वैशाली में STF और पुलिस की बड़ी कार्रवाई: कुख्यात राजीव माली मुठभेड़ में घायल, साथी प्रमोद गिरफ्तार; पिस्टल बरामद
हाजीपुर क्राइम न्यूज़

वैशाली में STF और पुलिस की बड़ी कार्रवाई: कुख्यात राजीव माली मुठभेड़ में घायल, साथी प्रमोद गिरफ्तार; पिस्टल बरामद
High Lights :
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मुठभेड़ स्थल: दिघी कला पूर्वी माली टोला, वैशाली
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मुख्य आरोपी: राजीव माली – रंगदारी और फायरिंग मामलों में वांछित
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साथी आरोपी: प्रमोद कुमार – निवासी दानापुर
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पुलिस कार्रवाई: STF और सदर थाना की संयुक्त टीम
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बरामदगी: एक पिस्टल और एक खोखा
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एसपी का बयान: सुनियोजित ऑपरेशन, अपराधियों को नहीं बख्शा जाएगा
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घायल: राजीव माली – गोली पैर में लगी, PMCH रेफर
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गिरफ्तार: प्रमोद कुमार
Report By : Bipin Kumar (News Era) || Date : 13 June 2025 ||
वैशाली : जिले के दिघी कला पूर्वी माली टोला में गुरुवार की रात एक नाटकीय मुठभेड़ हुई, जिसने न केवल अपराधियों के हौसलों पर लगाम लगाने का काम किया, बल्कि पुलिस की सजगता और तैयारी को भी स्पष्ट कर दिया। इस मुठभेड़ में एक कुख्यात अपराधी राजीव माली को गोली लगी जबकि उसका साथी प्रमोद कुमार को पुलिस ने मौके से दबोच लिया। मौके से पिस्टल और खोखा बरामद किया गया है। कार्रवाई को STF और सदर थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने अंजाम दिया।
सूचना से घेराबंदी तक: कैसे हुई पूरी कार्रवाई
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि सदर थाना क्षेत्र में रंगदारी और गोलीबारी के मामलों में वांछित राजीव माली अपने साथी प्रमोद कुमार के साथ अपने घर पर मौजूद है। जानकारी मिलते ही वैशाली पुलिस हरकत में आई।
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एसपी ललित मोहन शर्मा के निर्देशन में STF (Special Task Force) और सदर थाना पुलिस की संयुक्त टीम बनाई गई।
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दिघी कला पूर्वी माली टोला स्थित संदिग्ध ठिकाने की पहचान की गई और इलाके की पूर्ण घेराबंदी कर ली गई।
पुलिस जब चिह्नित घर के अंदर प्रवेश करने लगी, उसी वक्त अंदर से फायरिंग शुरू हो गई। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी मोर्चा संभाल लिया और कुछ ही मिनटों में मुठभेड़ की स्थिति बन गई।
मुठभेड़ का रोमांच: अपराधियों की बौखलाहट और पुलिस की तैयारी
मुठभेड़ के दौरान मुख्य आरोपी राजीव माली ने अंधाधुंध गोलीबारी की। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसे दाहिने पैर के घुटने पर गोली लगी जिससे वह वहीं घायल होकर गिर पड़ा।
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घायलावस्था में राजीव को सबसे पहले हाजीपुर के सदर अस्पताल लाया गया।
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वहां से उसकी हालत को गंभीर देखते हुए उसे PMCH पटना रेफर कर दिया गया।
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उसके साथ मौजूद प्रमोद कुमार, जो दानापुर का निवासी बताया जा रहा है, को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया।
मौके से बरामद हथियार और सबूत
घटनास्थल की क्राइम सीन इन्वेस्टिगेशन के बाद पुलिस ने एक पिस्टल और एक खोखा बरामद किया है। इस पिस्टल से ही गोली चलाई गई थी, इसकी पुष्टि फॉरेंसिक जांच से की जाएगी।
बरामद हथियार
प्रमोद कुमार के बारे में भी पुलिस अब आपराधिक इतिहास खंगालने में जुट गई है। प्रारंभिक तौर पर यह भी जानकारी मिली है कि वह पहले से भी कई मामलों में संलिप्त रहा है।
राजीव माली: कौन है ये कुख्यात अपराधी?
राजीव माली पर रंगदारी वसूलने, स्थानीय ठेकेदारों को धमकाने और गोलीबारी की कई घटनाओं में शामिल होने के गंभीर आरोप हैं। वह लंबे समय से पुलिस को चकमा दे रहा था और सदर थाना क्षेत्र के लोगों में दहशत का कारण बना हुआ था।
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उस पर विभिन्न थानों में कई FIR दर्ज हैं।
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पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी, लेकिन हर बार वह ठिकाना बदलकर भाग निकलता था।
इस मुठभेड़ के जरिये पुलिस ने न सिर्फ एक कुख्यात अपराधी को काबू किया है, बल्कि पूरे क्षेत्र में एक साहसिक संदेश भी दिया है कि अब अपराधियों के लिए बिहार की ज़मीन सुरक्षित नहीं रही।
एसपी का बयान: सुनियोजित कार्रवाई थी
घटना के बाद वैशाली के पुलिस अधीक्षक ललित मोहन शर्मा ने बताया—
“राजीव माली रंगदारी और गोलीबारी के कई मामलों में वांछित था। उसकी गिरफ्तारी को लेकर पूर्व से ही योजना बनाई गई थी। पुलिस टीम की सजगता और STF की भागीदारी के कारण आज उसे पकड़ने में सफलता मिली। मुठभेड़ के दौरान एक अपराधी घायल हुआ जबकि दूसरा सुरक्षित गिरफ्तार हुआ।”
उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में अपराधियों के खिलाफ इस तरह की और सर्जिकल कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों में राहत और पुलिस की सराहना
मुठभेड़ की खबर जैसे ही फैली, पूरे दिघी कला और आसपास के इलाकों में खलबली मच गई। लेकिन जब लोगों को यह पता चला कि एक वांछित अपराधी को पकड़ लिया गया है, तब उन्होंने राहत की सांस ली।
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स्थानीय लोगों ने पुलिस को धन्यवाद कहा और इस तरह की कार्रवाइयों की मांग लगातार की है।
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कई लोग यह भी बता रहे हैं कि राजीव माली अक्सर क्षेत्र में धमकी, वसूली और दबंगई करता था।
कानून-व्यवस्था पर यह कार्रवाई क्यों है अहम?
बिहार के कई जिलों में अपराध और पुलिस के बीच टकराव की घटनाएं अक्सर सामने आती रही हैं। लेकिन वैशाली जैसे इलाके में STF की साझेदारी में की गई यह ताबड़तोड़ कार्रवाई आने वाले समय में एक उदाहरण के रूप में देखी जाएगी।
यह संदेश देती है कि—
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अब पुलिस की रणनीति आक्रामक हो चुकी है।
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सूचना तंत्र और इंटेलिजेंस पर पुलिस की पकड़ मजबूत हो रही है।
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और अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
एक मुठभेड़, कई संदेश
वैशाली की यह मुठभेड़ सिर्फ एक पुलिस-एक्शन नहीं थी, बल्कि यह एक प्रशासनिक साहस और इच्छाशक्ति का परिचायक है। राजीव माली की गिरफ्तारी और प्रमोद की धरपकड़ पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, वहीं समाज के लिए एक राहत।
यह कार्रवाई यह बताती है कि अगर पुलिस चाहे तो अपराधियों के लिए कोई भी इलाका सुरक्षित नहीं।