दाउदनगर अनुमंडल में सड़क दुर्घटना रोकथाम फाउंडेशन चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा भव्य सामूहिक विवाह उत्सव का आयोजन

दाउदनगर अनुमंडल में सड़क दुर्घटना रोकथाम फाउंडेशन चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा भव्य सामूहिक विवाह उत्सव का आयोजन
Report By: Chitranjan Kumar
औरंगाबाद, बिहार – समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली संस्था सड़क दुर्घटना रोकथाम फाउंडेशन चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा दाउदनगर अनुमंडल के ओबरा प्रखंड मुख्यालय के बेल रोड स्थित वृंदावन रिसोर्ट में रविवार को भव्य और आकर्षक सामूहिक विवाह उत्सव का आयोजन किया गया। यह आयोजन दाउदनगर अनुमंडल का दूसरा सामूहिक विवाह उत्सव था, जो अपनी भव्यता और सामाजिक उद्देश्य के लिए चर्चित हुआ।
समारोह में एक साथ परिणय सूत्र में बंधे 11 जोड़े
इस सामूहिक विवाह उत्सव में ओबरा प्रखंड और आसपास के कई ग्रामीण क्षेत्रों के हजारों पुरुष और महिलाएं उपस्थित थे, जिन्होंने वर-वधु को अपना आशीर्वाद दिया। कुल 11 जोड़ों की शादी इस समारोह में संपन्न हुई। हर एक जोड़े ने एक साथ मंच पर जयमाला का आदान-प्रदान किया और सात जन्मों तक साथ रहने का वचन लिया। यह दृश्य बहुत ही भावुक और प्रेरणादायक था, जहां सभी जोड़े पारंपरिक भारतीय रीति-रिवाजों के अनुसार विवाह के बंधन में बंधे।
कार्यक्रम का आयोजन और सम्मान
समारोह की शुरुआत अतिथियों को अंगवस्त्र और मोमेंटो देकर किया गया। सम्मानित अतिथियों में क्षेत्रीय गणमान्य व्यक्ति, समाजसेवी, और संस्था के सदस्य शामिल थे। इस दौरान, सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जिसमें मुगलसराय से आए लक्की माही म्यूजिकल ग्रुप ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी। भोजपुरी लोकगायक टिंकू टाइगर ने अपनी गायन प्रस्तुति से समारोह में माहौल को और भी खुशनुमा बना दिया। टिंकू टाइगर ने अपने प्रसिद्ध गानों जैसे “आजू मिथला नगरिया निहाल संखिया” और “देख कर राम जी को नंदनी” की प्रस्तुति दी, जिसे सुनकर लोग झूमने पर विवश हो गए। इसके अलावा, कलाकारों द्वारा राधे कृष्ण और भोले बाबा की झांकी भी प्रस्तुत की गई, जो दर्शकों का ध्यान आकर्षित करने वाली थी।
समाजसेवी दृष्टिकोण और योगदान
समारोह में उपस्थित अतिथियों ने सड़क दुर्घटना रोकथाम फाउंडेशन चैरिटेबल ट्रस्ट की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि समाज में बढ़ती भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने के लिए अगर हर संस्था इस प्रकार के आयोजन करती है तो समाज में एक बड़ा बदलाव आ सकता है। इस ट्रस्ट द्वारा उन परिवारों को शादी के अवसर पर कानूनी प्रक्रिया और पारंपरिक रिवाजों के अनुसार विवाह कराकर उनके जीवन को एक नई दिशा दी जाती है, जो अत्यंत निर्धन होते हैं और जिनके पास शादी के लिए जरूरी संसाधन नहीं होते।
अतिथियों ने आगे कहा कि ओबरा की धरती हमेशा से समाज की सेवा में अग्रणी रही है और इस धरती पर एक बार फिर इतिहास रचा जा रहा है। सामूहिक विवाह के इस आयोजन ने एक नई उम्मीद को जन्म दिया है, जो समाज में समानता और सामाजिक एकता को बढ़ावा देता है। यह आयोजन यह साबित करता है कि जब समाज के युवा वर्ग के लोग एकजुट होते हैं तो वे बड़े से बड़े कार्य को अंजाम दे सकते हैं।
सड़क दुर्घटना रोकथाम फाउंडेशन का समाजसेवा में योगदान
कमेटी के सदस्य और आयोजक इस आयोजन को समाज की सेवा में निस्वार्थ भाव से किए गए कार्य के रूप में देख रहे हैं। सड़क दुर्घटना रोकथाम फाउंडेशन चैरिटेबल ट्रस्ट ने इस विवाह समारोह के आयोजन के माध्यम से न केवल शादी के लिए आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई, बल्कि इसने यह भी सुनिश्चित किया कि जोड़े को सभी आवश्यक वस्तुएं उपहार स्वरूप दी जाएं। इससे पहले भी यह संस्था सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को सहयोग देने, ब्लड डोनेशन कैंप्स आयोजित करने और अस्पतालों में दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए चर्चित रही है।
समाज में बदलाव की दिशा में एक कदम
इस सामूहिक विवाह उत्सव में जोड़े को दी गई शादी की सामग्री में कपड़े, आभूषण, और अन्य जरूरी सामान शामिल थे, जो कि उन परिवारों के लिए एक बड़ी मदद साबित हुए। कमेटी के सदस्यों ने कहा कि उनका मकसद निस्वार्थ भाव से समाज की सेवा करना है और वे लगातार इस दिशा में कार्य करते रहेंगे।
इस आयोजन से जुड़े आयोजक कमेटी के सदस्यों ने यह भी बताया कि इस तरह के आयोजन न केवल सामूहिक विवाह के रूप में एक सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हैं, बल्कि यह समाज में एकजुटता और सहकारिता की भावना को भी प्रोत्साहित करते हैं। इसके साथ ही, यह भी सुनिश्चित करते हैं कि गरीब और जरूरतमंद लोग भी समाज के मुख्य धारा में शामिल हो सकें।
इस समारोह का परिणाम
समारोह के बाद उपस्थित जनसमूह और परिवारों ने सामूहिक विवाह आयोजन की सराहना की और कहा कि इस तरह के आयोजन समाज में समानता और एकता को बढ़ावा देते हैं। यह आयोजन ओबरा प्रखंड के इतिहास में एक और महत्वपूर्ण कदम के रूप में दर्ज हो गया है, जिसने न केवल सामाजिक और पारिवारिक बंधनों को मजबूत किया, बल्कि एक दूसरे के साथ सहानुभूति और समर्थन की भावना को भी प्रोत्साहित किया।
कमेटी के सदस्य पुष्कर अग्रवाल, चंदन सिंह, नौलेश मिश्रा, आनंद विश्वकर्मा, सहजानंद डिक्कू, रॉकी दूबे, गुड्डू सिंह, मुकेश कुमार और अन्य सदस्यों ने इस कार्यक्रम की सफलता में अहम भूमिका निभाई। उनके प्रयासों और समाज सेवा के प्रति समर्पण ने इस आयोजन को सफल बनाने में मदद की और यह साबित कर दिया कि जब समाज के लोग एकजुट होते हैं तो वे किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।
यह सामूहिक विवाह उत्सव और सड़क दुर्घटना रोकथाम फाउंडेशन चैरिटेबल ट्रस्ट का कार्य समाज में बदलाव लाने के लिए एक प्रेरणा है। इस आयोजन ने न केवल गरीब और जरूरतमंदों की मदद की, बल्कि समाज में सकारात्मक सोच और कार्य को भी बढ़ावा दिया। इसे एक मॉडल के रूप में देखा जा सकता है, जिसे अन्य क्षेत्रीय संस्थाएं भी अपने कार्यों में शामिल कर सकती हैं, ताकि समाज के हर वर्ग को बेहतर अवसर मिल सके।