बीडीओ नीलम कुमारी रिश्वत कांड: लालगंज में निगरानी विभाग की बड़ी कार्रवाई, 20 हजार की घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तारी
वैशाली न्यूज़

बीडीओ नीलम कुमारी रिश्वत कांड: लालगंज में निगरानी विभाग की बड़ी कार्रवाई, 20 हजार की घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तारी
सारांश :
हाजीपुर के लालगंज में BDO नीलम कुमारी को निगरानी विभाग ने 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया। आरोप था कि वह आवास योजना का लाभ दिलाने के बदले पैसे मांग रही थीं। निगरानी टीम ने जाल बिछाकर ऑफिस में ही कार्रवाई की। गिरफ्तारी के बाद उन्हें पटना ले जाया गया।
हाईलाइट :
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हाजीपुर के लालगंज की BDO नीलम कुमारी 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार।
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निगरानी विभाग की टीम ने शिकायत के बाद BDO ऑफिस में की कार्रवाई।
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पीएम आवास योजना में लाभ दिलाने के बदले मांग रही थी रिश्वत।
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गिरफ्तारी के बाद पटना ले जाया गया, निगरानी कोर्ट में होगी पेशी।
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पूरे ब्लॉक प्रशासन में मचा हड़कंप, कई फाइलें निगरानी टीम ने जब्त कीं।
Report By : Bipin Kumar (News Era) || Date : 09 June 2025 ||
बिहार में भ्रष्टाचार के विरुद्ध निगरानी विभाग की कार्रवाई जारी है। इसी कड़ी में हाजीपुर के लालगंज प्रखंड से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां की प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) नीलम कुमारी को निगरानी विभाग की टीम ने 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई BDO कार्यालय के भीतर की गई, जिसने पूरे ब्लॉक प्रशासन में हड़कंप मचा दिया है।
शिकायत से गिरफ्तारी तक: जानिए पूरा घटनाक्रम
लालगंज प्रखंड में चल रही प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत लाभार्थियों से रिश्वत मांगे जाने की शिकायत निगरानी विभाग को लंबे समय से मिल रही थी। पीड़ित लाभार्थियों में से एक ने विभाग को सूचना दी कि BDO नीलम कुमारी आवास योजना का लाभ देने के एवज में 20,000 रुपये की रिश्वत की मांग कर रही हैं।
निगरानी विभाग ने शिकायत को गंभीरता से लिया और प्रारंभिक सत्यापन के लिए एक विशेष टीम गठित की। जांच में आरोप की पुष्टि होने के बाद, पटना मुख्यालय से निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम वैशाली जिले के लालगंज पहुंची। यहां उन्होंने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया।
ऑफिस के भीतर रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तारी
निगरानी विभाग के अनुसार, BDO नीलम कुमारी को उनके कार्यालय में ही घूस लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया। विभाग की टीम ने पूरी प्रक्रिया को कैमरे में रिकॉर्ड किया और नोटों को पहले से कैमिकल युक्त कर चिन्हित किया था। जैसे ही नीलम कुमारी ने रिश्वत की रकम स्वीकार की, टीम ने तत्काल उन्हें हिरासत में ले लिया।
BDO नीलम कुमारी को उनके कार्यालय में ही घूस लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया
इस कार्रवाई के दौरान कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों और आम नागरिकों में अफरा-तफरी मच गई। कुछ कर्मचारियों ने पहले विरोध किया, लेकिन बाद में जब पूरा मामला स्पष्ट हुआ तो कोई कुछ बोल नहीं सका।
पूरे ब्लॉक प्रशासन में हड़कंप, फाइलें खंगालने में जुटी टीम
नीलम कुमारी की गिरफ्तारी के बाद निगरानी विभाग की टीम ने कार्यालय में रखे दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी। PMAY सहित अन्य सरकारी योजनाओं से संबंधित फाइलों की बारीकी से छानबीन की जा रही है। आशंका है कि कई अन्य लाभार्थियों से भी पैसों की मांग की गई होगी।
निगरानी विभाग ने मौके से कुछ जरूरी दस्तावेज और रिकॉर्ड अपने कब्जे में लिए हैं। तकनीकी जांच के लिए इन दस्तावेजों को पटना ले जाया गया है।
क्या है मामला – योजना में लाभ देने के एवज में मांगी जा रही थी घूस
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीड़ित लाभार्थी ने निगरानी विभाग को बताया कि उसे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभ मिलना था, लेकिन बार-बार कार्यालय चक्कर काटने के बावजूद फाइल आगे नहीं बढ़ रही थी। अंततः BDO कार्यालय से स्पष्ट कर दिया गया कि यदि वह 20,000 रुपये की ‘सेवा राशि’ देता है, तो ही योजना की राशि स्वीकृत होगी।
इस शिकायत को गंभीर मानते हुए निगरानी विभाग ने जाल बिछाया और तय समय पर शिकायतकर्ता को राशि के साथ भेजा। जैसे ही नीलम कुमारी ने यह रकम ली, टीम ने उन्हें पकड़ लिया।
पटना ले जाया गया आरोपी अधिकारी, स्पेशल कोर्ट में पेशी
गिरफ्तारी के तुरंत बाद BDO नीलम कुमारी को प्राथमिक पूछताछ के लिए निगरानी विभाग की टीम ने पटना स्थित मुख्यालय लाया। वहां उनसे भ्रष्टाचार से जुड़े कई सवाल पूछे गए। सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान नीलम कुमारी ने शुरुआती तौर पर आरोपों से इनकार किया, लेकिन जब सबूत सामने रखे गए तो वह चुप रह गईं।
अब उन्हें पटना स्थित निगरानी की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा, जहां उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी प्रक्रिया शुरू की जाएगी। वहीं, निगरानी विभाग इस मामले में आगे की जांच के लिए तैयार है।
जेपी ने की कार्रवाई की सराहना, विपक्ष ने उठाए सिस्टम पर सवालबी
इस घटना को लेकर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आनी शुरू हो गई हैं। सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने निगरानी विभाग की कार्रवाई की सराहना की है। पार्टी प्रवक्ता ने कहा,
“राज्य सरकार भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा।”
वहीं, विपक्ष ने इसे सिस्टम की विफलता बताया। राजद नेता ने कहा,
“जब तक सिस्टम में पारदर्शिता नहीं आएगी और अधिकारियों की नियुक्ति में राजनीतिक हस्तक्षेप बंद नहीं होगा, तब तक भ्रष्टाचार पनपता रहेगा।”
स्थानीय लोगों में आक्रोश, कहा – हम लगातार शिकायत करते रहे
लालगंज के स्थानीय लोगों ने निगरानी विभाग की कार्रवाई को स्वागत योग्य बताया है। कई लोगों ने मीडिया से कहा कि BDO नीलम कुमारी के खिलाफ पहले भी मौखिक रूप से शिकायत की गई थी, लेकिन स्थानीय स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
एक बुजुर्ग लाभार्थी ने कहा,
“हम तीन महीने से चक्कर लगा रहे थे, लेकिन आवास की स्वीकृति नहीं मिल रही थी। अधिकारी जी साफ बोलती थीं – बिना पैसा दिए कोई काम नहीं होगा।”
प्रशासन ने जताई सख्ती, निलंबन की तैयारी शुरू
वैशाली जिला प्रशासन ने इस गिरफ्तारी के बाद तत्काल उच्चस्तरीय बैठक की। सूत्रों के अनुसार, नीलम कुमारी को निलंबित करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। साथ ही, विभागीय जांच के लिए भी आदेश जारी किया गया है।
DM वैशाली ने कहा,
“कोई भी अधिकारी अगर भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाएगा, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। यह सरकार की स्पष्ट नीति है।”
कौन हैं नीलम कुमारी? – जानिए अधिकारी का प्रोफाइल
नीलम कुमारी वर्ष 2022 में लालगंज BDO के रूप में पदस्थापित हुई थीं। इससे पहले वह बिहार के अन्य दो जिलों में भी पदभार संभाल चुकी हैं। स्थानीय सूत्रों का कहना है कि नीलम कुमारी के कार्यकाल के दौरान PMAY, मनरेगा और शौचालय निर्माण जैसी योजनाओं में गड़बड़ियां सामने आती रही हैं।
हालांकि, उनके खिलाफ अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई थी। यह पहली बार है जब उन्हें रिश्वत के आरोप में रंगेहाथ पकड़ा गया है।
निगरानी विभाग की लगातार सक्रियता – हालिया कार्रवाइयों पर नजर
बिहार में निगरानी विभाग हाल के महीनों में सक्रियता के लिए चर्चा में है। बीते छह महीनों में विभाग ने लगभग 15 अधिकारियों को घूस लेते हुए गिरफ्तार किया है, जिनमें इंजीनियर, क्लर्क, स्वास्थ्य अधिकारी और अब BDO तक शामिल हैं। यह दर्शाता है कि भ्रष्टाचार पर रोक लगाने को लेकर विभाग प्रतिबद्ध है।
एक कड़ी चेतावनी और प्रशासनिक जवाबदेही की परीक्षा
BDO नीलम कुमारी की गिरफ्तारी सिर्फ एक व्यक्ति विशेष पर कार्रवाई नहीं, बल्कि उस पूरे सिस्टम के लिए चेतावनी है जो भ्रष्टाचार को अपना हिस्सा मान बैठा है। यह मामला यह भी बताता है कि यदि शिकायतकर्ता हिम्मत करें और प्रशासन सजग हो, तो घूसखोर अधिकारियों को सजा मिल सकती है।
लालगंज की यह घटना आम जनता को भरोसा देती है कि कानून अब भी मजबूत है और अगर आवाज बुलंद की जाए तो न्याय संभव है।