क्राइमदेशबिहारयूपीराज्यलोकल न्यूज़सासाराम न्यूज़

सासाराम : न्याय की मांग को लेकर स्नेहा कुशवाहा के लिए दुर्गावती बाजार में निकला कैंडल मार्च

सासाराम न्यूज़

न्याय की मांग को लेकर स्नेहा कुशवाहा के लिए निकला कैंडल मार्च

सारांश :

सासाराम की स्नेहा कुशवाहा की संदिग्ध मौत पर दुर्गावती बाजार में कैंडल मार्च निकाला गया। स्थानीय लोगों ने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस की निष्पक्ष जांच की मांग की। आरोप है कि मकान मालिक के बेटे की मिलीभगत से स्नेहा की हत्या कर आत्महत्या का रूप दिया गया। प्रदर्शनकारियों ने न्याय की मांग की।

  Repoort By : Rupesh kumar Dubey ( News Era, Kaimur) || Date : 23 Feb 2025 ||

दुर्गावती (कैमूर) – सासाराम की रहने वाली स्नेहा कुशवाहा की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत को लेकर दुर्गावती बाजार में एक कैंडल मार्च निकाला गया। स्थानीय लोगों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने एकत्रित होकर स्नेहा को श्रद्धांजलि अर्पित की और इस मामले में गहराई से जांच कर दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की। इस दौरान एक सभा का भी आयोजन किया गया, जिसमें वक्ताओं ने इस घटना पर गंभीर सवाल उठाए।

वक्ताओं ने कहा कि स्नेहा कुशवाहा की मौत को आत्महत्या करार दिया जा रहा है, लेकिन कई संदेहास्पद पहलू हैं जो इस बात की ओर इशारा करते हैं कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि एक साजिश के तहत की गई हत्या है। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि स्नेहा ने खुद फांसी लगाई थी, तो उसके पैर जमीन से कैसे सटे हुए थे? यह एक स्पष्ट संकेत है कि मामला आत्महत्या का नहीं, बल्कि सुनियोजित हत्या का है।

हत्या की आशंका और मकान मालिक की संलिप्तता

वक्ताओं ने बताया कि स्नेहा कुशवाहा मेडिकल की परीक्षा नीट की तैयारी के लिए बनारस गई थी और एक निजी कॉलेज के पास स्थित किराए के मकान में रह रही थी। यह मकान एक निजी मकान मालिक का था, जहां वह अकेली रहकर अपनी पढ़ाई कर रही थी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि मकान मालिक के बेटे की मिलीभगत से स्नेहा की हत्या कर दी गई और बाद में मामले को आत्महत्या का रूप देने के लिए उसके शव को फांसी के फंदे से लटका दिया गया। उन्होंने आशंका जताई कि स्नेहा के साथ किसी गलत कार्य को अंजाम देने की कोशिश की गई थी, और जब बात बिगड़ने लगी, तो अपराध को छिपाने के उद्देश्य से उसकी हत्या कर दी गई।

पुलिस पर भी उठे सवाल

इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए। लोगों का कहना था कि स्थानीय पुलिस ने इस मामले में निष्पक्ष जांच नहीं की और जल्दबाजी में पोस्टमार्टम कर शव को आत्महत्या का रूप दे दिया। लोगों का आरोप है कि पुलिस की मिलीभगत से साक्ष्यों को मिटाने की कोशिश की गई, ताकि असली गुनहगार बच सकें।

न्याय की मांग और कैंडल मार्च

सभा में उपस्थित लोगों ने मांग की कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए स्थानीय लोगों ने दुर्गावती बाजार में कैंडल मार्च निकाला और दो मिनट का मौन रखकर स्नेहा की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। कैंडल मार्च में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता और राजनेता शामिल हुए।

इस कार्यक्रम में रामगढ़ विधानसभा से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पूर्व प्रत्याशी पिंटू यादव उर्फ सतीश यादव, जिला पार्षद दीपक यादव, पूर्व मुखिया शिव भजन राम, पूर्व प्रखंड प्रमुख राम अवतार राम, बिरजू यादव, धर्मेंद्र यादव, अनिल यादव सहित कई अन्य सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय नेता उपस्थित थे। सभी ने एक स्वर में इस मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की।

दुर्गावती बाजार में हुए इस विरोध प्रदर्शन और कैंडल मार्च ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि जनता अपने अधिकारों और न्याय के प्रति सजग है। स्नेहा कुशवाहा की संदिग्ध मौत ने समाज में गहरी चिंता उत्पन्न कर दी है, और यह आवश्यक हो गया है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो, ताकि दोषियों को उनके अपराध की सजा मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। स्थानीय लोग इस घटना के प्रति गंभीर हैं और लगातार न्याय की मांग कर रहे हैं।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!