मुख्यमंत्री ने सक्षमता परीक्षा-2 उत्तीर्ण 59 हजार 28 विशिष्ट शिक्षकों को किया नियुक्ति पत्र वितरण
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मुख्यमंत्री ने सक्षमता परीक्षा-2 उत्तीर्ण 59 हजार 28 विशिष्ट शिक्षकों को दी नियुक्ति पत्र
सारांश :
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 59,028 विशिष्ट शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इसमें 55,845 प्रारंभिक, 2,532 माध्यमिक और 651 उच्च माध्यमिक शिक्षक शामिल हैं। उन्होंने शिक्षकों को बधाई देते हुए शिक्षा में सुधार के लिए प्रतिबद्धता जताई। BPSC द्वारा अब तक 4.71 लाख शिक्षकों की नियुक्ति हो चुकी है।
Report By : Bipin Kumar (News Era) || Date : 01 March 2025||
पटना : मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित ‘संवाद’ में आज 59 हजार 28 विशिष्ट शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उपस्थित शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं और उन्हें अपने कर्तव्यों का निष्ठा पूर्वक पालन करने के लिए प्रेरित किया। इस नियुक्ति प्रक्रिया में 55 हजार 845 प्रारंभिक शिक्षक, 2532 माध्यमिक शिक्षक तथा 651 उच्च माध्यमिक शिक्षक शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने श्रीमती नीलम कुमारी, श्री रुस्तम अली, श्रीमती नीलू राय, श्री अच्युत कुमार तथा श्री दीपक कुमार तिवारी को सांकेतिक रूप से नियुक्ति पत्र प्रदान किया। यह नियुक्तियां शिक्षा के क्षेत्र में सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं, जिससे बिहार के सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।
मुख्यमंत्री का संबोधन
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा, “आज का दिन बिहार के शिक्षा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। जिन विशिष्ट शिक्षकों को आज नियुक्ति पत्र प्रदान किया जा रहा है, उन्हें मैं अपनी हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। आप सभी का दायित्व केवल शिक्षण कार्य तक सीमित नहीं है, बल्कि आपको बच्चों के उज्ज्वल भविष्य को आकार देने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभानी होगी।” उन्होंने शिक्षकों से अनुरोध किया कि वे अपने कर्तव्य का निर्वहन पूर्ण निष्ठा और समर्पण के साथ करें।
मुख्यमंत्री का संबोधन करते हुए
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब उन्हें काम करने का अवसर मिला, तब शिक्षा के क्षेत्र में कई सुधार किए गए। 2006-07 से पंचायत एवं नगर निकायों के माध्यम से बड़े पैमाने पर शिक्षकों की नियुक्ति की गई, जिनकी कुल संख्या लगभग 03 लाख 68 हजार है। वर्ष 2023 के बाद से सरकारी शिक्षकों की बहाली के लिए बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा परीक्षा आयोजित की गई, जिसमें 28 हजार नियोजित शिक्षक भी परीक्षा उत्तीर्ण कर सरकारी शिक्षक बने।
सक्षमता परीक्षा का महत्व
मुख्यमंत्री ने बताया कि नियोजित शिक्षकों को नियमित शिक्षक बनाने के लिए विशेष सक्षमता परीक्षा आयोजित की गई थी। इसके लिए शिक्षकों को कुल पाँच अवसर दिए गए।
- पहली सक्षमता परीक्षा में 1,87,818 शिक्षक उत्तीर्ण हुए।
- दूसरी सक्षमता परीक्षा में 66,143 शिक्षक उत्तीर्ण हुए।
- आज 100 विशिष्ट शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया, जबकि शेष को जिलों में नियुक्ति पत्र वितरित किए जा रहे हैं।
- अब तक दो सक्षमता परीक्षाओं में 2,53,961 शिक्षक सफल हुए हैं।
- वर्तमान में केवल 86,000 नियोजित शिक्षक शेष हैं, जो परीक्षा उत्तीर्ण कर सरकारी शिक्षक बनेंगे।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) से अब तक 2,17,272 शिक्षक परीक्षा पास कर सरकारी स्कूलों में नियुक्त हो चुके हैं, जबकि 2,53,961 नियोजित शिक्षक सरकारी शिक्षक बने हैं। इस प्रकार, कुल 4,71,233 शिक्षक सरकारी सेवा में आ चुके हैं।
नियुक्ति पत्र वितरण
हाल ही में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में 66,800 शिक्षक तथा 42,918 हेडमास्टर उत्तीर्ण हुए हैं। इन सभी को जल्द ही नियुक्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे। इस प्रक्रिया के पूर्ण होने के बाद, बिहार में सरकारी शिक्षकों की कुल संख्या 5,80,951 हो जाएगी।
महिला सशक्तिकरण एवं समावेशी विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने शुरू से ही सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम किया है, चाहे वे हिंदू हों, मुसलमान हों, अगड़ा, पिछड़ा, अति पिछड़ा, दलित या महादलित हों। उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण पर विशेष जोर देते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी संख्या में महिलाएं भी नियुक्त हो रही हैं। सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई योजनाओं को लागू किया है, जिससे वे आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सशक्त बन सकें।
नियुक्ति पत्र वितरण
मुख्यमंत्री ने शिक्षा मंत्री को निर्देश देते हुए कहा कि शिक्षण कार्य की नियमित रूप से निगरानी की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि बच्चों की पढ़ाई में किसी भी प्रकार की बाधा न आए। उन्होंने सभी शिक्षकों से आग्रह किया कि वे बच्चों को अच्छे से पढ़ाएं और उनके उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में अपना योगदान दें।
मुख्यमंत्री का समापन संदेश
कार्यक्रम के समापन पर मुख्यमंत्री ने कहा, “शिक्षा से ही समाज का विकास संभव है। एक अच्छा शिक्षक न केवल ज्ञान का संवाहक होता है, बल्कि वह समाज की दिशा और दशा तय करने में भी अहम भूमिका निभाता है। इसलिए आप सभी शिक्षक अपने कार्यों के प्रति निष्ठावान रहें और बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाने में पूर्ण समर्पण से कार्य करें।”
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य लोग
सम्मानित अतिथियों की उपस्थिति
इस महत्वपूर्ण अवसर पर मुख्यमंत्री का स्वागत शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने पुस्तक भेंटकर किया।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा, ऊर्जा सह योजना एवं विकास मंत्री श्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, ग्रामीण कार्य मंत्री श्री अशोक चौधरी, शिक्षा मंत्री श्री सुनील कुमार, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. सुनील कुमार, सूचना प्रावैधिकी मंत्री श्री कृष्ण कुमार मंटू, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री अमृत लाल मीणा, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, वित्त विभाग के प्रधान सचिव श्री आनंद किशोर, मुख्यमंत्री के सचिव श्री कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, शिक्षा विभाग के सचिव श्री बैद्यनाथ यादव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण एवं नवनियुक्त विशिष्ट शिक्षक उपस्थित थे।
इस प्रकार, आज का यह कार्यक्रम बिहार के शिक्षा जगत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।