कैमूर में बीरूद्दीन आर्मी फिजिकल एकेडमी का भव्य कार्यक्रम

कैमूर में बीरूद्दीन आर्मी फिजिकल एकेडमी का भव्य कार्यक्रम: 57 चयनित अभ्यर्थियों को किया गया सम्मानित, बसपा प्रदेश महासचिव विकास सिंह लल्लू पटेल रहे मुख्य अतिथि
News Era || Rupesh Kumar Dubey ||
कैमूर जिले के युवाओं ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अगर मेहनत और मार्गदर्शन सच्चे हों, तो सफलता किसी भी परिस्थिति में हासिल की जा सकती है। बुधवार को कैमूर जिले के मोहनिया प्रखंड अंतर्गत सरदार वल्लभभाई पटेल कॉलेज परिसर में बीरूद्दीन आर्मी फिजिकल एकेडमी द्वारा एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें बिहार पुलिस में चयनित 57 अभ्यर्थियों को मेडल और फूलमाला पहनाकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला परिषद सदस्य एवं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रदेश महासचिव विकास सिंह उर्फ लल्लू पटेल रहे। उन्होंने चयनित अभ्यर्थियों को बधाई दी और उन्हें देश की सेवा के लिए प्रेरित किया।
शिक्षा ही असली शक्ति है: लल्लू पटेल
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लल्लू पटेल ने कहा,
“शिक्षा शेरनी के दूध के समान है, जो जितना पिएगा, उतना दहाड़ेगा।”
उन्होंने कहा कि शिक्षा से न केवल आत्मनिर्भरता आती है, बल्कि यह समाज और देश के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
“आज आप सभी बिहार पुलिस में चयनित हुए हैं, ये सिर्फ एक नौकरी नहीं बल्कि समाज की रक्षा करने का जिम्मा है। इसके लिए आपको हमेशा सजग, संवेदनशील और ईमानदार रहना होगा।”
लल्लू पटेल ने यह भी कहा कि बीरूद्दीन आर्मी फिजिकल एकेडमी जैसी संस्थाएं न सिर्फ युवाओं को प्रशिक्षित कर रही हैं, बल्कि उन्हें जीवन में सही दिशा देने का भी कार्य कर रही हैं।
110 अभ्यर्थियों को मिला प्रशिक्षण, 57 हुए चयनित
बीरूद्दीन आर्मी फिजिकल एकेडमी के संस्थापक और मुख्य ट्रेनर बीरूद्दीन ने बताया कि इस बैच में कुल 110 छात्रों को प्रशिक्षण दिया गया था, जिनमें से 57 अभ्यर्थियों का चयन बिहार पुलिस में हुआ है। इसमें 28 लड़के और 29 लड़कियाँ शामिल हैं।
उन्होंने कहा,
“हमारा मकसद सिर्फ प्रशिक्षण देना नहीं बल्कि गरीब, वंचित और शोषित वर्ग के युवाओं को एक सशक्त भविष्य देना है। हम चाहते हैं कि हमारे जिले के युवा भी बड़े-बड़े पदों पर पहुंचें और जिले का नाम रोशन करें।”
उन्होंने यह भी बताया कि चयनित अभ्यर्थियों में कई लड़कियां भी हैं जिन्होंने कठिन प्रशिक्षण और चुनौतियों को पार करते हुए सफलता हासिल की है।
चयनित अभ्यर्थियों की सूची में शामिल ये नाम
इस सम्मान समारोह में चयनित अभ्यर्थियों में से कुछ प्रमुख नामों की घोषणा भी की गई, जिनमें प्रमुख हैं:
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सोनम कुमारी
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पिंकी कुमारी
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ज्योति कुमारी
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संतोष यादव
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रवि राज
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अनुज कुमार
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नेहा कुमारी
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विक्की शर्मा
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रोहित कुमार
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प्रिया सिंह
इनके अलावा कई अन्य छात्रों ने भी सफलता प्राप्त की है, जिन्होंने कठिन परिश्रम और अनुशासन से यह मुकाम हासिल किया।
जिले को गौरवांवित करने वाले फिजिकल ट्रेनर
इस सफल आयोजन के पीछे जो नाम सबसे ज्यादा उल्लेखनीय रहे, उनमें फिजिकल ट्रेनर मुलायम यादव, रितेश कुमार, अजय कुमार और राहुल कुमार प्रमुख हैं। इन सभी ने अभ्यर्थियों को न केवल शारीरिक प्रशिक्षण दिया, बल्कि मानसिक रूप से भी उन्हें सशक्त बनाया।
इन प्रशिक्षकों ने बताया कि उनके लिए यह कोई रोजगार नहीं बल्कि एक मिशन है।
“जब हमारे जिले का कोई बच्चा चयनित होता है, तो वो हमारी जीत होती है। हमारा सपना है कि आने वाले समय में बिहार पुलिस ही नहीं, आर्मी, बीएसएफ और अन्य रक्षा सेवाओं में भी हमारे जिले के युवा बढ़-चढ़कर हिस्सा लें।”
कार्यक्रम में उमड़ी भारी भीड़, बना गौरव का माहौल
सरदार वल्लभभाई पटेल कॉलेज परिसर में आयोजित यह कार्यक्रम केवल एक सम्मान समारोह नहीं बल्कि जिले के गौरव और सामूहिक सफलता का प्रतीक बन गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण, अभिभावक, शिक्षाविद और समाजसेवी कार्यक्रम में उपस्थित थे। सभी ने एक सुर में चयनित अभ्यर्थियों को बधाई दी और एकेडमी की प्रशंसा की।
युवाओं के लिए बना प्रेरणा का केंद्र
बीरूद्दीन आर्मी फिजिकल एकेडमी आज कैमूर जिले के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुकी है। ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले छात्रों के लिए जहां संसाधनों की कमी होती है, वहां यह संस्थान उम्मीद की किरण बनकर सामने आई है।
इस अवसर पर लल्लू पटेल ने घोषणा की कि वे आने वाले समय में एकेडमी के विस्तार के लिए हर संभव मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि
“जो संस्थान गरीबों और वंचितों के बच्चों को बिना स्वार्थ प्रशिक्षण दे रहा है, वह सच्चे राष्ट्रनिर्माण का कार्य कर रहा है।”
युवाओं का हौसला, जिले की पहचान
बिहार के अन्य जिलों की तरह कैमूर भी लंबे समय तक पिछड़ेपन की मार झेलता रहा है। लेकिन आज यहां के युवा अपनी मेहनत और लगन से यह साबित कर रहे हैं कि अगर सही मार्गदर्शन मिले, तो कुछ भी असंभव नहीं।
यह कार्यक्रम सिर्फ एक सम्मान समारोह नहीं था, बल्कि एक संदेश भी था—कि सपने सच होते हैं, जब प्रयास सच्चे होते हैं।
बीरूद्दीन आर्मी फिजिकल एकेडमी और वहां से चयनित 57 अभ्यर्थियों की यह सफलता न केवल कैमूर जिले के लिए, बल्कि पूरे बिहार के लिए गर्व की बात है। यह आयोजन एक उदाहरण है कि जब स्थानीय स्तर पर प्रतिभाओं को सही मंच मिलता है, तो वे राष्ट्रीय पटल पर अपनी छाप छोड़ सकते हैं।
बिहार पुलिस में चयनित इन सभी अभ्यर्थियों को हमारी ओर से ढेरों शुभकामनाएं, साथ ही एकेडमी के संस्थापक, प्रशिक्षकों और सहयोगियों को बधाई, जो आने वाले समय में और भी प्रतिभाओं को तराशने के अपने मिशन पर अग्रसर हैं।