प्रेमानंद महाराज की तबीयत फिर बिगड़ी, पदयात्रा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
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प्रेमानंद महाराज की तबीयत फिर बिगड़ी, पदयात्रा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
मुख्य अंश:
वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज की तबीयत बिगड़ने के कारण उनकी तड़के 2 बजे होने वाली पदयात्रा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। महाराज जी किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं और डायलिसिस पर निर्भर हैं। भक्तों से उनकी जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करने की अपील की गई है।
न्यूज़ हाइलाइट्स:
- प्रेमानंद महाराज की तबीयत बिगड़ी, पदयात्रा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित।
- किडनी फेलियर से जूझ रहे हैं महाराज जी, डायलिसिस पर निर्भर।
- तड़के 2 बजे होने वाली पदयात्रा अब नहीं होगी आयोजित।
- आश्रम ने भक्तों से अपील की, महाराज जी के जल्द स्वस्थ होने की करें प्रार्थना।
- पिछले महीने सुधार के बाद फिर स्वास्थ्य में गिरावट आई।
विस्तारित खबर :
Report By : News Era || Date : 06 Feb 2025 ||
वृंदावन – वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज के अस्वस्थ होने के कारण उनकी नियमित पदयात्रा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। प्रतिदिन तड़के 2 बजे होने वाली इस पदयात्रा के दौरान लाखों भक्त सड़क के किनारे खड़े होकर उनके दर्शन करते थे, लेकिन अब यह दृश्य कुछ समय के लिए ओझल हो गया है।
आधिकारिक घोषणा से फैली चिंता
प्रेमानंद महाराज के शिष्यों ने उनके आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट ‘भजनमार्ग ऑफिशियल’ के माध्यम से यह सूचना साझा की है। पोस्ट में स्पष्ट किया गया है कि महाराज जी की सेहत में गिरावट के कारण यह निर्णय लिया गया है। जैसे ही यह खबर सामने आई, भक्तों में चिंता की लहर दौड़ गई और सभी ने महाराज जी के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना शुरू कर दी है।
स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का पुराना इतिहास
प्रेमानंद महाराज ऑटोसोमल डोमिनेंट पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज नामक गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। यह एक वंशानुगत रोग है, जिसमें किडनी का आकार सामान्य से बड़ा हो जाता है और उसमें पानी जमा होने लगता है। समय के साथ किडनी का कार्य करना बंद कर देती है। प्रेमानंद महाराज की दोनों किडनियां करीब 19 साल से खराब हैं और वे डायलिसिस पर निर्भर हैं। बावजूद इसके, महाराज जी ने अपनी आध्यात्मिक यात्रा और भक्तों से जुड़ाव में कभी कोई कमी नहीं आने दी। उनकी मुस्कान और धैर्यपूर्ण व्यक्तित्व देखकर किसी को भी यकीन नहीं होता कि वे इतनी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। कई भक्त इसे राधा रानी का चमत्कार मानते हैं कि इतनी कठिनाइयों के बावजूद महाराज जी हमेशा प्रसन्नचित्त और ऊर्जावान दिखाई देते हैं।
पिछले महीने भी बिगड़ी थी तबीयत
पिछले महीने भी प्रेमानंद महाराज की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उपचार के बाद उनकी सेहत में सुधार हुआ और उन्होंने पुनः अपनी पदयात्रा शुरू कर दी थी। लेकिन अब एक बार फिर उनकी तबीयत बिगड़ने के कारण पदयात्रा को रोकना पड़ा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, डॉक्टर्स नियमित रूप से उनका डायलिसिस कर रहे हैं और आवश्यक इलाज दे रहे हैं। महाराज जी ने एक बार बताया था कि किडनी की समस्या के चलते उन्हें अधिक पानी पीने की भी अनुमति नहीं है।
पदयात्रा का महत्व और भक्तों की प्रतिक्रिया
प्रेमानंद महाराज प्रतिदिन तड़के 2 बजे अपने निवास स्थान से पदयात्रा करते हुए श्री हित राधा केली कुंज तक जाते थे। इस दौरान हजारों भक्त सड़क के दोनों ओर खड़े होकर उनके दर्शन के लिए बेताब रहते थे। भक्तों का मानना है कि महाराज जी के दर्शन मात्र से ही जीवन में शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है। उनकी पदयात्रा में भक्तों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही थी, जिसे भी पदयात्रा बंद करने की एक वजह बताया जा रहा है, ताकि महाराज जी को भीड़भाड़ से बचाकर विश्राम दिया जा सके।
भक्तों में फैली मायूसी, लेकिन उम्मीदें कायम
प्रेमानंद महाराज के दर्शन न हो पाने की खबर से भक्तों में मायूसी है, लेकिन सभी उनकी जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं। वृंदावन में हर दिन हजारों भक्त महाराज जी से मिलने आते हैं और अब इस खबर के बाद वे आश्रम के बाहर ही रुककर उनके स्वास्थ्य लाभ की कामना कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी भक्तों के संदेश और प्रार्थनाएं लगातार साझा की जा रही हैं।
आश्रम की ओर से अपील
आश्रम की ओर से भक्तों से अपील की गई है कि वे महाराज जी के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए भीड़भाड़ से बचें और घर से ही उनकी सलामती के लिए प्रार्थना करें। आश्रम ने यह भी भरोसा दिलाया है कि प्रेमानंद महाराज के स्वास्थ्य में सुधार होते ही उनकी पदयात्रा को फिर से शुरू किया जाएगा और भक्तों को इस बारे में समय रहते सूचना दी जाएगी।
प्रेमानंद महाराज के अस्वस्थ होने की खबर ने भक्तों को भले ही दुखी कर दिया हो, लेकिन उनकी आध्यात्मिक शक्ति और ईश्वर में विश्वास के चलते सभी को उम्मीद है कि महाराज जी जल्द ही स्वस्थ होकर फिर से भक्तों के बीच दर्शन देंगे। भक्तों की अटूट श्रद्धा और प्रार्थनाएं निश्चित रूप से इस कठिन समय में प्रेमानंद महाराज के लिए सहारा बनेंगी।