बिहार में बदला मौसम का मिजाज, वज्रपात से तीन की मौत, कई जिलों में बारिश

बिहार में बदला मौसम का मिजाज, वज्रपात से तीन की मौत, कई जिलों में बारिश
Report By: Rupesh Dubey || Date: 21 Mar 2025+
पटना: बिहार में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। पिछले 24 घंटों में राज्य के कई जिलों में बारिश हुई, वहीं वज्रपात ने भी कहर बरपाया। इस आपदा में तीन लोगों की मौत हो गई, जिससे मृतकों के परिवारों में मातम पसर गया। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे के लिए अलर्ट जारी किया है।
रोहतास में युवक की मौत
रोहतास जिले के सूर्यपुरा थाना क्षेत्र के सरोज गांव में वज्रपात के कारण मोहम्मद अनवर नामक युवक की मौत हो गई। अनवर खेत में घास काटने गया था, तभी अचानक तेज गर्जन के साथ ठनका गिरा और मौके पर ही उसकी जान चली गई।
गया में 10 साल की बच्ची की मौत
गया जिले के इमामगंज प्रखंड के कोठी थाना क्षेत्र में भी वज्रपात ने कहर बरपाया। बधौता गांव निवासी उपेंद्र भारती की 10 साल की बेटी खेत में बंधी बकरी को लाने गई थी, तभी ठनका गिरने से उसकी दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए एएनएमएमसीएच भेज दिया है।
बक्सर में 22 साल के युवक की जान गई
बक्सर जिले के इटाढ़ी थाना क्षेत्र के मंगोलपुर गांव में 22 वर्षीय दीपक नुनिया की मौत हो गई। वह घास काटने के लिए खेत में गया था, तभी वज्रपात की चपेट में आ गया और मौके पर ही दम तोड़ दिया।
मौसम विभाग का अलर्ट जारी
पटना स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले दो दिनों के लिए भारी बारिश और वज्रपात को लेकर अलर्ट जारी किया है।
- 21 मार्च: 26 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है।
- 22 मार्च: बिहार के सभी 38 जिलों के लिए चेतावनी दी गई है।
- 33 जिलों के लिए येलो अलर्ट
- 5 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है:
- बिना जरूरी काम के घर से बाहर न निकलें।
- बारिश और बिजली चमकने के दौरान पक्के मकान में शरण लें।
- खेतों और खुले इलाकों में जाने से बचें।
- किसान और मजदूर आसमान में बादल घुमड़ते ही सुरक्षित स्थान पर चले जाएं।
पिछले 24 घंटे में कई जिलों में बारिश
बिहार के पटना, गया, नालंदा, बक्सर, रोहतास, औरंगाबाद, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, सीवान, सहरसा, मधुबनी, दरभंगा और पूर्णिया समेत कई जिलों में तेज बारिश दर्ज की गई।
सरकार से मुआवजे की मांग
वज्रपात से मारे गए लोगों के परिजनों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि पीड़ित परिवारों को आपदा राहत कोष से आर्थिक सहायता दी जाएगी।