दानापुर: दही गोप की अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब, भारी सुरक्षा व्यवस्था तैनात
शव यात्रा दही गोप
दानापुर: दही गोप की अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब
दानापुर छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष रणजीत कुमार उर्फ दही गोप की अंतिम यात्रा मंगलवार को पूरे सम्मान और भावनात्मक माहौल में निकाली गई। अंतिम यात्रा के दौरान दानापुर के हर कोने में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया। थानों की पुलिस टीम के साथ अतिरिक्त पुलिस बल और ड्रोन से निगरानी का प्रबंध किया गया था। हजारों लोगों की भीड़ ने “दानापुर की शान, रणजीत भैया अमर रहें” के नारे लगाए।
Report By : Bipin kumar || Date : 24 Dec 2024 ||
मंगलवार को पीएमसीएच में पोस्टमार्टम के बाद रणजीत कुमार का पार्थिव शरीर दानापुर स्थित उनके निवास पेठिया बाजार लाया गया। उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों का तांता लग गया। भीड़ के बीच उनकी शव यात्रा शुरू हुई, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए। शव यात्रा का मार्ग सदर बाजार, दानापुर थाना, इमलीतल, शाह टोली, तरकरिया बाजार से होते हुए दीघा घाट तक था। दीघा घाट पर उनके बड़े बेटे तनिष्क ने मुखाग्नि दी।
जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति
अंतिम यात्रा में कई राजनीतिक और सामाजिक नेता श्रद्धांजलि देने पहुंचे। दानापुर विधायक रीतलाल यादव, जेडीयू नेता श्याम रजक, और पाटलिपुत्र के पूर्व सांसद राम कृपाल यादव समेत कई गणमान्य व्यक्तियों ने पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित किए। छावनी परिषद कार्यालय में रणजीत कुमार को अंतिम विदाई दी गई, जहां उनके साथियों और समर्थकों ने उन्हें याद किया।
सुरक्षा में तैनात जवान
सुरक्षा के विशेष प्रबंध
अंतिम यात्रा के दौरान शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए थे। दानापुर थाना सहित कई थानों की पुलिस बल तैनात थी। पटना पुलिस लाइन से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया था। पेठिया बाजार, सदर बाजार, और अन्य प्रमुख स्थानों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। ड्रोन के जरिए भीड़ और पूरे क्षेत्र की निगरानी की गई।
श्रद्धांजलि में उमड़ा जनसमूह
रणजीत कुमार की मौत की खबर के बाद से ही पेठिया बाजार में लोगों की भीड़ जुटने लगी थी। अंतिम यात्रा में शामिल हजारों लोगों ने गमगीन माहौल में उन्हें श्रद्धांजलि दी। लोगों ने उनके योगदान को याद करते हुए भावुक नारे लगाए। मंगलवार को तीसरे दिन भी दानापुर के प्रमुख बाजार जैसे सदर बाजार, पेठिया बाजार, गांजा रोड, और मच्छरहट्टा रोड की दुकानें बंद रहीं। स्थानीय व्यापारियों और आम जनता ने शोक प्रकट करते हुए अपनी सहानुभूति व्यक्त की।
पारिवारिक और सामुदायिक शोक
पार्थिव शरीर के घर पहुंचते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। अंतिम दर्शन के लिए आए लोगों ने परिवार को ढांढस बंधाया। दही गोप के समर्थकों ने उनकी अंतिम यात्रा को ऐतिहासिक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
प्रशासन की मुस्तैदी
दानापुर में रणजीत कुमार की मौत के बाद से ही प्रशासन सतर्क था। मंगलवार सुबह से ही विभिन्न थानों के पुलिस अधिकारी और बल तैनात कर दिए गए थे। हर चौक-चौराहे पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी।
सामुदायिक नेतृत्व का अंत
रणजीत कुमार उर्फ दही गोप को दानापुर छावनी परिषद का एक प्रभावशाली और लोकप्रिय नेता माना जाता था। उनकी मौत ने स्थानीय समुदाय में शोक की लहर पैदा कर दी है। उनके नेतृत्व और समाज के प्रति उनके योगदान को लंबे समय तक याद किया जाएगा। दही गोप की अंतिम यात्रा दानापुर के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना के रूप में दर्ज हुई। उनकी मौत ने पूरे क्षेत्र को गमगीन कर दिया। इस मौके पर उमड़े जनसमूह और भारी सुरक्षा व्यवस्था ने उनके प्रभाव और लोकप्रियता को प्रमाणित किया। दही गोप की अंतिम विदाई ने दिखा दिया कि वे न केवल एक नेता थे, बल्कि दानापुर के लोगों के दिलों में एक खास स्थान रखते थे।