पटना में गंगा नदी नहाने के दौरान तीन दोस्तों की डूबने से मौत
Patna Ganga Hadsa

पटना में गंगा नदी नहाने के दौरान तीन दोस्तों की डूबने से मौत
Report By : Bipin Kumar (News Era) || Date : 26 April 2025)
पटना, 25 अप्रैल 2025 — राजधानी पटना से एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां गंगा नदी में नहाने के दौरान तीन दोस्तों की मौत हो गई। घटना शुक्रवार देर शाम गांधी मैदान थाना क्षेत्र के कलेक्ट्रिएट घाट की है, जहां एक के बाद एक तीनों युवक गहरे पानी में डूब गए। ये हादसा न केवल तीन जिंदगियों का अंत बन गया, बल्कि उनके परिजनों और जानने वालों के लिए गहरा सदमा भी बन गया है।
मृतकों की पहचान और पारिवारिक स्थिति
पुलिस ने मृतकों की पहचान कर ली है। तीनों युवक पटना के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले थे, लेकिन आपस में अच्छे दोस्त थे। मृतकों में शामिल हैं:
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विनीत कुमार (20 वर्ष) – निवासी मंदिरी
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सोनू राज (19 वर्ष) – निवासी गंगा कॉलोनी, दीघा घाट
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आदित्य कुमार (19 वर्ष) – निवासी दुजरा बुद्धा कॉलोनी
तीनों ही मध्यमवर्गीय परिवार से आते थे और किसी न किसी कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे। घटना की खबर मिलते ही तीनों के घरों में कोहराम मच गया। मां-बाप और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
कैसे हुआ हादसा: एक दर्दनाक श्रृंखला
प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिस के अनुसार, शुक्रवार शाम तीनों दोस्त साथ में कलेक्ट्रिएट घाट पहुंचे थे। शुरुआत में वे घाट किनारे बैठकर बातें कर रहे थे। थोड़ी देर बाद वे गंगा नदी में स्नान करने उतर गए। सबसे पहले विनीत गहरे पानी की ओर चला गया और डूबने लगा।
विनीत को डूबता देख उसके दोनों दोस्त सोनू और आदित्य तुरंत उसे बचाने के लिए पानी में कूद पड़े। लेकिन वे खुद तैरना अच्छी तरह नहीं जानते थे। परिणामस्वरूप, विनीत को बचाने की कोशिश करते-करते वे भी गहरे पानी में फंस गए। कुछ ही पलों में तीनों आंखों से ओझल हो गए।
स्थानीय लोगों की कोशिशें और प्रशासन की कार्रवाई
घाट पर मौजूद कुछ स्थानीय लोगों ने यह दृश्य देखा और तुरंत शोर मचाया। कुछ युवकों ने उन्हें बचाने के लिए पानी में छलांग भी लगाई, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। हादसे की सूचना मिलते ही गांधी मैदान थाने की पुलिस और एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स) की टीम मौके पर पहुंची।
लगभग दो घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया गया, जिसके बाद तीनों युवकों को गंगा से निकाला गया। उन्हें तुरंत पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (PMCH) ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घरों में पसरा मातम
तीनों परिवारों के लिए यह खबर किसी बिजली से कम नहीं थी। जैसे ही परिजनों को सूचना मिली, वे अस्पताल पहुंचे। वहां का माहौल चीख-पुकार और मातम से भर गया। विनीत की मां बार-बार यही कह रही थीं – “मैंने उसे मना किया था गंगा में मत जाना, लेकिन वो नहीं माना…” सोनू और आदित्य के परिजन भी बेसुध हो गए।
प्रशासन की अपील और चेतावनी
घटना के बाद जिला प्रशासन और पटना पुलिस की ओर से आम लोगों से अपील की गई कि गंगा में नहाने के दौरान सावधानी बरती जाए। मानसून पूर्व स्थिति में गंगा का जलस्तर सामान्य लगता है, लेकिन अंदर कई जगह गड्ढे, तेज बहाव और स्लिपरी सतह होती है। खासतौर से ऐसे घाट जहां सुरक्षा व्यवस्था नहीं है, वहां स्नान करने से बचें।
एसडीआरएफ के अधिकारियों ने बताया कि बिना तैराकी ज्ञान और सुरक्षा उपकरणों के गहरे पानी में उतरना जानलेवा साबित हो सकता है।
समाज और युवा वर्ग के लिए सीख
यह हादसा उन सभी युवाओं के लिए एक चेतावनी है जो बिना सुरक्षा के नदी या तालाबों में नहाने चले जाते हैं। तीनों युवक अपने दोस्त को बचाना चाहते थे, लेकिन तैराकी का सही ज्ञान न होना उनके लिए घातक साबित हुआ। यह हादसा बताता है कि नीयत भले ही नेक हो, लेकिन जब बात पानी जैसे प्राकृतिक तत्व की हो, तो पूरी सावधानी और सुरक्षा जरूरी है।
पटना के कलेक्ट्रिएट घाट की यह घटना एक बार फिर सोचने पर मजबूर करती है कि हम किस हद तक जोखिम उठाने को तैयार हो जाते हैं, बिना उसके खतरों को जाने। तीन युवकों की एक साथ मौत ने न केवल तीन परिवार उजाड़ दिए, बल्कि पूरे शहर को एक गहरी पीड़ा में डाल दिया है।