“भभुआ के जगतपुरा गाँव में भव्य रुद्र महायज्ञ, भक्तिमय माहौल में रामकथा का आयोजन”
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“भभुआ के जगतपुरा गाँव में भव्य रुद्र महायज्ञ, भक्तिमय माहौल में रामकथा का आयोजन”
Report By : Rupesh Kumar Dubey (News Era) || Date : 07 March 2025 ||
भभुआ प्रखंड के जगतपुरा गाँव में रुद्र महायज्ञ का भव्य और दिव्य आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। इस धार्मिक आयोजन का उद्देश्य समाज में शांति, समृद्धि और आध्यात्मिकता का प्रसार करना था। यज्ञ और कथा के दौरान वातावरण श्रद्धा, भक्ति और सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण नजर आया।
महायज्ञ के साथ-साथ रामकथा का भी आयोजन किया गया, जिसे प्रसिद्ध कथा वाचक मोहनानंद महाराज ने प्रस्तुत किया। उनके ओजस्वी प्रवचनों ने भक्तों को भाव-विभोर कर दिया।
जिला परिषद सदस्य विकास सिंह उर्फ लल्लू पटेल
जिला परिषद सदस्य विकास सिंह उर्फ लल्लू पटेल का स्वागत एवं सम्मान
इस भव्य आयोजन में जिला परिषद सदस्य विकास सिंह उर्फ लल्लू पटेल भी सम्मिलित हुए। उन्होंने कथा वाचक मोहनानंद महाराज जी को माला पहनाकर उनका अभिनंदन किया। इसके उत्तर में महाराज जी ने उन्हें अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया, जिससे पूरे माहौल में श्रद्धा और सम्मान की भावना गूंज उठी।
धार्मिक आयोजनों से समाज को मिलते हैं सकारात्मक संदेश
इस शुभ अवसर पर जिला परिषद सदस्य विकास सिंह ने कहा कि यज्ञ और कथा का समाज पर अत्यंत गहरा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा:
“कथा सुनने से हमारे जीवन में सकारात्मकता आती है, और यज्ञ होने से आसपास की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है। इससे समाज में शांति और समृद्धि बनी रहती है। कथा केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि और जीवन में मार्गदर्शन देने का एक माध्यम भी है।”
उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि वे रामकथा के दिव्य संदेशों को अपने जीवन में अपनाएं, जिससे समाज में भाईचारे, प्रेम और नैतिक मूल्यों का विकास हो।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़, भक्ति में डूबा माहौल
यज्ञ और कथा सुनने के लिए सैकड़ों श्रद्धालु दूर-दूर से आए थे। आयोजन स्थल पर भक्तों की भारी भीड़ देखी गई, जो भगवान की भक्ति में लीन थे।
कथा वाचक मोहनानंद महाराज जी ने रामकथा के विभिन्न प्रसंगों को अत्यंत मार्मिक और प्रेरणादायक तरीके से प्रस्तुत किया, जिससे श्रोता भाव-विभोर हो गए। उनके प्रवचनों में धर्म, कर्म, प्रेम, त्याग और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला।
श्रद्धालुओं ने भजन-कीर्तन के माध्यम से भगवान श्रीराम, माता सीता, हनुमान जी और भगवान शिव की भक्ति में लीन होकर भक्ति भाव का परिचय दिया।
ग्रामीणों की ओर से भव्य आयोजन की सराहना
जगतपुरा गाँव के ग्रामीणों ने इस आयोजन को सफल बनाने में बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाई। उन्होंने श्रद्धालुओं के लिए भोजन, प्रसाद और रहने की उत्तम व्यवस्था की, ताकि कोई भी भक्त किसी प्रकार की असुविधा महसूस न करे।
ग्रामीणों के इस प्रयास की सभी ने प्रशंसा की और कहा कि धर्म और आध्यात्मिकता को बढ़ावा देने के लिए ऐसे कार्यक्रम आवश्यक हैं। इससे समाज में धार्मिक चेतना और नैतिक मूल्यों का संचार होता है।
यज्ञ और कथा से समाज में बढ़ती है शांति और समृद्धि
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रुद्र महायज्ञ और रामकथा के आयोजन से न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है, बल्कि इससे पर्यावरण भी शुद्ध होता है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी यह माना जाता है कि यज्ञ के दौरान किए गए हवन से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा फैलती है और इससे मानसिक शांति प्राप्त होती है।
यज्ञ में आहूत सामग्रियों से निकलने वाले औषधीय धुएं से पर्यावरण शुद्ध होता है, जिससे स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
धार्मिक आयोजनों का समाज पर प्रभाव
- यज्ञ और कथा से धार्मिक चेतना और सकारात्मकता का प्रसार होता है।
- समाज में सद्भाव, एकता और प्रेम का संचार होता है।
- आध्यात्मिक गतिविधियों से पर्यावरण शुद्ध होता है।
- युवाओं को संस्कार और नैतिकता का मार्गदर्शन मिलता है।
- सामाजिक मेल-जोल और भाईचारे को बढ़ावा मिलता है।
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण
✔️ रुद्र महायज्ञ का दिव्य आयोजन
✔️ मोहनानंद महाराज द्वारा रामकथा का भावपूर्ण प्रवचन
✔️ जिला परिषद सदस्य लल्लू पटेल का भव्य स्वागत एवं सम्मान
✔️ भक्तों के लिए भव्य प्रसाद और सेवा आयोजन
✔️ गाँव के युवाओं और बुजुर्गों की विशेष भागीदारी
✔️ भजन-कीर्तन और धार्मिक अनुष्ठानों से गूंज उठा माहौल
समाज के लिए एक प्रेरणा
यह धार्मिक आयोजन न केवल श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक ऊर्जा का स्रोत बना, बल्कि इसने समाज में प्रेम, एकता और सद्भाव का भी संदेश दिया।
स्थानीय लोगों ने इस महायज्ञ को गाँव और समाज के लिए शुभ और कल्याणकारी बताया और कहा कि भविष्य में भी इस तरह के धार्मिक आयोजन होते रहने चाहिए।
भभुआ प्रखंड के जगतपुरा गाँव में आयोजित इस रुद्र महायज्ञ और रामकथा ने न केवल श्रद्धालुओं को एक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव प्रदान किया, बल्कि समाज में शांति, समृद्धि और सकारात्मकता का संदेश भी फैलाया।