“तेजस्वी यादव बड़े सड़क हादसे में बाल-बाल बचे, काफिले में ट्रक ने मारी टक्कर, तीन सुरक्षाकर्मी घायल — NH-22 पर मची अफरातफरी”
बिहार पोल्तिक्स न्यूज़

“तेजस्वी यादव बड़े सड़क हादसे में बाल-बाल बचे, काफिले में ट्रक ने मारी टक्कर, तीन सुरक्षाकर्मी घायल — NH-22 पर मची अफरातफरी”
संक्षिप्त समाचार :
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव गोरौल (वैशाली) में एक सड़क हादसे में बाल-बाल बचे। एनएच-22 पर उनके काफिले में तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी, जिससे तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ट्रक चालक को हिरासत में लिया गया है, ब्रेक फेल की आशंका जताई जा रही है।
हाइलाइट्स :
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बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एक बड़े सड़क हादसे में बाल-बाल बचे।
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वैशाली जिले के गोरौल में एनएच-22 पर उनके काफिले में ट्रक ने मारी टक्कर।
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हादसे में तीन सुरक्षाकर्मी गंभीर रूप से घायल, सदर अस्पताल में भर्ती।
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तेजस्वी यादव सुरक्षित, खुद पहुंचे अस्पताल, घायलों की देखरेख की।
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ट्रक चालक हिरासत में, ब्रेक फेल की आशंका; जांच में जुटी पुलिस।
Report By : News Era (Vaishali) || Date : 07 June 2025 ||
बिहार की राजनीति में गुरुवार की रात उस समय खलबली मच गई जब राज्य के नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव एक भीषण सड़क हादसे में बाल-बाल बच गए। यह हादसा वैशाली जिले के गोरौल थाना क्षेत्र स्थित एनएच-22 पर हुआ, जब तेजस्वी यादव मधेपुरा से पटना लौट रहे थे। काफिले के गुजरने के दौरान एक अनियंत्रित तेज रफ्तार ट्रक ने उनके काफिले की एक गाड़ी को जोरदार टक्कर मार दी, जिसमें तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। तेजस्वी यादव जिस गाड़ी में सवार थे, वह महज कुछ फीट की दूरी पर थी।
घटना का पूरा विवरण:
जानकारी के मुताबिक, गुरुवार की देर रात तेजस्वी यादव का काफिला मधेपुरा से पटना लौट रहा था। रास्ते में जब काफिला गोरौल थाना क्षेत्र के अंतर्गत एनएच-22 पर पहुंचा, तभी एक बेकाबू ट्रक ने काफिले के एक वाहन को पीछे से जबरदस्त टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि वाहन क्षतिग्रस्त हो गया और उसमें बैठे तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। हादसा ठीक उस वक्त हुआ जब तेजस्वी यादव की गाड़ी महज 5 फीट की दूरी पर थी।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, यदि ट्रक की टक्कर कुछ और आगे होती, तो शायद यह दुर्घटना और भी भयावह हो सकती थी। तेजस्वी यादव ने भी इस बात की पुष्टि की है कि हादसा उनसे बेहद नजदीक हुआ और वह पूरी तरह से भगवान की कृपा से सुरक्षित हैं।
घायल सुरक्षाकर्मियों का इलाज जारी:
घटना के तुरंत बाद मौके पर अफरातफरी मच गई। स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई और घायलों को तुरंत स्थानीय सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार, तीनों सुरक्षाकर्मियों की हालत फिलहाल स्थिर है, लेकिन एक सुरक्षाकर्मी के सिर और हाथ में गंभीर चोट आई है। सभी को बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए पटना रेफर किए जाने की संभावना जताई जा रही है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई, ट्रक जब्त और चालक हिरासत में:
घटना की गंभीरता को देखते हुए गोरौल थाना पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए ट्रक का पीछा किया और कुछ ही किलोमीटर दूर चालक समेत ट्रक को हिरासत में ले लिया। प्रारंभिक पूछताछ में यह सामने आया है कि ट्रक की ब्रेक प्रणाली में खराबी आ गई थी, जिसके कारण वह अनियंत्रित हो गया। हालांकि, पुलिस चालक से विस्तृत पूछताछ कर रही है और ट्रक मालिक की जानकारी भी जुटाई जा रही है। ट्रक के दस्तावेजों की भी जांच की जा रही है कि कहीं इसमें कोई तकनीकी गड़बड़ी पहले से तो नहीं थी।
तेजस्वी यादव ने खुद अस्पताल पहुंचकर ली जानकारी:
घटना के तुरंत बाद तेजस्वी यादव ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए खुद सदर अस्पताल पहुंचकर घायलों की स्थिति की जानकारी ली और डॉक्टरों से बेहतर इलाज सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि
“यह एक दुर्घटना हो सकती है, लेकिन इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। अगर ट्रक की गति या दिशा थोड़ी और बदल जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था।”
उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग की कि राजमार्गों पर गाड़ियों की निगरानी और चालकों की स्वास्थ्य जांच के साथ-साथ वाहनों की तकनीकी जांच भी अनिवार्य की जाए।
राजनीतिक हलकों में हलचल:
तेजस्वी यादव के हादसे में बाल-बाल बचने की खबर फैलते ही राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई। सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक मंचों तक हर तरफ चिंता और राहत दोनों की लहर देखने को मिली।
आरजेडी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा —
“भगवान का शुक्र है कि तेजस्वी जी सुरक्षित हैं। यह एक बड़ी साजिश भी हो सकती है, इसलिए जांच होनी चाहिए।”
वहीं जदयू और बीजेपी के नेताओं ने भी तेजस्वी यादव की कुशलता पर राहत जताते हुए हादसे की निष्पक्ष जांच की मांग की।
सड़क सुरक्षा पर उठे सवाल:
इस घटना ने एक बार फिर राजमार्गों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
- क्या ट्रकों की नियमित फिटनेस जांच हो रही है?
- क्या हाईवे पर सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा है?
- क्या काफिले की सुरक्षा के लिए पर्याप्त गाइडलाइन हैं?
इन सवालों पर बिहार सरकार को अब जवाब देने की जरूरत है। कई जानकारों का मानना है कि राजनीतिक व्यक्तित्वों के काफिले को लेकर प्रशासन को अलग मानक और सतर्कता बरतनी चाहिए।
इस पूरी घटना में राहत की सबसे बड़ी बात यही रही कि बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सुरक्षित हैं। लेकिन यह घटना न केवल उनकी सुरक्षा के लिहाज से बल्कि राज्य की सड़क व्यवस्था और ट्रैफिक नियंत्रण प्रणाली की कमियों की ओर भी इशारा करती है। यदि इस हादसे को सिर्फ “दुर्घटना” मानकर छोड़ दिया गया, तो भविष्य में और भी गंभीर घटनाएं हो सकती हैं।
बिहार पुलिस ने फिलहाल एफआईआर दर्ज कर ली है और ट्रक चालक से गहन पूछताछ जारी है। दुर्घटनास्थल की सीसीटीवी फुटेज और ट्रक की तकनीकी रिपोर्ट के आधार पर जांच आगे बढ़ेगी।
राज्य की जनता, खासकर युवा वर्ग, इस घटना को लेकर खासा चिंतित है। सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं और तेजस्वी यादव की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।
लेखक: न्यूज़ इरा ब्यूरो टीम
स्थान: पटना/वैशाली
तारीख: 7 जून 2025
श्रेणी: राजनीति | दुर्घटना | सुरक्षा