संजय मल्होत्रा भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर नियुक्त हुए हैं। वह शक्तिकांत दास का स्थान लेंगे। मल्होत्रा 1990 बैच के राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। उनके पास आईआईटी कानपुर से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग की डिग्री है। वह प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से पब्लिक पॉलिसी में मास्टर्स भी हैं। दास का कार्यकाल मंगलवार को खत्म हो जाएगा। वह तीन साल तक यह जिम्मेदारी संभालेंगे.
Report By : Bipin kumar || Date : 10 Dec 2024 ||
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को नया नेतृत्व मिल गया है. अनुभवी अधिकारी संजय मल्होत्रा को रिजर्व बैंक का नया गवर्नर नियुक्त किया गया है. वर्तमान गवर्नर शक्तिकांत दास का कार्यकाल पूरा होने के बाद यह बदलाव हुआ है. शक्तिकांत दास ने 2018 से अब तक RBI की कमान संभाली और कई महत्वपूर्ण फैसले लिए.
कौन हैं संजय मल्होत्रा?
संजय मल्होत्रा 1990 बैच के राजस्थान कैडर के IAS अधिकारी हैं. उन्होंने आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से मास्टर्स किया. उनके पास वित्तीय मामलों और प्रशासन में तीन दशकों से अधिक का अनुभव है. उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों में वित्त, ऊर्जा, आईटी, माइंस और टैक्सेशन जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं.
सरकार की पहली पसंद क्यों बने मल्होत्रा?
मल्होत्रा का नाम उनके अनुभव और काबिलियत के कारण तय हुआ. वह वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग में सचिव रह चुके हैं. इसके अलावा, उन्होंने ऊर्जा मंत्रालय में एडिशनल सेक्रेटरी और आरईसी के चेयरमैन व एमडी के रूप में भी कार्य किया. उनकी विशेषज्ञता और नेतृत्व क्षमता ने उन्हें RBI के लिए उपयुक्त उम्मीदवार बनाया.
नए कार्यकाल से उम्मीदें
संजय मल्होत्रा का कार्यकाल तीन साल का होगा. उनके अनुभव को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि वह RBI की नीतियों को नई दिशा देंगे. वित्तीय क्षेत्र में सुधार और स्थिरता लाने के साथ ही वह आर्थिक चुनौतियों का समाधान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
शक्तिकांत दास का योगदान
शक्तिकांत दास ने अपने कार्यकाल में कई ऐतिहासिक फैसले लिए. नोटबंदी के बाद की अर्थव्यवस्था को संभालने से लेकर महामारी के दौरान आर्थिक स्थिरता बनाए रखने तक, दास ने हर चुनौती का सामना किया. हालांकि, सरकार ने उनके कार्यकाल को आगे न बढ़ाने का निर्णय लिया.
RBI के लिए नई दृष्टि
RBI के सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की निगरानी में कार्य करने वाले गवर्नर की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होती है. मल्होत्रा के नेतृत्व में RBI से डिजिटल बैंकिंग, वित्तीय समावेशन और वैश्विक आर्थिक चुनौतियों का समाधान करने की उम्मीद की जा रही है.