar Dubey || Date: 04 Feb 2025
कैमूर जिले के सासाराम संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस सांसद मनोज कुमार पर गुरुवार दोपहर करीब 1 बजे नाथूपुर गांव में हमला हो गया। घटना के दौरान हुई मारपीट में सांसद के सिर पर गहरी चोट आई, जिससे उनका सिर फट गया। इलाज के दौरान उनके सिर में दो टांके लगाए गए हैं, हालांकि फिलहाल उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
कैसे भड़की हिंसा?
नाथूपुर गांव में स्थित एक निजी स्कूल को लेकर विवाद की शुरुआत हुई। ग्रामीणों के अनुसार, स्कूल बसों को जबरदस्ती सड़क पर खड़ा कर रास्ता ब्लॉक कर दिया गया था। जब ग्रामीणों ने इस पर आपत्ति जताई, तो विवाद बढ़ गया और सांसद मनोज कुमार के समर्थकों और ग्रामीणों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। बात इतनी बढ़ गई कि मारपीट और पत्थरबाजी शुरू हो गई, जिसमें सांसद सहित कई लोग घायल हो गए।
ग्रामीणों का आरोप है कि सांसद मनोज कुमार स्कूल के नाम पर अवैध गतिविधियां चला रहे हैं और धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं। उनका कहना है कि सांसद ने न केवल गाली-गलौज की, बल्कि ग्रामीणों के साथ हाथापाई भी की। जब गांव के वरिष्ठ लोग समझाने पहुंचे, तो उनके ऊपर भी हमला कर दिया गया और स्कूल की छत से पत्थरबाजी की गई, जिससे कई लोग घायल हो गए।
सांसद पक्ष की सफाई
वहीं, सांसद मनोज कुमार के भाई ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक राजनीतिक साजिश है। उन्होंने दावा किया कि ग्रामीणों ने पहले स्कूल के ड्राइवर को पीटा, फिर चुनावी रंजिश के कारण स्कूल पर हमला कर दिया और पत्थरबाजी शुरू कर दी। उनका कहना है कि यह स्कूल कानूनी रूप से संचालित हो रहा है, लेकिन कुछ लोग झूठे आरोप लगाकर इसे बदनाम करना चाहते हैं।
राजनीतिक बयानबाजी तेज
इस घटना के बाद बिहार की राजनीति गरमा गई है। बिहार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने इसे एक सोची-समझी साजिश बताया, जबकि बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि “सांसद मनोज कुमार स्कूल के आड़ में धर्म परिवर्तन का खेल खेल रहे हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि यह स्कूल सनातन संस्कृति को कमजोर करने का केंद्र बन चुका है, जिसकी जांच होनी चाहिए।
पुलिस कर रही जांच
घटना के बाद इलाके में तनाव बना हुआ है। पुलिस प्रशासन मामले की जांच कर रहा है और दोनों पक्षों से पूछताछ की जा रही है। फिलहाल, घायलों का इलाज जारी है और पुलिस स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सतर्क है।