सड़क दुर्घटना रोकथाम समिति की बैठक “सामूहिक विवाह के बाद सड़क सुरक्षा पर आर-पार की लड़ाई”
AURANGABAD NEWS

सड़क दुर्घटना रोकथाम समिति की बैठक “सामूहिक विवाह के बाद सड़क सुरक्षा पर आर-पार की लड़ाई”
रिपोर्ट: चितरंजन कुमार | न्यूज़ इरा, औरंगाबाद || 10 अप्रैल 2025 ||
औरंगाबाद जिले के ओबरा प्रखंड मुख्यालय स्थित सड़क दुर्घटना रोकथाम समिति के कार्यालय में बुधवार की शाम एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक सड़क दुर्घटना रोकथाम फाउंडेशन चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित की गई, जिसमें संस्था के कोर कमेटी के सदस्य, सामाजिक कार्यकर्ता, युवा प्रतिनिधि एवं क्षेत्रीय स्तर पर कार्य कर रही विभिन्न टीमें शामिल रहीं।
बैठक का उद्देश्य दो प्रमुख बिंदुओं पर केंद्रित रहा — एक ओर जहां आगामी 20 अप्रैल को प्रस्तावित सामूहिक विवाह समारोह को ऐतिहासिक और भव्य रूप से आयोजित करने पर विस्तृत चर्चा की गई, वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय राजमार्ग 139 पर लगातार बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए भावी रणनीति पर गहन विमर्श किया गया।
सामूहिक विवाह को मिलेगा सामाजिक सौहार्द का स्वरूप
बैठक की शुरुआत में समिति के सदस्यों ने 20 अप्रैल को आयोजित होने वाले सामूहिक विवाह कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की। कोर कमेटी के अनुसार, यह कार्यक्रम बेल रोड स्थित वृंदावन वाटिका मैरेज हॉल में सम्पन्न होगा, जिसमें 11 जोड़े वर-वधु सामाजिक रीति-रिवाजों के अनुसार परिणय सूत्र में बंधेंगे।
कार्यक्रम को समाज के सभी वर्गों की सहभागिता के साथ पूर्ण रूप से धर्मनिरपेक्ष, पारंपरिक एवं संस्कृति से ओत-प्रोत रूप में आयोजित किया जाएगा। समिति का उद्देश्य केवल विवाह संस्कार कराना नहीं है, बल्कि एक संदेश देना है कि दहेज मुक्त, व्यय मुक्त एवं समरसता पूर्ण विवाह कैसे समाज में बदलाव का माध्यम बन सकता है।
समिति सदस्य पुष्कर अग्रवाल ने कहा, “हमारा यह प्रयास सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने की दिशा में एक छोटा लेकिन मजबूत कदम है। गरीब, असहाय एवं निम्न आय वर्ग के युवाओं के विवाह के लिए सामूहिक मंच देना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है।”
नवलेश मिश्रा ने कहा कि विवाह कार्यक्रम में वर-वधु को आवश्यक घरेलू सामान, वस्त्र, आभूषण एवं जीवनोपयोगी सामग्री भेंट स्वरूप दी जाएगी ताकि वे नवजीवन की शुरुआत आत्मसम्मान के साथ कर सकें। स्थानीय प्रशासन, जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिक संगठनों से सहयोग की अपील भी की गई है।
राष्ट्रीय राजमार्ग 139 पर बढ़ती दुर्घटनाओं को लेकर जताया गया रोष
बैठक का दूसरा और अत्यंत गंभीर पहलू था — राष्ट्रीय राजमार्ग 139 पर लगातार हो रही दुर्घटनाओं को लेकर गहराता संकट।
समिति के सदस्यों ने एक स्वर में यह चिंता जताई कि राजमार्ग की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है। अतिक्रमण, अव्यवस्थित यातायात, खराब सड़कों, सड़क किनारे अंधेरे, अचिह्नित मोड़ एवं प्रशासनिक उदासीनता के कारण इस मार्ग पर हर सप्ताह कोई न कोई जान गवां रहा है।
सहजानंद कुमार डिक्कू ने कहा, “सरकार करोड़ों रुपये सड़क सुरक्षा अभियान के नाम पर खर्च कर रही है, लेकिन ज़मीनी स्तर पर इसका कोई असर नहीं दिखता। खासकर NH-139 की हालत चिंताजनक है।”
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि जब किसी मंत्री, विधायक या बड़े अधिकारी का काफिला इस मार्ग से गुजरता है, तब विशेष सफाई, ट्रैफिक व्यवस्था और सुरक्षा इंतजाम किए जाते हैं, लेकिन आम नागरिकों को उसी मार्ग पर चलना मौत के साये में जीने जैसा हो गया है।
‘अब चुप नहीं बैठेंगे’ — आंदोलन का ऐलान
बैठक में यह सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि अब सड़क दुर्घटनाओं को केवल सामाजिक चर्चा तक सीमित नहीं रखा जाएगा, बल्कि इसके खिलाफ सड़क पर उतरकर जोरदार आंदोलन छेड़ा जाएगा। समिति ने घोषणा की कि सामूहिक विवाह कार्यक्रम के सम्पन्न होने के बाद, आगामी कुछ दिनों में ही आंदोलन की तारीख घोषित की जाएगी।
यह आंदोलन सड़क दुर्घटना रोकथाम समिति की ओबरा, अम्बा, जम्होर, भरथौली, दाउदनगर, मेंहदीया, अरवल, महबलीपुर एवं नौबतपुर टीमों के संयुक्त नेतृत्व में किया जाएगा। आंदोलन के स्वरूप को चरणबद्ध रखा जाएगा, जिसमें:
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स्थानीय प्रशासन को ज्ञापन सौंपा जाएगा
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जनजागरूकता रैली निकाली जाएगी
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NH-139 पर सांकेतिक प्रदर्शन और मानव श्रृंखला का आयोजन किया जाएगा
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आवश्यकता पड़ने पर चक्का जाम और धरना प्रदर्शन जैसे कड़े कदम भी उठाए जाएंगे
चंदन सिंह ने कहा, “अब समय आ गया है कि सरकार को यह समझाया जाए कि सड़कें केवल राजनेताओं की रैलियों के लिए नहीं, बल्कि आम जनता के जीवन की धड़कन हैं। यदि सड़कें असुरक्षित हैं, तो जीवन भी असुरक्षित है।”
जागरूकता कार्यक्रमों की योजना
बैठक में यह भी प्रस्ताव पारित किया गया कि समिति आगामी दिनों में सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाएगी। इसके तहत:
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विद्यालयों और कॉलेजों में सड़क सुरक्षा पर कार्यशालाएं
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हेलमेट और सीट बेल्ट के उपयोग को लेकर नुक्कड़ नाटक
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चालकों के लिए प्रशिक्षण शिविर
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सड़क संकेतों के सही उपयोग की जानकारी
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सोशल मीडिया अभियान “सेफ रोड्स, सेफ लाइफ” की शुरुआत
मुकेश कुमार ने बताया कि युवाओं को इस मुहिम से जोड़ना अत्यंत आवश्यक है। “आज के युवा कल के नागरिक हैं। अगर उन्हें सही दिशा दी जाए, तो वे न केवल नियमों का पालन करेंगे बल्कि दूसरों को भी जागरूक करेंगे।”
बैठक में रहे ये प्रमुख सदस्य उपस्थित
इस महत्वपूर्ण बैठक में निम्नलिखित प्रमुख सदस्य उपस्थित रहे:
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पुष्कर अग्रवाल
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नवलेश मिश्रा
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चंदन सिंह
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सहजानंद कुमार डिक्कू
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मुकेश कुमार
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गुड्डू सिंह
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आनंद विश्वकर्मा
सभी सदस्यों ने अपनी बात रखी और भविष्य की रणनीति को लेकर प्रतिबद्धता जताई।
ओबरा प्रखंड में आयोजित यह बैठक सामाजिक और प्रशासनिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। एक ओर जहां सामूहिक विवाह कार्यक्रम सामाजिक सौहार्द, समरसता और भाईचारे का प्रतीक बन रहा है, वहीं सड़क सुरक्षा को लेकर शुरू हो रही जनचेतना सरकार को नींद से जगाने का कार्य कर सकती है।
अब देखने वाली बात होगी कि समिति का यह आंदोलन क्या प्रशासन को जिम्मेदारी का एहसास करा पाएगा? और क्या NH-139 पर यात्रा करना आम लोगों के लिए फिर से सुरक्षित हो पाएगा?