फायरिंग से दहला सासाराम, जमीन विवाद में दो गुटों के बीच जमकर गोलीबारी

फायरिंग से दहला सासाराम, जमीन विवाद में दो गुटों के बीच जमकर गोलीबारी
Report By : Rupesh Dubey ll Date: 19Mar 2025
सासाराम: बिहार के सासाराम में एक बार फिर आपसी वर्चस्व और जमीन विवाद को लेकर माहौल गरमा गया। नगर थाना क्षेत्र के तकिया मोहल्ले में सोमवार की शाम दो गुटों के बीच हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। देखते ही देखते दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 15 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया और भारी मात्रा में हथियार बरामद किए।
जमीन विवाद बना गोलीबारी का कारण
जानकारी के मुताबिक, तकिया मोहल्ले में जमीन की खरीद-बिक्री को लेकर दो गुटों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। इस मुद्दे को सुलझाने के लिए सोमवार शाम एक पंचायत बुलाई गई थी, जिसमें दोनों पक्षों के कई लोग इकट्ठा हुए थे। बातचीत के दौरान पहले तीखी बहस हुई और फिर मामला हाथापाई तक पहुंच गया। स्थिति बिगड़ती देख दोनों पक्षों के लोगों ने एक-दूसरे पर फायरिंग शुरू कर दी।
स्थानीय लोगों के अनुसार, घटना इतनी अचानक हुई कि मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए घरों में छिपने को मजबूर हो गए। कई राउंड गोलियां चलाई गईं, जिससे इलाके में दहशत फैल गई।
एसपी ने संभाली कमान, पुलिस की त्वरित कार्रवाई
फायरिंग की सूचना मिलते ही सासाराम नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल बुलाया गया। रोहतास के पुलिस अधीक्षक (एसपी) रौशन कुमार ने खुद मौके पर पहुंचकर कमान संभाली। पुलिस ने देर रात तक छापेमारी अभियान चलाया और 15 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया।
एसपी रौशन कुमार ने बताया कि आरोपियों के घरों की तलाशी ली गई, जिसमें कई हथियार बरामद हुए हैं। उन्होंने कहा,
“जमीन विवाद को लेकर गोलीबारी की सूचना प्राप्त होते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया गया और छापेमारी कर कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। फिलहाल पूछताछ जारी है, और आगे की जांच में और भी खुलासे हो सकते हैं।”
इलाके में दहशत, पुलिस ने बढ़ाई निगरानी
गोलीबारी की इस घटना के बाद तकिया मोहल्ले में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। स्थानीय लोगों में डर और चिंता का माहौल है। पुलिस ने इलाके में गश्त बढ़ा दी है ताकि दोबारा कोई अप्रिय घटना न हो।
स्थानीय प्रशासन ने भी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने को कहा है। प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जमीन विवाद से जुड़े अन्य पुराने मामलों की भी समीक्षा कर रहा है।
इससे पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
यह पहली बार नहीं है जब सासाराम में जमीन विवाद को लेकर हिंसा हुई है। इससे पहले भी कई बार आपसी रंजिश के कारण फायरिंग और मारपीट की घटनाएं हो चुकी हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, जमीन विवाद से जुड़े मामलों में अक्सर दबंगई देखने को मिलती है, और कई बार यह झगड़े हिंसक रूप ले लेते हैं।
सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसे विवादों को समय रहते रोका क्यों नहीं जाता? क्या पुलिस और प्रशासन को पहले से ऐसे मामलों पर सख्ती से नजर नहीं रखनी चाहिए?
क्या हो सकता है समाधान?
विशेषज्ञों का मानना है कि जमीन विवाद के मामलों में पारदर्शिता और कानूनी प्रक्रिया को मजबूत करना बेहद जरूरी है। अगर खरीद-बिक्री के मामलों में स्पष्टता हो और सरकारी स्तर पर विवादों का निपटारा तेजी से हो, तो ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है।
इसके अलावा, अवैध हथियारों की बढ़ती संख्या भी चिंता का विषय है। अगर प्रशासन इस ओर ध्यान दे और अवैध हथियारों पर सख्ती से रोक लगाए, तो इस तरह की हिंसक घटनाओं में कमी आ सकती है।
फिलहाल पुलिस की जांच जारी
फिलहाल पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। एसपी रौशन कुमार ने कहा है कि हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ की जा रही है और जल्द ही इस पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस घटना में और कौन-कौन लोग शामिल थे और क्या इसमें किसी बड़े गिरोह का हाथ है।
इस घटना ने एक बार फिर दिखाया है कि कैसे आपसी विवाद और वर्चस्व की लड़ाई हिंसा का रूप ले सकती है। अब देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई करती है और प्रशासन ऐसे मामलों को रोकने के लिए क्या कदम उठाता है।