*BREAKING* CBSE 2025-26 से साल में दो बार आयोजित करेगा 10वीं बोर्ड परीक्षा

CBSE 2025-26 से साल में दो बार आयोजित करेगा 10वीं बोर्ड परीक्षा
Report by: News Era || Date: 25 Feb 2025
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2025-26 शैक्षणिक सत्र से 10वीं की बोर्ड परीक्षा साल में दो बार कराने की योजना को मंजूरी दे दी है। इस फैसले का उद्देश्य छात्रों को अधिक अवसर प्रदान करना और उनकी परीक्षा से जुड़ी चिंता को कम करना है। ड्राफ्ट रेगुलेशन पर सभी स्टेकहोल्डर्स 9 मार्च तक अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं, जिसके बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा।
कैसे होगा एग्जाम शेड्यूल?
CBSE ने प्रस्तावित ड्राफ्ट के अनुसार 10वीं की परीक्षा दो चरणों में आयोजित करने का निर्णय लिया है।
- पहला फेज: 17 फरवरी से 6 मार्च तक।
- दूसरा फेज: 5 मई से 20 मई तक।
दोनों परीक्षाओं के लिए आवेदन शुल्क एक साथ ही लिया जाएगा। शिक्षा मंत्रालय ने 19 फरवरी को CBSE बोर्ड सचिव और अन्य शिक्षाविदों के साथ इस निर्णय पर चर्चा की थी। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने CBSE, NCERT, KVS, NVS और विभिन्न स्कूल अधिकारियों के साथ इस पर मंथन किया था। इस फैसले को जेईई परीक्षा के प्रारूप की तर्ज पर लागू किया गया है, जिसमें छात्रों को साल में दो बार परीक्षा देने का विकल्प मिलता है।
छात्रों के लिए विकल्प
छात्रों को तीन विकल्प दिए जाएंगे:
- वे साल में सिर्फ एक बार परीक्षा दे सकते हैं।
- दोनों परीक्षाओं में शामिल हो सकते हैं।
- यदि किसी विषय में अच्छा प्रदर्शन न कर पाएं, तो दूसरी परीक्षा में उस विषय को दोबारा दे सकते हैं।
इस नई व्यवस्था में छात्रों को परीक्षा के बीच अंतराल कम मिलेगा ताकि दोनों परीक्षाएं समय पर पूरी की जा सकें और जून तक परिणाम घोषित किए जा सकें। इसके चलते परीक्षाएं एक सप्ताह या अधिकतम 10 दिनों में समाप्त करने की योजना पर विचार किया जा रहा है। इस प्रणाली के लागू होने के बाद, पूरक (सप्लीमेंट्री) परीक्षा की जरूरत नहीं होगी।
बेस्ट स्कोर होगा फाइनल
यदि कोई छात्र दोनों परीक्षाओं में शामिल होता है, तो उसके उच्चतम स्कोर को फाइनल माना जाएगा। इसके अलावा, यदि कोई छात्र पहली परीक्षा में सभी विषयों की परीक्षा देता है, तो दूसरी परीक्षा में वह सिर्फ उन विषयों की परीक्षा दे सकता है जिनमें वह अपने अंकों में सुधार करना चाहता है।
12वीं के लिए क्या योजना है?
फिलहाल, यह योजना केवल 10वीं के छात्रों के लिए लागू की जा रही है। CBSE 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए इस प्रणाली को लागू करने पर तभी विचार करेगा जब 10वीं में यह प्रणाली सफल साबित होगी।
ग्लोबल सिलेबस की भी होगी शुरुआत
शिक्षा मंत्रालय ने 2026-27 सत्र से विदेशी स्कूलों के लिए ग्लोबल सिलेबस शुरू करने का भी आदेश दिया है। इस दिशा में CBSE को एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने को कहा गया है।
तेजी से खत्म होंगी परीक्षाएं
CBSE 10वीं बोर्ड परीक्षा को दो सप्ताह में खत्म करने की योजना बना रहा है। अभी तक बोर्ड परीक्षाओं का शेड्यूल एक महीने तक चलता है, जिसमें दो परीक्षाओं के बीच 3 से 10 दिन का अंतराल रहता है। उदाहरण के लिए, 2025 में 10वीं बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी से शुरू होकर 18 मार्च तक चलेगी। नए सिस्टम में इस अवधि को घटाकर परीक्षाएं तेजी से पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है।
इस नई व्यवस्था से छात्रों को बेहतर स्कोर प्राप्त करने के अधिक मौके मिलेंगे और परीक्षा के प्रति उनका तनाव भी कम होगा। CBSE का यह कदम शिक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव लाने वाला साबित हो सकता है।