नोखा में नकली सोयाबीन तेल की बिक्री का भंडाफोड़, भारी मात्रा में जब्त तेल

नोखा में नकली सोयाबीन तेल की बिक्री का भंडाफोड़, भारी मात्रा में जब्त तेल
Report By: Rupesh Kumar Dubey ll Date: 24 Mar 2025
रोहतास जिले के नोखा नगर परिषद क्षेत्र में नकली खाद्य तेल बेचने के बड़े मामले का पर्दाफाश हुआ है। गगन एक्टिव रिफाइंड सोयाबीन तेल कंपनी के जांच अधिकारी की सतर्कता से इस गड़बड़ी की जानकारी मिली, जिसके बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक दुकान पर छापेमारी की। इस छापेमारी में भारी मात्रा में नकली सोयाबीन तेल बरामद किया गया, जिसे प्रतिष्ठित ब्रांड के नाम से बाजार में बेचा जा रहा था।
दुकान पर छापेमारी, 120 लीटर संदिग्ध तेल जब्त
सूत्रों के अनुसार, यह छापेमारी नोखा नगर परिषद के पश्चिम पट्टी दुर्गा स्थान के पास स्थित लाला बाबू शर्मा की दुकान पर की गई। जांच टीम को वहां 8 टीन संदिग्ध सोयाबीन तेल मिला, जिनमें से प्रत्येक टीन में 15 लीटर तेल भरा हुआ था। इस प्रकार कुल 120 लीटर नकली खाद्य तेल बरामद हुआ।
जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि दुकानदार दूसरी कंपनी के सस्ते और निम्न-गुणवत्ता वाले तेल को खरीदकर उस पर गगन एक्टिव रिफाइंड सोयाबीन तेल का नकली स्टिकर चिपकाकर ग्राहकों को गुमराह कर रहा था। इसके अलावा, मौके से दो दर्जन से अधिक खाली टीन और नकली रैपर भी बरामद किए गए, जो बड़े स्तर पर इस मिलावटखोरी की ओर इशारा कर रहे हैं।
कंपनी के अधिकारी ने दर्ज कराई प्राथमिकी
इस पूरे मामले की जानकारी मिलने के बाद गगन एक्टिव कंपनी के जांच अधिकारी रंजीत कुमार सिंह ने नोखा थाना में प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराई। प्राथमिकी में मिलावटखोरी और ग्राहकों को धोखा देने का गंभीर आरोप लगाया गया है। इस कार्रवाई के तहत स्थानीय एसडीएम और स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध किया गया।
नमूने की होगी लैब जांच, रिपोर्ट के बाद कार्रवाई
खाद्य संरक्षण विभाग के अधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि जब्त किए गए तेल के नमूने को गहन जांच के लिए पटना लैब में भेजा जाएगा। लैब रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि यह तेल स्वास्थ्य के लिए कितना खतरनाक हो सकता है। रिपोर्ट के आधार पर अगली कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कानूनी शिकंजा, दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई
नोखा अपर थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि पुलिस इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है। उन्होंने कहा, “यह एक गंभीर अपराध है, जिसमें ग्राहकों की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
इस मामले के उजागर होने के बाद स्थानीय लोग चिंतित और नाराज हैं। उपभोक्ताओं का कहना है कि इस तरह की मिलावटखोरी से स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा पैदा हो सकता है। प्रशासन से मांग की जा रही है कि बाजार में बिक रहे अन्य खाद्य तेलों की भी सघन जांच की जाए ताकि नकली और मिलावटी उत्पादों को रोका जा सके।
नकली खाद्य तेल के सेवन से खतरे
विशेषज्ञों के अनुसार, नकली या मिलावटी खाद्य तेल के सेवन से कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं, जिनमें –
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पेट से जुड़ी बीमारियां,
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लिवर खराब होने का खतरा,
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हृदय रोग,
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मेटाबॉलिज्म पर नकारात्मक प्रभाव,
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पाचन तंत्र में गड़बड़ी,
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त्वचा और बालों पर दुष्प्रभाव,
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कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की संभावना।
सतर्क रहें, नकली उत्पादों की पहचान करें
विशेषज्ञों ने उपभोक्ताओं को सतर्क रहने की सलाह दी है। नकली और असली खाद्य तेल की पहचान के लिए कुछ मुख्य बिंदुओं पर ध्यान देना आवश्यक है –
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ब्रांड का असली लोगो और सही पैकेजिंग जांचें।
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तेल की गंध और रंग पर ध्यान दें।
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बोतल या टीन के सील की जांच करें।
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किसी भी प्रकार की संदिग्ध जानकारी दिखने पर विक्रेता से पूछताछ करें।
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संदेह होने पर कस्टमर हेल्पलाइन या खाद्य विभाग से शिकायत करें।