पंचायत रोजगार सेवक मुमताज अहमद की हत्या: मुजफ्फरपुर में घर में घुसकर 12 बार चाकू मार अपराधियों ने ली जान

पंचायत रोजगार सेवक मुमताज अहमद की हत्या: मुजफ्फरपुर में घर में घुसकर 12 बार चाकू मार अपराधियों ने ली जान, लूटपाट और साजिश की जांच में जुटी पुलिस
रिपोर्ट: न्यूज़ इरा | मुजफ्फरपुर | 07 जुलाई 2025
मुजफ्फरपुर (बिहार):
शहर के काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र में सोमवार की अलसुबह दिल दहला देने वाली एक वारदात सामने आई है। राम राजी रोड स्थित अपने ही घर में सो रहे पंचायत रोजगार सेवक मुमताज अहमद (38) की अपराधियों ने बेरहमी से गला रेतकर हत्या कर दी। हत्या के बाद उनके शव को खून से सना छोड़कर अपराधी फरार हो गए। पुलिस की शुरुआती जांच में लूट, रंजिश और साजिश की कई संभावनाएं सामने आ रही हैं।
हत्या की पूरी वारदात
मुमताज अहमद मूल रूप से वैशाली जिले के रहने वाले थे, लेकिन पिछले कई वर्षों से मुजफ्फरपुर के राम राजी रोड स्थित मकान में परिवार सहित रहते थे। वो एक पंचायत में रोजगार सेवक के रूप में कार्यरत थे और फिलहाल संविदा पर कार्य कर रहे थे।
सोमवार सुबह करीब 3 बजे के आसपास अपराधी उनके घर में दाखिल हुए। उस समय मुमताज की पत्नी खुशबू और उनके तीन बच्चे घर के दूसरे कमरे में सो रहे थे। अपराधियों ने मुमताज के कमरे में घुसकर उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, उन्हें कुल 12 बार चाकू मारा गया और गला रेत कर हत्या की गई।
वारदात के बाद जब पत्नी खुशबू की नींद खुली, तो कमरे का नजारा देखकर उसके होश उड़ गए। मुमताज की लाश फर्श पर खून से लथपथ पड़ी थी। बेड पर कैश बिखरा हुआ था, रूम के अन्य सामान भी अस्त-व्यस्त थे, जिससे साफ है कि घटना के दौरान संघर्ष हुआ था।
लूटपाट की आशंका
परिजनों ने आरोप लगाया है कि हत्या के पीछे लूट की बड़ी साजिश है। घर से लाखों रुपये नकद और कीमती जेवरात गायब हैं। अपराधी हत्या के बाद CCTV का हार्ड डिस्क भी अपने साथ ले गए, ताकि घटना की कोई फुटेज पुलिस के हाथ न लगे।
मुमताज की पत्नी ने बताया कि वे पिछले कई दिनों से मानसिक रूप से तनाव में थे। उन्होंने कई बार कहा था कि उनकी नौकरी सुरक्षित नहीं है। वे संविदा पर कार्यरत थे और उनका कहना था कि “कभी भी मेरी नौकरी जा सकती है।”
हत्या से पहले फोन पर बहस
परिजनों के मुताबिक, रविवार रात को मुमताज की किसी से फोन पर तीखी बहस हुई थी। हालांकि अपराधी मोबाइल फोन भी अपने साथ ले गए हैं, जिससे उस कॉल की जांच में फिलहाल कठिनाई आ रही है। घरवालों का कहना है कि मुमताज ने हाल के दिनों में कुछ लोगों को पैसे उधार दिए थे, जिससे उनका लेन-देन चल रहा था।
मृतक के बड़े भाई मुश्ताक अहमद ने बताया कि गांव के कुछ लोगों पर धमकी देने का शक है, लेकिन अभी कोई नाम स्पष्ट रूप से नहीं बताया जा रहा है।
मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम
घटना की सूचना मिलते ही सिटी एसपी कोटा किरण पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि घटना की गहराई से जांच की जा रही है। FSL (फॉरेंसिक साइंस लैब) की टीम और डॉग स्क्वॉड को बुलाकर सबूत जुटाए जा रहे हैं। मौके से एक चाकू भी बरामद हुआ है, जिससे हत्या की गई थी।
एसपी ने कहा, “अभी हम तकनीकी साक्ष्यों को खंगाल रहे हैं। मोबाइल फोन और CCTV रिकॉर्डिंग्स का विश्लेषण बेहद ज़रूरी है। आसपास के इलाकों में लगे CCTV कैमरों को खंगाला जा रहा है ताकि अपराधियों की पहचान हो सके।”
पत्नी की हालत गंभीर, बच्चों पर मनोवैज्ञानिक असर
मुमताज की पत्नी खुशबू इस हादसे के बाद सदमे में हैं। उन्होंने बताया कि पति की मौत के बाद उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। तीन छोटे बच्चे पूरी तरह डरे हुए हैं और बार-बार पिता को खोज रहे हैं। इस हादसे का गहरा मनोवैज्ञानिक असर पूरे परिवार पर पड़ा है।
खुशबू ने यह भी बताया कि पति नौकरी के अलावा मार्केट में लोगों से आर्थिक लेन-देन भी करते थे। “वो बहुत सीधे और शांत स्वभाव के थे। किसी से लड़ाई-झगड़ा नहीं रखते थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों से चिंतित दिखते थे।”
हत्या के पीछे संभावित कारण
इस जघन्य हत्या के पीछे कई संभावनाएं जांच के दायरे में हैं:
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लूटपाट की योजना: नकदी और जेवर की चोरी साफ संकेत देती है कि हत्या के साथ लूट की मंशा भी थी।
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पुरानी रंजिश: आर्थिक लेन-देन के चलते किसी से दुश्मनी भी हो सकती है।
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नौकरी और दबाव: संविदा पर कार्यरत होने के कारण मुमताज मानसिक रूप से तनाव में थे। हो सकता है, किसी ने उनकी कमजोरी का फायदा उठाया हो।
क्षेत्र में दहशत का माहौल
घटना के बाद राम राजी रोड सहित पूरे काजी मोहम्मदपुर इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इलाके में पुलिस गश्त की कमी है और सुरक्षा व्यवस्था लचर है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी हो और पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाए।
अब तक की जांच की स्थिति
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हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद
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CCTV का हार्ड डिस्क गायब
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मोबाइल फोन भी साथ ले गए अपराधी
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आस-पास के CCTV कैमरों की जांच जारी
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FSL टीम ने मौके से ब्लड सैंपल और फिंगरप्रिंट उठाए
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डॉग स्क्वॉड की मदद से अपराधियों के भागने के रास्ते की पहचान
पुलिस का बयान
सिटी एसपी कोटा किरण ने कहा,
“सुबह 4 बजे हमें घटना की सूचना मिली। टीम तत्काल मौके पर पहुंची। प्रारंभिक जांच में लूट के संकेत हैं, लेकिन हत्या के पीछे अन्य पहलुओं की भी जांच की जा रही है। जल्द ही अपराधी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।”
पंचायत रोजगार सेवक मुमताज अहमद की हत्या एक योजनाबद्ध अपराध प्रतीत होती है। आर्थिक, सामाजिक और व्यक्तिगत सभी पहलुओं की जांच पुलिस द्वारा की जा रही है। इस वारदात ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि संविदा पर काम करने वाले कर्मियों की सुरक्षा और मानसिक स्थिति को लेकर सरकार और समाज कितने संवेदनशील हैं?
पुलिस को चाहिए कि वे जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़कर इस दिल दहला देने वाली घटना से पर्दा उठाएं और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाएं।