औरंगाबाद में दिनदहाड़े कंपाउंडर की गोली मारकर हत्या, अपराधियों ने बेखौफ होकर दिया वारदात को अंजाम

औरंगाबाद में दिनदहाड़े कंपाउंडर की गोली मारकर हत्या, अपराधियों ने बेखौफ होकर दिया वारदात को अंजाम
Report By: Chitranjan Kumar ll Date: 19 Mar 2025
औरंगाबाद: बिहार में अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। हत्या, लूट, रंगदारी और गोलीबारी जैसी घटनाएं अब राज्य में आम हो गई हैं। इसी कड़ी में औरंगाबाद जिले से एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां बुधवार की सुबह बाइक सवार अपराधियों ने दिनदहाड़े एक कंपाउंडर की गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है और स्थानीय लोग दहशत में हैं।
घटना कुटुंबा थाना क्षेत्र के संडा मटपा पथ स्थित कंठी बिगहा मोड़ के पास की है। मृतक की पहचान कुटुंबा थाना क्षेत्र के जमुआ गांव निवासी रंजीत पासवान (38 वर्ष) के रूप में हुई है। रंजीत पासवान औरंगाबाद के जाने-माने डॉक्टर जन्मेजय कुमार के क्लिनिक में कंपाउंडर के रूप में कार्यरत था। इसके अलावा, वह एक यूट्यूब चैनल भी चलाता था।
घर से निकले थे काम पर, रास्ते में बना निशाना
जानकारी के अनुसार, रंजीत पासवान हर रोज की तरह बुधवार सुबह 8:30 बजे अपने घर से नाश्ता कर औरंगाबाद जाने के लिए निकले थे। वह अपनी बाइक पर सवार होकर जैसे ही कंठी बिगहा मोड़ के पास पहुंचे, वहां पहले से घात लगाए बैठे अपराधियों ने उनकी बाइक को रोक लिया। पहले तो अपराधियों ने उनसे कुछ देर तक बातचीत की, फिर अचानक उनके सीने में गोली मार दी।
गोली लगते ही रंजीत पासवान मौके पर गिर पड़े और घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी बाइक पर सवार होकर फरार हो गए।
स्थानीय लोगों ने सुनाई वारदात की कहानी
घटना के वक्त आसपास खेतों में काम कर रहे ग्रामीणों ने गोली चलने की आवाज सुनी और जब वे मौके पर पहुंचे तो रंजीत पासवान लहूलुहान हालत में सड़क किनारे पड़े थे। लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, लेकिन तब तक अपराधी मौके से फरार हो चुके थे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अपराधियों ने पूरी वारदात को बेहद सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया। वे पहले से ही घात लगाए बैठे थे और जैसे ही रंजीत वहां पहुंचे, उन्होंने पहले बातचीत का नाटक किया और फिर अचानक गोली चला दी।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की
घटना की सूचना मिलते ही कुटुंबा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू कर दी। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेज दिया।
थानाध्यक्ष अक्षयवर सिंह ने बताया कि घटना के कारणों की जांच की जा रही है और अपराधियों की पहचान के लिए सभी संभावित पहलुओं पर काम किया जा रहा है। एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) की टीम को भी साक्ष्य संकलन के लिए बुलाया गया है ताकि कोई ठोस सबूत मिल सके।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
हत्या की खबर जैसे ही मृतक के परिजनों को मिली, परिवार में कोहराम मच गया। मृतक की पत्नी और बच्चे सदमे में हैं और उनका रो-रोकर बुरा हाल है। रंजीत पासवान परिवार के अकेले कमाने वाले थे, ऐसे में उनकी मौत ने पूरे परिवार को आर्थिक और मानसिक संकट में डाल दिया है।
उनके भाई और अन्य परिजनों ने पुलिस से जल्द से जल्द हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की है। परिजनों का कहना है कि रंजीत की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, फिर भी उन्हें इस तरह बेरहमी से मार दिया गया।
हत्या के पीछे क्या हो सकते हैं कारण?
पुलिस अभी इस हत्याकांड के पीछे के कारणों का पता लगाने में जुटी हुई है, लेकिन कुछ संभावित वजहों की चर्चा हो रही है—
- व्यक्तिगत रंजिश: पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि कहीं मृतक की किसी से पुरानी दुश्मनी तो नहीं थी।
- व्यवसायिक दुश्मनी: रंजीत पासवान डॉक्टर जन्मेजय कुमार के क्लिनिक में कंपाउंडर थे। पुलिस यह भी देख रही है कि क्या किसी पेशेवर प्रतिद्वंद्विता के कारण उनकी हत्या हुई।
- यूट्यूब चैनल से जुड़ा विवाद: चूंकि मृतक अपना यूट्यूब चैनल भी चलाते थे, ऐसे में पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं इस कारण से तो किसी से विवाद नहीं हुआ था।
बिहार में बढ़ते अपराध और प्रशासन की चुनौती
बिहार में पिछले कुछ वर्षों से अपराध की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। आए दिन हत्या, लूट, रंगदारी और गोलीबारी जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे आम जनता में डर और असुरक्षा की भावना बढ़ती जा रही है।
औरंगाबाद जिले में हाल के दिनों में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। इससे पहले भी जिले में कई आपराधिक घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन अपराधियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण उनके हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
पुलिस की अगली कार्रवाई क्या होगी?
कुटुंबा थाना पुलिस के अनुसार, इस मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है और अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार करने के लिए कई टीमों को लगाया गया है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और मृतक के मोबाइल फोन की जांच की जा रही है, ताकि कोई सुराग हाथ लग सके।
थानाध्यक्ष अक्षयवर सिंह ने कहा,
“हम जल्द से जल्द अपराधियों तक पहुंचेंगे और उन्हें कानून के शिकंजे में लाएंगे। हत्या के पीछे के कारणों का पता लगाया जा रहा है और जांच में मिले सभी सबूतों को गंभीरता से देखा जा रहा है।”
आगे क्या?
अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस कितनी जल्दी इस हत्याकांड का खुलासा करती है और अपराधियों को गिरफ्तार कर पाती है या नहीं। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी होगी, ताकि अपराधियों में कानून का खौफ बना रहे और भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।