कैमूर में शादी से पहले छिन गया जीवन: सड़क हादसे में युवक की दर्दनाक मौत, खुशी का माहौल मातम में बदला

कैमूर में शादी से पहले छिन गया जीवन: सड़क हादसे में युवक की दर्दनाक मौत, खुशी का माहौल मातम में बदला
News Era || Rupesh Kumar Dubey ||
कैमूर, 7 मई:
जिले के मोहनिया अनुमंडल अंतर्गत दादर गांव के पास एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया। एक युवक, जिसकी 13 अप्रैल को सगाई होने वाली थी, की मौत एक तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आने से हो गई। इस दुर्घटना ने उस घर में मातम ला दिया जहां कुछ ही दिनों में ढोल-नगाड़े बजने थे। हादसे में दो अन्य युवक भी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें स्थानीय अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हैदराबाद से लौटा था घर, गया था शादी समारोह में
मृतक युवक की पहचान रोहित कुमार के रूप में की गई है, जो अहिरौली गांव का निवासी था। पड़ोसियों ने बताया कि रोहित कुछ दिन पहले ही हैदराबाद से काम करके अपने घर लौटा था। इसी बीच उसे अपने मौसी के घर नौडीहा गांव में एक शादी समारोह में शामिल होने जाना था। शादी समारोह संपन्न होने के बाद बुधवार को वह अपने दो साथियों के साथ बाइक से घर लौट रहा था।
तेज रफ्तार ट्रक ने छीना जीवन
घर लौटते समय जब तीनों युवक मोहनिया के दादर गांव के पास पहुंचे, तभी एक तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि रोहित की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं, उसके दो साथी गंभीर रूप से घायल हो गए।
स्थानीय लोगों ने तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी और घायलों को अनुमंडल अस्पताल, मोहनिया में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज जारी है। चिकित्सकों के अनुसार दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है।
खुशियों का घर मातम में डूबा
रोहित की मौत से उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिजनों ने बताया कि 13 अप्रैल को उसकी सगाई होने वाली थी और इसके लिए घर में जोरशोर से तैयारियां चल रही थीं। रिश्तेदार भी आने लगे थे और परिवार में उत्सव का माहौल था। लेकिन इस हादसे ने सारी खुशियों को गम में बदल दिया।
रोहित के घर पर मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। उसकी मां, पिता और बहनें सदमे में हैं और रो-रो कर बेहाल हैं। पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने घर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया लेकिन यह दुख इतना गहरा है कि कोई भी शब्द उन्हें सांत्वना नहीं दे पा रहा।
पड़ोसी ने बताया—’कभी किसी से ऊंची आवाज में बात नहीं की’
सदर अस्पताल पहुंचे मृतक के एक पड़ोसी ने कहा, “रोहित बहुत ही शांत और मिलनसार लड़का था। उसने कभी किसी से ऊंची आवाज में बात नहीं की। उसके जैसा बेटा हर मां-बाप की चाह होती है। हम सबने उसके लिए अच्छे भविष्य के सपने देखे थे, लेकिन आज वो हमारे बीच नहीं रहा।”
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कराया पोस्टमार्टम
घटना की जानकारी मिलने पर मोहनिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर भभुआ सदर अस्पताल भेजा, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया।
पुलिस ने बताया कि ट्रक की पहचान करने और चालक की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है। फिलहाल ट्रक मौके से फरार हो गया था, लेकिन आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों और चश्मदीदों के बयान के आधार पर ट्रक मालिक और चालक की पहचान की जा रही है।
सरकारी मुआवजे की मांग
घटना के बाद रोहित के परिजनों और ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और राज्य सरकार से मुआवजे की मांग की है। परिजनों ने कहा कि रोहित परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था। उसके चले जाने से घर की आर्थिक स्थिति भी डगमगा गई है।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पंचायत सदस्यों ने भी प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित परिवार को कम से कम चार लाख रुपये की राहत राशि और अन्य आवश्यक सहायता अविलंब प्रदान की जाए।
सड़क सुरक्षा पर उठे सवाल
यह हादसा एक बार फिर से तेज रफ्तार वाहनों और सड़क सुरक्षा के प्रति लापरवाही को उजागर करता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि मोहनिया क्षेत्र में कई स्थानों पर तेज गति से दौड़ते भारी वाहन आए दिन दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। दादर गांव के पास भी कोई स्पीड ब्रेकर या संकेतक नहीं है, जिससे आए दिन यहां दुर्घटनाएं होती रहती हैं।
लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस क्षेत्र में स्पीड कंट्रोलिंग उपाय जैसे स्पीड ब्रेकर, साइनबोर्ड और ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।
एक सपने का अंत, एक परिवार की त्रासदी
रोहित की मौत केवल एक सड़क हादसा नहीं, बल्कि एक पूरे परिवार के सपनों का अंत है। जहां कुछ ही दिनों में ढोल-नगाड़े बजने थे, वहीं अब शोक गीत गूंज रहे हैं। उसकी सगाई के पहले ही अर्थी उठ गई, यह विडंबना पूरे कैमूर जिले को झकझोर देने वाली है।
अब ज़रूरत है कि प्रशासन पीड़ित परिवार को आर्थिक और मानसिक रूप से सहारा दे और दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करते हुए न्याय दिलाए।