महावर गांव में स्व. रामविलास पासवान की प्रतिमा तोड़ने की घटना, दलित समुदाय में आक्रोश
औरंगाबाद

महावर गांव में स्व. रामविलास पासवान की प्रतिमा तोड़ने की घटना, दलित समुदाय में आक्रोश
Report By: Chitranjan Kumar || Date: 05 Feb 2025
औरंगाबाद जिले के दाउदनगर प्रखण्ड के महावर पंचायत स्थित महावर गांव में गुरुवार की रात एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जब असामाजिक तत्वों ने लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के संस्थापक स्व. रामविलास पासवान की प्रतिमा को तोड़कर फेंक दिया। इस घटना के बाद दलित समुदाय के लोग आक्रोशित हो गए और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगे।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय दलित समुदाय के लोग महावर गांव के पास स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-139) को जाम करने पर उतारू हो गए। वे इस घटना के विरोध में सड़कों पर उतर आए और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। हालांकि, जब लोजपा (रामविलास) के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. प्रकाश चंद्रा, जिला अध्यक्ष चंद्रभूषण उर्फ सोनू सिंह और प्रदेश महासचिव प्रमोद सिंह घटनास्थल पर पहुंचे, तो उन्होंने आक्रोशित समुदाय को शांत करने की कोशिश की। इन नेताओं ने आक्रोशितों को समझाया और शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन समाप्त करने का अनुरोध किया।
डॉ. प्रकाश चंद्रा और चंद्रभूषण सिंह ने शासन-प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि असामाजिक तत्वों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि स्व. रामविलास पासवान की प्रतिमा का अनावरण 27 अगस्त 2021 को लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने किया था, और यह प्रतिमा क्षेत्र के दलित समुदाय के लिए एक प्रतीक है। ऐसे में इस तरह की घटनाओं से सामाजिक सौहार्द को नुकसान पहुंचता है।
उन्होंने यह भी कहा कि लोजपा (रामविलास) इस घटना की कड़ी निंदा करती है और प्रशासन से मांग करती है कि आरोपियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाए। साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में ऐसी कोई घटना न घटे, जिससे समाज में असमंजस और तनाव बढ़े।
घटना के बाद दलित समुदाय के लोग पुलिस से आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। इस घटना ने महावर गांव के दलित समाज में गहरी नाराजगी पैदा कर दी है। समाज के लोग लगातार इस मुद्दे पर प्रशासन से कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।
सामाजिक न्याय के लिए संघर्षरत लोजपा के नेताओं का कहना है कि इस घटना से उनके नेता स्व. रामविलास पासवान के योगदान को नुकसान नहीं पहुंच सकता। वे यह विश्वास दिलाते हैं कि इस तरह की घटनाओं को असमाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाकर रोका जाएगा।
समाज में शांति बनाए रखने और असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग के साथ महावर गांव में स्थिति अब सामान्य हो गई है, लेकिन स्थानीय दलित समुदाय की चिंताएं अभी भी बनी हुई हैं।