भभुआ पेट्रोल पंप पर सरेआम हत्या: मनोज धोबी को गोली मारी गई
kaimur crime news

भभुआ पेट्रोल पंप पर सरेआम हत्या: मनोज धोबी को गोली मारी गई
सारांश :-
भभुआ के बद्री भवानी पेट्रोल पंप पर कर्मचारी मनोज धोबी की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिला परिषद सदस्य लल्लू पटेल ने घटना की निंदा करते हुए एससी/एसटी एक्ट में केस और पीड़ित परिवार को मुआवज़ा देने की मांग की है।
Report By : Rupesh Kumar Dubey (News Era) || Date : 20 May 2025 ||
विस्तारित खबर :-
शहर के सबसे व्यस्तम इलाकों में शुमार बद्री भवानी पेट्रोल पंप पर सोमवार की सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब अपराधियों ने सरेआम पेट्रोल पंप कर्मचारी को गोली मार दी। इस निर्मम हत्या की खबर फैलते ही पूरे भभुआ शहर में सनसनी फैल गई और स्थानीय लोगों में आक्रोश और भय का माहौल पनपने लगा। मृतक की पहचान मनोज धोबी (उम्र लगभग 45 वर्ष) पिता मुन्नू धोबी, निवासी वार्ड संख्या-15, भभुआ के रूप में हुई है।
मनोज कई वर्षों से बद्री भवानी पेट्रोल पंप पर कार्यरत था और अपने परिवार का एकमात्र कमाऊ सदस्य था। घटना की जानकारी मिलते ही भभुआ के जिला परिषद सदस्य और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेता विकास सिंह उर्फ लल्लू पटेल मौके पर पहुंचे और उन्होंने स्थानीय मीडिया से बातचीत करते हुए प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े किए।
घटना का विवरण: सुबह की सन्नाटी में गूंजीं गोलियां
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह लगभग 7:30 बजे जब मनोज रोज की तरह तेल भरने के काम में व्यस्त था, उसी समय एक व्यक्ति बाइक पर सवार होकर आया और पेट्रोल भरवाने के बहाने रुक गया। कुछ ही क्षणों में उस व्यक्ति ने अपने पास रखी पिस्तौल निकालकर मनोज पर गोली चला दी। गोली सीने के पास लगी, जिससे मनोज वहीं गिर पड़ा। आसपास के लोग कुछ समझ पाते, इससे पहले ही अपराधी मौके से फरार हो गया।
हालांकि पुलिस की तत्परता की वजह से हत्यारे को कुछ घंटों में ही गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन तब तक मनोज की जान जा चुकी थी। घायल अवस्था में उसे भभुआ सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मौके पर पहुंचे जिला परिषद सदस्य विकास सिंह
जिला परिषद सदस्य की प्रतिक्रिया: पुलिस की नाकामी उजागर
मौके पर पहुंचे जिला परिषद सदस्य विकास सिंह ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा,
“मनोज धोबी बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे। पेट्रोल पंप पर काम कर अपने परिवार का पेट पालते थे। इस प्रकार सरेआम गोली मारकर हत्या कर देना प्रशासन की विफलता है। आम जनता खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है।”
उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में एससी/एसटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए और सरकार को पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देना चाहिए।
“यह सिर्फ हत्या नहीं है, बल्कि समाज के उस वर्ग पर हमला है जो रोज मेहनत करके जीवन यापन करता है। सरकार को इस पर संवेदनशीलता दिखानी चाहिए।”
पुलिस की कार्रवाई: हत्या का कारण क्या?
भभुआ एसपी के अनुसार, आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। शुरुआती जांच में यह मामला आपसी रंजिश से जुड़ा हुआ प्रतीत हो रहा है, हालांकि पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि,
“आरोपी को हिरासत में लिया गया है और उससे पूछताछ जारी है। सीसीटीवी फुटेज, चश्मदीद गवाहों और मौके पर मौजूद साक्ष्यों के आधार पर चार्जशीट तैयार की जाएगी। हम इस केस में तेजी से कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।”
हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि हत्या के पीछे कारण व्यक्तिगत दुश्मनी थी, लूट का इरादा था, या कोई और आपराधिक मकसद।
पीड़ित परिवार का हाल: बेसहारा हुआ घर
मनोज की पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं, जिनकी जिम्मेदारी अब अनाथ हो चुकी मां पर आ गई है। उनकी पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है। उन्होंने मीडिया से कहा,
“हमने कभी किसी से दुश्मनी नहीं की, बस जैसे-तैसे गुज़ारा करते थे। अब बच्चों को कैसे पालूंगी, कुछ समझ नहीं आ रहा।”
परिवार वालों की मांग है कि सरकार उन्हें मुआवजा दे और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए ताकि घर की आर्थिक स्थिति संभाली जा सके।
स्थानीय लोगों में रोष और दहशत का माहौल
घटना के बाद बद्री भवानी पेट्रोल पंप पर लंबी भीड़ जमा हो गई। आम लोग पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाज़ी करने लगे। उनका कहना है कि पिछले कुछ महीनों में भभुआ में अपराध की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं, लेकिन प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है।
एक स्थानीय दुकानदार ने बताया,
“यह इलाका शहर का मुख्य हिस्सा है। दिनभर लोगों का आना-जाना रहता है। अगर यहां पर इस तरह की घटना हो सकती है, तो बाकी जगहों का क्या हाल होगा?”
राजनीतिक प्रतिक्रिया और समाजिक मांगें
बसपा नेता लल्लू पटेल ने जिला प्रशासन से तत्काल मुआवजा देने की मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर पीड़ित परिवार को विशेष राहत देनी चाहिए।
इसके अलावा, स्थानीय सामाजिक संगठनों ने मांग की है कि शहर में पुलिस गश्ती बढ़ाई जाए और पेट्रोल पंप जैसे संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी कड़ी की जाए।
भभुआ में अपराध: एक नजर
भभुआ पिछले कुछ वर्षों में अपेक्षाकृत शांत शहर रहा है, लेकिन हाल के दिनों में अपराध की घटनाओं में अचानक वृद्धि देखी जा रही है। छोटी-मोटी चोरी से लेकर अब सरेआम हत्याएं भी हो रही हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि शहर की बढ़ती जनसंख्या, बेरोजगारी, नशा सेवन और पुलिस की कमजोर पकड़ अपराध के ग्राफ को बढ़ावा दे रही है।
सुरक्षा पर सवाल, न्याय की दरकार
मनोज धोबी की हत्या न केवल एक परिवार की कमर तोड़ गई, बल्कि भभुआ की आम जनता को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर वे कितने सुरक्षित हैं। सरकार और पुलिस प्रशासन के सामने यह मामला एक कड़ी चुनौती है, जिसे अगर गंभीरता से नहीं लिया गया, तो इसका असर आगामी समय में राजनीतिक और सामाजिक दोनों स्तरों पर देखने को मिलेगा।
अब देखना यह है कि पुलिस जांच कितनी तेज़ होती है, दोषी को सज़ा कितनी जल्द मिलती है और सरकार पीड़ित परिवार की कितनी मदद करती है।