भारत-पाक तनाव: जम्मू, पठानकोट और जैसलमेर पर हमले

भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ा तनाव: पाकिस्तान के ड्रोन हमलों को भारतीय S-400 डिफेंस सिस्टम ने नाकाम किया, भारत की जवाबी कार्रवाई में तबाह हुए पाक एयर डिफेंस सिस्टम
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भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव एक बार फिर खतरनाक मोड़ पर पहुँच गया है। पाकिस्तान की ओर से बुधवार-गुरुवार की दरम्यानी रात किए गए व्यापक ड्रोन और मिसाइल हमलों के जवाब में भारत ने सख्त कार्रवाई की है। भारतीय रक्षा मंत्रालय ने बताया कि पाकिस्तान ने जम्मू, पठानकोट, जैसलमेर समेत उत्तर और पश्चिम भारत के 15 से अधिक शहरों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिसे भारतीय सैन्य बलों ने पूरी तरह विफल कर दिया।
पाकिस्तान का पहला हमला: जम्मू और पठानकोट को बनाया निशाना
रक्षा सूत्रों के अनुसार, बुधवार रात 8 बजे के आसपास जम्मू एयरपोर्ट और पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर सुसाइड ड्रोन हमले की कोशिश की गई। इन हमलों के जवाब में भारत ने तत्काल S-400 ट्रायंफ एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम को एक्टिव किया। रूस से प्राप्त इस अत्याधुनिक सिस्टम ने हवा में ही सभी पाकिस्तानी ड्रोन को निशाना बनाकर गिरा दिया।
हमलों के बाद जम्मू में रात भर ब्लैकआउट रखा गया और आरएसपुरा सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से भारी गोलाबारी की खबरें सामने आईं। स्थानीय नागरिकों ने जोरदार धमाकों की आवाजें सुनीं, जिससे इलाके में दहशत फैल गई।
जैसलमेर में बड़ा हमला, पाकिस्तान का F-16 जेट मार गिराया गया
उधर, राजस्थान के जैसलमेर सेक्टर में भी पाकिस्तान ने एक और बड़ी साजिश को अंजाम देने की कोशिश की। सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान के एक F-16 लड़ाकू विमान ने भारतीय वायुसीमा में घुसपैठ की, जिसे भारतीय वायुसेना ने मार गिराया। इस घटना के बाद राजस्थान के सभी सीमावर्ती जिलों में भी ब्लैकआउट लागू कर दिया गया और सेना को अलर्ट पर रखा गया।
भारत का जवाबी हमला: ऑपरेशन सिंदूर के अगले दिन की कार्रवाई
यह हमला ऐसे समय में हुआ जब एक दिन पहले ही भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान की सीमा के नजदीक आतंकी लॉन्च पैड्स को तबाह किया था। पाकिस्तान ने अगले ही दिन भारत के सैन्य प्रतिष्ठानों पर जवाबी हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने सभी प्रयासों को नाकाम कर दिया।
गुरुवार सुबह भारत ने अपनी जवाबी कार्रवाई शुरू करते हुए पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया। इस ऑपरेशन में भारत ने इज़राइल से प्राप्त ‘हार्पी’ ड्रोन का इस्तेमाल किया। ये स्वचालित आत्मघाती ड्रोन रडार सिस्टम को निशाना बनाने में सक्षम हैं।
S-400 डिफेंस सिस्टम बना भारत की ढाल
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, पाकिस्तान ने श्रीनगर, अवंतिपोरा, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नाल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज में ड्रोन और मिसाइलें दागीं, लेकिन S-400 डिफेंस सिस्टम ने इनमें से एक भी हमले को सफल नहीं होने दिया।
S-400 ट्रायंफ सिस्टम को हाल के महीनों में भारत की उत्तर और पश्चिमी सीमाओं पर विशेष रणनीतिक दृष्टिकोण से तैनात किया गया था। इसकी लंबी रेंज और मल्टी-टारगेटिंग क्षमता ने पाकिस्तान की योजना को पूरी तरह असफल बना दिया।
भारत की जवाबी कार्रवाई: लाहौर, कराची और सियालकोट में तबाही
गुरुवार सुबह 4 बजे के आसपास भारत ने पाकिस्तान के कई एयर डिफेंस बेस पर लक्षित हमले शुरू किए। लाहौर, कराची और सियालकोट में एयर डिफेंस रडार को निशाना बनाकर तबाह किया गया। इस दौरान हार्पी ड्रोन का इस्तेमाल कर उन ठिकानों को निशाना बनाया गया, जहां से पाकिस्तान ने ड्रोन लॉन्च किए थे।
भारत की इस जवाबी कार्रवाई को सैन्य विशेषज्ञों ने “संतुलित और सटीक” बताया है। रक्षा सूत्रों का दावा है कि यह कार्रवाई पूरी तरह वैधानिक और आत्मरक्षा की श्रेणी में आती है।
हाई अलर्ट पर पंजाब, जम्मू-कश्मीर और राजस्थान
हमले के बाद पूरे पंजाब, जम्मू-कश्मीर और राजस्थान राज्यों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। संवेदनशील इलाकों में सेना और एयरफोर्स को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। नागरिकों से संयम बरतने और अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलने की अपील की गई है।
इस बीच जम्मू, जैसलमेर, बठिंडा और श्रीनगर समेत कई एयरबेस से फाइटर जेट्स की उड़ानें शुरू कर दी गई हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल जवाबी कार्रवाई की जा सके।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और कूटनीतिक मोर्चा
रक्षा मंत्री और प्रधानमंत्री ने उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की। सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान के हमले को लेकर भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को जानकारी देने की तैयारी कर रहा है। वहीं विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के राजदूत को तलब कर सख्त विरोध दर्ज कराया है।
अमेरिका, रूस और फ्रांस जैसे देशों ने स्थिति पर नजर रखते हुए दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है, लेकिन भारत ने स्पष्ट किया है कि यदि उसकी संप्रभुता और सुरक्षा को खतरा हुआ, तो जवाब सख्त और निर्णायक होगा।
जनता में रोष, सीमावर्ती क्षेत्रों में सतर्कता
पाकिस्तान के इस दुस्साहसी हमले के खिलाफ देशभर में गुस्सा देखा जा रहा है। सीमावर्ती राज्यों में लोगों ने स्थानीय प्रशासन को सहयोग करते हुए ब्लैकआउट का पालन किया और कई जगह पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन भी किए गए।
सीमा के पास बसे गांवों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। प्रशासन द्वारा बनाए गए अस्थायी राहत शिविरों में भोजन और चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जा रही है।
भारत की सुरक्षा रणनीति परख में सफल
पाकिस्तान के हमलों ने भारत की सुरक्षा व्यवस्था की असली परीक्षा ली, लेकिन भारतीय सेना, वायुसेना और S-400 डिफेंस सिस्टम की तैनाती ने यह सिद्ध कर दिया कि भारत अब सीमाओं पर किसी भी दुस्साहस को जवाब देने के लिए पूरी तरह सक्षम है। भारत की जवाबी कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया है कि देश की सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक या ढील की कोई गुंजाइश नहीं है।