कैमूर (भभुआ) से दिल दहला देने वाली घटना: दहेज की बलि चढ़ी बेटी, पिता ने दर्ज कराई प्राथमिकी की गुहार
कैमूर क्राइम न्यूज़

कैमूर (भभुआ) से दिल दहला देने वाली घटना: दहेज की बलि चढ़ी बेटी, पिता ने दर्ज कराई प्राथमिकी की गुहार
सारांश :
मझियाव गांव निवासी राजधारी राम की बेटी अंजनी कुमारी की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। शादी के बाद से दहेज के लिए प्रताड़ित की जा रही थी। पिता ने पति जयराम राम समेत छह लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। मामला भगवानपुर थाना क्षेत्र का है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
मुख्य हाईलाइट्स :
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कैमूर जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र में विवाहिता अंजनी कुमारी की संदिग्ध मौत।
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पिता ने पति और ससुरालवालों पर दहेज हत्या का लगाया गंभीर आरोप।
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एक लाख रुपये और बाइक की मांग को लेकर किया जा रहा था मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न।
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मौत के बाद शव का सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया।
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पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की, परिजन न्याय की कर रहे हैं मांग।
Report By : Rupesh Kumar Dubey (News Era) || Date : 07 June 2025 ||
बिहार के कैमूर जिले में एक बार फिर दहेज लोभियों की क्रूरता सामने आई है। रामपुर प्रखंड के मझियाव गांव निवासी राजधारी राम की 22 वर्षीय पुत्री अंजनी कुमारी की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। पीड़ित पिता का आरोप है कि उनकी बेटी की हत्या उसके ससुरालवालों ने दहेज की मांग पूरी न होने के कारण कर दी। इस घटना से इलाके में आक्रोश का माहौल है, वहीं पीड़ित परिवार न्याय की आस में दर-दर की ठोकरें खा रहा है।
शादी के बाद शुरू हुई थी प्रताड़ना
राजधारी राम ने अपनी पुत्री अंजनी कुमारी की शादी दिनांक 12 मई 2018 को भगवानपुर थाना क्षेत्र के बहुरी गांव निवासी जयराम राम से बड़े अरमानों के साथ की थी। लेकिन यह शादी बेटी के लिए अभिशाप बन गई। पिता का कहना है कि शादी के कुछ समय बाद ही ससुरालवालों का असली चेहरा सामने आने लगा।
अंजनी को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा। उसके ससुराल पक्ष के लोग—जयराम राम (पति), जोखन राम, सिताराम राम, गुड्डू राम, जालंधर राम, धाना देवी और कौशल्या देवी—लगातार एक मोटरसाइकिल (आपाची) और ₹1 लाख नकद की मांग कर रहे थे। इनकार करने पर बेटी को प्रताड़ित किया जाता था।
बीमार होने पर नहीं कराते थे इलाज
राजधारी राम ने अपने आवेदन में लिखा है कि जब भी अंजनी बीमार पड़ती थी, उसे इलाज तक नहीं कराया जाता था। गंभीर स्थिति में भी उसे घर में बंद कर रखा जाता था। बार-बार गुहार लगाने के बावजूद ससुरालवाले न तो इलाज कराते थे और न ही उसे मायके भेजते थे। इससे उसकी शारीरिक और मानसिक स्थिति लगातार बिगड़ती रही।
दहेज की मांग ने ली जान
पीड़ित पिता के अनुसार, उनकी बेटी को आखिरकार मार दिया गया। वह कहते हैं, “मेरी बेटी को मार दिया गया है, यह साफ तौर पर दहेज हत्या का मामला है।” राजधारी राम ने कैमूर जिला प्रशासन और भगवानपुर थाना को दिए आवेदन में सभी आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
जिला परिषद सदस्य पहुंचे मौके पर
घटना की सूचना मिलते ही कैमूर जिला परिषद सदस्य विकास सिंह उर्फ लालू पटेल घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि पीड़िता के शरीर पर चोट के निशान थे और परिजन हत्या का आरोप लगा रहे थे। उन्होंने प्रशासन से मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की।
पोस्टमार्टम के बाद होगी स्थिति स्पष्ट
अंजनी कुमारी के शव को सदर अस्पताल भभुआ में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की पुष्टि हो पाएगी। हालांकि, परिवार वालों की बातों और घटनास्थल की स्थिति को देखते हुए प्रथम दृष्टया यह मामला दहेज हत्या का प्रतीत होता है।
पिता का दर्द: न्याय की अपील
राजधारी राम ने पत्र में लिखा है,
“मेरी बेटी को तिल-तिल कर मारा गया। एक बाप की पीड़ा कोई नहीं समझ सकता। मैंने बेटी को खुश रखने के लिए अपनी हैसियत से बढ़कर शादी की थी, लेकिन ये लोग कभी खुश नहीं हुए। अब मेरी बेटी की लाश मुझे मिली है। मैं न्याय चाहता हूं। दोषियों को सजा मिले यही मेरी अंतिम मांग है।”
थाने में दिया गया आवेदन, FIR की मांग
राजधारी राम ने भगवानपुर थाना को दिए गए आवेदन में कहा है कि उनकी बेटी की हत्या के लिए जिम्मेदार उसके पति और ससुराल के अन्य सदस्य हैं। उन्होंने जिन लोगों के नाम आवेदन में दिए हैं, वे हैं—
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जयराम राम (पति)
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जोखन राम
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सिताराम राम
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गुड्डू राम
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जालंधर राम
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धाना देवी
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कौशल्या देवी
सभी पर दहेज की मांग, मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना तथा हत्या का आरोप लगाया गया है। उन्होंने यह भी कहा है कि अगर समय पर इन लोगों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो वे न्याय के लिए आमरण अनशन पर बैठेंगे।
ग्रामीणों का समर्थन, आक्रोश का माहौल
घटना के बाद मझियाव गांव और आसपास के इलाके में लोगों में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि अंजनी एक सीधी-सादी लड़की थी, जिसने हमेशा अपने परिवार और रिश्तों की मर्यादा बनाए रखी। लेकिन लोभी ससुरालवालों ने उसे मार डाला।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए, ताकि समाज में यह संदेश जाए कि दहेज हत्या जैसे मामलों में कठोर सजा मिलती है।
महिला संगठनों की प्रतिक्रिया
कैमूर जिले के कई महिला संगठनों ने इस घटना की निंदा की है। “नारी रक्षा मंच” की जिला अध्यक्ष संगीता तिवारी ने कहा,
“बेटियां कब तक दहेज के लिए मारी जाती रहेंगी? यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज भी हमारी बेटियां दहेज की बलि चढ़ाई जा रही हैं। सरकार को सख्त कदम उठाने होंगे।”
पुलिस की प्रतिक्रिया
भगवानपुर थाना अध्यक्ष ने बताया कि पीड़ित परिजनों से आवेदन प्राप्त हुआ है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई तेज की जाएगी।
कैमूर जिले की यह घटना एक बार फिर समाज को झकझोर देने वाली है। दहेज की मांग, प्रताड़ना और अंत में एक युवती की हत्या—यह कोई नई बात नहीं, लेकिन हर बार यह सवाल छोड़ जाती है कि कब तक बेटियां दहेज के नाम पर मारी जाएंगी?
राजधारी राम की पीड़ा, एक पिता का टूटता भरोसा और अंजनी की मौत—यह सब हमें झकझोरने के लिए काफी है। अब जरूरत है कानून को सख्ती से लागू करने की, ताकि ऐसे दरिंदों को सजा मिल सके और बेटियों की जिंदगी सुरक्षित हो।