“9वीं की छात्रा की हत्या? कुढ़नी में मिली लाश से मचा हड़कंप”
मुजफ्फरपुर क्राइम न्यूज़

“9वीं की छात्रा की हत्या? कुढ़नी में मिली लाश से मचा हड़कंप”
सारांश :
मुजफ्फरपुर के कुढ़नी थाना क्षेत्र में 9वीं की छात्रा का शव पुल के नीचे नहर किनारे मिला। लड़की 15 दिन पहले नाना के घर आई थी और रात से लापता थी। हत्या की आशंका जताई जा रही है। FSL टीम जांच में जुटी है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
मुख्य हाइलाइट्स:
15 वर्षीय नाबालिग का शव मिला
9वीं की छात्रा, वैशाली से आई थी
रात में लापता, सुबह नहर किनारे शव
हत्या की आशंका, FSL जांच जारी
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से होगा खुलासा
Report By : Bipin Kumar (News Era) || Date : 29 May 2025 ||
मुजफ्फरपुर, बिहार – जिले के कुढ़नी थाना क्षेत्र से एक बेहद दर्दनाक और सनसनीखेज वारदात सामने आई है। एक 15 वर्षीय नाबालिग लड़की, जो 9वीं कक्षा की छात्रा थी, का शव पुल के नीचे नहर किनारे संदिग्ध हालात में बरामद हुआ है। छात्रा हाल ही में, महज 15 दिन पहले, वैशाली जिले से अपने नाना-नानी के घर आई थी। रविवार की रात वह घर से रहस्यमयी तरीके से गायब हो गई थी, और अगले ही दिन सुबह उसका शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। स्थानीय लोग और परिजन इस घटना को लेकर स्तब्ध हैं और पुलिस इस मामले को हत्या मान कर जांच में जुटी है।
रात में सोई थी अपने कमरे में, सुबह मिली लाश
मृतका की पहचान वैशाली जिले की रहने वाली एक नाबालिग छात्रा के रूप में हुई है, जो फिलहाल अपने नाना-नानी के पास कुढ़नी थाना क्षेत्र के एक गांव में रह रही थी। छात्रा के मामा अरविंद सिंह के अनुसार, “रात में परिवार के सभी सदस्य खाना खाने के बाद सोने चले गए थे। भांजी अपने कमरे में थी। सुबह उठने पर देखा गया कि वह अपने कमरे में नहीं है। काफी देर तक पूरे मोहल्ले में तलाश की गई, मगर कोई सुराग नहीं मिला। इसी दौरान हमें स्थानीय ग्रामीणों ने सूचना दी कि पुल के नीचे नहर किनारे एक लड़की की लाश पड़ी है।”
परिजनों ने जब मौके पर पहुंचकर शव की शिनाख्त की, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। शव उनकी भांजी का ही था। उसकी हालत देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि उसे कहीं और मारकर यहां लाकर फेंका गया है।
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस और FSL टीम
सूचना मिलते ही कुढ़नी थाना की पुलिस, एसडीपीओ पश्चिमी-2 अनिमेष चंद्र ज्ञानि के नेतृत्व में घटनास्थल पर पहुंची। शव की जांच के लिए फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की टीम को भी बुलाया गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
एसडीपीओ अनिमेष चंद्र ज्ञानि ने बताया, “प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि लड़की की हत्या कहीं और की गई है और उसके बाद शव को पुल के नीचे लाकर फेंक दिया गया है। शरीर पर किसी तरह की चोट का निशान नहीं है, लेकिन ऐसा लगता है कि तकिया या किसी कपड़े से उसका मुंह दबाकर उसकी जान ली गई है। मौत का कारण स्पष्ट रूप से पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा।”
गांव में पसरा मातम, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद पूरे गांव में मातम का माहौल है। परिजन पूरी तरह से सदमे में हैं और किसी को समझ नहीं आ रहा कि एक शांत स्वभाव की लड़की के साथ ऐसा क्यों और कैसे हुआ। ग्रामीण भी इस घटना से हैरान हैं, क्योंकि मृतका का परिवार इलाके में शांतिप्रिय और सम्मानित माना जाता है।
मृतका के मामा ने यह भी बताया कि लड़की बहुत ही समझदार और पढ़ाई में होशियार थी। किसी से कोई विवाद नहीं था। वह हर किसी से सहजता से बात करती थी और घर में भी किसी प्रकार की परेशानी नहीं थी। ऐसे में उसकी अचानक हुई मौत और शव के फेंके जाने की घटना ने पूरे परिवार को तोड़ दिया है।
पुलिस ने शुरू की जांच, कई पहलुओं को लेकर हो रही पूछताछ
पुलिस इस पूरे मामले को गंभीरता से ले रही है। आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि यह पता चल सके कि लड़की घर से कैसे निकली और कौन उसे ले गया या लेकर गया। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं लड़की के साथ किसी प्रकार की यौन हिंसा तो नहीं हुई।
ग्रामीणों से बातचीत के दौरान यह भी पता चला है कि कुछ बाहरी युवकों की गतिविधियां हाल के दिनों में इलाके में बढ़ गई थीं। ऐसे में पुलिस इन तथ्यों की भी तहकीकात कर रही है कि लड़की को बहला-फुसलाकर या जबरन कहीं ले जाया गया था या नहीं। स्थानीय थाने में केस दर्ज कर लिया गया है और कुछ संदिग्धों से पूछताछ भी की जा रही है।
बच्चियों की सुरक्षा पर उठते सवाल
यह घटना राज्य में बच्चियों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े करती है। आए दिन नाबालिग बच्चियों के साथ हो रही घटनाएं समाज और प्रशासन, दोनों के लिए चिंता का विषय हैं। ऐसी घटनाएं इस बात की ओर इशारा करती हैं कि गांवों में भी अब बेटियां पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं।
बिहार में पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आती रही हैं, जहां लड़कियों को या तो अगवा किया गया या फिर उनकी हत्या कर दी गई। इन घटनाओं में कई बार साक्ष्य मिटाने के लिए शव को नहर, खेत या जंगल में फेंक दिया जाता है। यह ताजा मामला भी उन्हीं में से एक प्रतीत हो रहा है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिकी निगाहें
पुलिस और परिजनों की पूरी उम्मीद अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिकी है। रिपोर्ट से यह साफ हो सकेगा कि लड़की की मौत कैसे हुई, क्या उसकी हत्या की गई, क्या उससे दुष्कर्म हुआ या नहीं। पुलिस का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद इस केस की दिशा तय की जाएगी और दोषियों को शीघ्र ही गिरफ्तार किया जाएगा।
जनता की मांग: जल्द हो न्याय
घटना के बाद गांव के लोगों में रोष है। स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों ने पुलिस से मांग की है कि इस केस की निष्पक्ष और गहन जांच की जाए ताकि मृतका को न्याय मिल सके। कई सामाजिक संगठनों ने भी इस घटना की निंदा करते हुए दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है।
एक और मासूम जिंदगी बुझा दी गई
मुजफ्फरपुर की यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि समाज में पनप रहे असुरक्षा के माहौल का संकेत है। एक मासूम बच्ची, जो अपने नाना-नानी के घर कुछ दिनों के लिए आई थी, उसकी मौत ने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया है। अब जरूरत है तेज, निष्पक्ष और प्रभावी जांच की ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को सजा मिल सके।