
कैमूर के मोहनियाँ पुलिस द्वारा दो दुकानदारों को उठाए जाने के विरोध में स्वर्णकार व्यवसाइयों ने किया प्रदर्शन
Report By: Rupesh Dubey ll Date: 20Mar 2025
मोहनिया में पुलिस प्रशासन के खिलाफ स्वर्णकारों का आक्रोश, निकाली गई रैली
कैमूर जिले के मोहनियाँ में पुलिस प्रशासन के कथित मनमाने रवैये के खिलाफ स्वर्णकार व्यवसायियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। दुकानदारों ने अपनी दुकानें एवं प्रतिष्ठान बंद रखकर विरोध जताया और एक विशाल रैली निकाली। यह रैली शहर के मुख्य बाजार स्टुवरगंज से प्रारंभ होकर चाँदनी चौक तक पहुँची, जहाँ प्रदर्शनकारियों ने कुछ समय तक धरना दिया। इसके पश्चात स्वर्णकार समाज के लोग अनुमंडल मुख्यालय मोहनियाँ पहुँचे, जहाँ उन्होंने एसडीपीओ प्रदीप कुमार से मुलाकात कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
मोहनियाँ अनुमंडल एसडीपीओ प्रदीप कुमार ने स्वर्णकार व्यवसायियों को आश्वासन दिया कि उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि मुख्य बाजार में असामाजिक तत्वों के जमावड़े को रोकने और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस गश्त बढ़ाई जाएगी।
स्वर्णकार व्यवसायियों का आरोप
मोहनियाँ बाजार के स्वर्णकार व्यवसायियों का आरोप है कि तीन-चार दिन पूर्व कुछ अज्ञात लोग सोने के आभूषण बेचने के लिए एक दुकान पर आए थे। दुकानदारों ने नियमित प्रक्रिया के तहत यह आभूषण खरीद लिए। चार दिन बाद पुलिस प्रशासन ने उन दुकानों पर छापेमारी की और बताया कि वे आभूषण चोरी के थे। दुकानदारों ने तत्काल उन आभूषणों को पुलिस को सौंप दिया, फिर भी पुलिस ने दो दुकानदारों को जबरन अपने साथ उठा लिया।
व्यवसायियों के अनुसार, पहले इन दुकानदारों को रामगढ़ थाना ले जाया गया और फिर भभुआ हाजत में बंद कर दिया गया। देर रात तक हिरासत में रखने के बाद उन्हें छोड़ा गया। इस घटना से स्वर्णकार व्यवसायियों में भारी रोष व्याप्त हो गया, जिसके चलते उन्होंने विरोध प्रदर्शन का निर्णय लिया। उनका कहना है कि जब दुकानदारों ने खरीदी गई सामग्री को स्वेच्छा से प्रशासन को सौंप दिया था, तो फिर पुलिस ने बिना किसी ठोस कारण के उन्हें हिरासत में क्यों लिया? प्रशासन को इस विषय में स्पष्टता लानी चाहिए और व्यापारियों के साथ संवाद स्थापित करना चाहिए।
व्यवसायियों की मांगें
- पुलिस की मनमानी पर रोक: स्वर्णकार व्यवसायियों का कहना है कि बिना किसी जांच और सूचना के किसी भी दुकानदार को जबरन उठाने की कार्रवाई उचित नहीं है।
- व्यापारिक सुरक्षा की गारंटी: व्यवसायियों ने स्थानीय बाजार में असुरक्षा की भावना प्रकट करते हुए नियमित पुलिस गश्त की माँग की।
- व्यापारियों के हितों की रक्षा: पुलिस को किसी भी प्रकार की जबरन कार्रवाई करने से पहले उचित जानकारी और प्रक्रिया का पालन करना चाहिए।
- असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई: बाजार में संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर उन पर पुलिस निगरानी बढ़ाई जाए ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
एसडीपीओ प्रदीप कुमार की प्रतिक्रिया
मोहनियाँ अनुमंडल के एसडीपीओ प्रदीप कुमार ने इस मामले में स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि यह मामला संज्ञान में आया है और प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। उन्होंने कहा कि भविष्य में यदि कोई भी व्यक्ति सोने-चाँदी की बिक्री करने आता है और संदिग्ध प्रतीत होता है, तो तत्काल स्थानीय प्रशासन को सूचित किया जाए। इससे पुलिस को अपराधियों को पकड़ने में सहायता मिलेगी और निर्दोष लोगों को परेशानी से बचाया जा सकेगा।
इसके अलावा, उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि व्यवसायियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मोहनियाँ बाजार में प्रतिदिन शाम को पुलिस गश्त कराई जाएगी। इससे दुकानदारों और व्यापारियों के मन में सुरक्षा की भावना बनी रहेगी।
व्यवसायियों का प्रशासन को संदेश
स्वर्णकार व्यवसायियों ने प्रशासन से अपील की कि वे अपनी नीतियों को स्पष्ट रूप से साझा करें और इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए उचित दिशानिर्देश जारी करें। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि पुलिस बिना उचित जांच-पड़ताल के किसी निर्दोष दुकानदार को परेशान न करे, जिससे व्यापारियों में विश्वास बना रहे। मोहनियाँ में स्वर्णकार व्यवसायियों द्वारा किया गया यह प्रदर्शन पुलिस प्रशासन के प्रति उनके आक्रोश और सुरक्षा की माँग को दर्शाता है। यह मामला स्थानीय व्यापारिक समुदाय के बीच गहरी चिंता का विषय बना हुआ है। हालाँकि, एसडीपीओ द्वारा दिए गए आश्वासन से यह उम्मीद की जा रही है कि आगे से पुलिस प्रशासन अधिक सतर्कता से काम करेगा और निर्दोष व्यापारियों को किसी भी प्रकार की अनावश्यक परेशानी नहीं होगी।