कुदरा में भीषण सड़क हादसा, पीछे से ट्रक ने पति को कुचला – कपड़ा व्यवसायी की मौत
कैमूर न्यूज़

कुदरा में भीषण सड़क हादसा, पीछे से ट्रक ने पति को कुचला – कपड़ा व्यवसायी की मौत
संक्षिप्त न्यूज़ :
कैमूर जिले के कुदरा में लहुरबारी पुल के पास बाइक पलटने से कपड़ा व्यवसायी मुन्ना गुप्ता की ट्रक से कुचलकर मौत हो गई, जबकि पत्नी गंभीर रूप से घायल हुई। दंपती कोचस जा रहे थे तभी सामने से आई बाइक ने टक्कर मार दी। हादसे के बाद ट्रक चालक फरार हो गया। परिजनों ने मुआवजे की मांग की।
Report By : Rupesh Kumar Dubey (News Era) || Date : 13 April 2025||
कैमूर: जिले के कुदरा थाना क्षेत्र में शनिवार की सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे में एक कपड़ा व्यवसायी की मौत हो गई जबकि उसकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई। यह हादसा कुदरा-कोचस मार्ग पर स्थित लहुरबारी पुल के पास हुआ, जब एक दंपती अपनी बाइक से कोचस की ओर जा रहे थे और अनियंत्रित होकर गिर गए। उसी समय पीछे से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने पति को कुचल दिया जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई।
मृतक की पहचान मुन्ना कुमार गुप्ता, उम्र लगभग 35 वर्ष, खरहना गांव, कुदरा निवासी के रूप में हुई है। वह कपड़ों की फेरी का कार्य करते थे और इसी सिलसिले में अपनी पत्नी गुड़िया देवी के साथ कोचस की ओर जा रहे थे। हादसे में गंभीर रूप से घायल पत्नी को प्राथमिक उपचार के बाद भभुआ सदर अस्पताल रेफर किया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
हादसे का विवरण – सामने से आई बाइक बनी वजह
जानकारी के अनुसार, शनिवार की सुबह मुन्ना गुप्ता अपनी पत्नी के साथ बाइक पर सवार होकर खरहना से कोचस जा रहे थे। जैसे ही वे लहुरबारी पुल के पास पहुंचे, सामने से तेज गति से आ रही एक बाइक ने उनकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि दोनों पति-पत्नी असंतुलित होकर बीच सड़क पर गिर पड़े।
गिरते ही पीछे से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक ने मुन्ना गुप्ता को कुचल दिया। ट्रक का पहिया सीधा उनके ऊपर से गुजर गया, जिससे मौके पर ही उनकी दर्दनाक मौत हो गई। यह दृश्य इतना भयावह था कि मौके पर मौजूद लोग स्तब्ध रह गए।
मौके पर मचा कोहराम, स्थानीय लोगों ने दी पुलिस को सूचना
घटना के बाद सड़क पर चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों की भारी भीड़ घटनास्थल पर जमा हो गई। आनन-फानन में लोगों ने कुदरा थाना पुलिस और आपातकालीन स्वास्थ्य सेवा को सूचना दी।
पुलिस मौके पर पहुंची और तुरंत घायल महिला को इलाज के लिए कुदरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) भेजा गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टरों ने उनकी हालत गंभीर बताकर भभुआ सदर अस्पताल रेफर कर दिया।
वहीं, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा तैयार किया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़, घर में मचा कोहराम
इस दुर्घटना की खबर मिलते ही मृतक मुन्ना गुप्ता के घर पर कोहराम मच गया। परिजनों की रो-रो कर स्थिति बेहाल हो गई। गांव के लोगों में भी शोक की लहर दौड़ गई। बताया गया कि मुन्ना गुप्ता ही अपने परिवार के एकमात्र कमाऊ सदस्य थे और कपड़ों की फेरी कर अपने तीन छोटे-छोटे बच्चों सहित परिवार का भरण-पोषण करते थे।
मृतक की पत्नी भी हादसे में गंभीर रूप से घायल है, जिसके चलते पूरे परिवार की स्थिति अत्यंत ही चिंताजनक बनी हुई है।
मुखिया ने की मुआवजे की मांग, कहा – बच्चों का सहारा छिन गया
देवराढ़ पंचायत के मुखिया अशोक कुमार चौरसिया ने इस दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए राज्य सरकार से मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा,
“मुन्ना गुप्ता हमारे गांव के मेहनती और ईमानदार व्यवसायी थे। उनके तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं। इस हादसे में परिवार का सहारा छिन गया है। मैं राज्य सरकार से निवेदन करता हूं कि मृतक के परिजनों को शीघ्र मुआवजा दिया जाए, ताकि परिवार को कुछ राहत मिल सके।”
ट्रक चालक फरार, पुलिस कर रही जांच
हादसे के बाद ट्रक चालक वाहन को घटनास्थल पर ही छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने ट्रक को कब्जे में ले लिया है और फरार चालक की पहचान कर गिरफ्तारी के प्रयास में जुट गई है।
थाना प्रभारी ने बताया कि दुर्घटना में लापरवाही से गाड़ी चलाने की प्राथमिकी दर्ज की गई है और सीसीटीवी व स्थानीय लोगों के बयान के आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है।
सुरक्षा के अभाव में बार-बार हो रहे हादसे
लहुरबारी पुल के आसपास का इलाका पहले से ही दुर्घटनाओं के लिए बदनाम रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस इलाके में सड़क संकरी है और भारी वाहनों की तेज रफ्तार के कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं।
स्थानीय निवासी श्री रमेश यादव ने बताया कि,
“यह कोई पहली बार नहीं हुआ है। यहां हर महीने दो-तीन हादसे होते हैं। प्रशासन को इस क्षेत्र में स्पीड ब्रेकर, साइन बोर्ड, और ट्रैफिक पुलिस की व्यवस्था करनी चाहिए।”
शासन-प्रशासन से अपेक्षाएं
घटना के बाद ग्रामीणों ने मिलकर प्रशासन से कुछ प्रमुख मांगें रखी हैं:
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मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपये तक का मुआवजा दिया जाए।
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घायल महिला का समुचित इलाज कराया जाए और उसके खर्च का वहन राज्य सरकार करे।
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लहुरबारी पुल के पास ट्रैफिक नियंत्रण व्यवस्था की जाए।
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हादसे के लिए जिम्मेदार ट्रक चालक की तत्काल गिरफ्तारी की जाए।
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मृतक के बच्चों की शिक्षा एवं पालन-पोषण की जिम्मेदारी सरकार ले।
एक छोटी सी चूक और उजड़ गया पूरा परिवार
यह घटना न केवल एक दुर्घटना है बल्कि एक पूरे परिवार की नियति बदल देने वाला हादसा है। एक मेहनती व्यक्ति जो अपने परिवार को चलाने के लिए प्रतिदिन संघर्ष करता था, वह सड़क पर हुई एक चूक की भेंट चढ़ गया।
ऐसे मामलों में यदि प्रशासन समय रहते सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाता, तो शायद यह जान बच सकती थी। साथ ही ट्रैफिक नियमों का कड़ाई से पालन, तेज रफ्तार पर नियंत्रण और सड़क पर सतर्कता ऐसे हादसों को रोकने के लिए अनिवार्य है।