दमोह में भगवती मानव कल्याण संगठन की बड़ी कार्रवाई: दो पेटी अवैध शराब जब्त, एक आरोपी गिरफ्तार

दमोह में भगवती मानव कल्याण संगठन की बड़ी कार्रवाई: दो पेटी अवैध शराब जब्त, एक आरोपी गिरफ्तार
जबलपुर नाका क्षेत्र में रात के अंधेरे में हो रही थी अवैध शराब की तस्करी, संगठन की सक्रियता से पुलिस को बड़ी सफलता
Report By: Mahendra Singh Lodi || Date: 15 Apr 2025
दमोह, मध्य प्रदेश।
मध्य प्रदेश के दमोह जिले में भगवती मानव कल्याण संगठन शाखा दमोह के कार्यकर्ताओं ने एक बार फिर नशे के कारोबार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए एक महत्वपूर्ण कार्रवाई को अंजाम दिया है। संगठन के कार्यकर्ताओं ने शनिवार की रात को जबलपुर नाका चौकी क्षेत्र में गश्त के दौरान एक संदिग्ध व्यक्ति को रोककर उसके पास से भारी मात्रा में अवैध शराब बरामद की। आरोपी के पास से दो पेटी ‘लाल मसाला’ ब्रांड की देशी शराब, जो लगभग 200 पाव थी, जब्त की गई। इसके बाद संगठन के सदस्यों ने आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया।
घटनाक्रम विस्तार से
घटना 12 अप्रैल 2025 की है। दिन शनिवार था और समय करीब रात 9:30 बजे। भगवती मानव कल्याण संगठन के कार्यकर्ता नियमित रूप से जिले में अवैध गतिविधियों के विरुद्ध निगरानी रखते हैं। इसी क्रम में जबलपुर नाका चौकी क्षेत्र में संगठन के कुछ कार्यकर्ता भ्रमण कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें एक व्यक्ति मोटरसाइकिल पर कुछ पनियों के साथ संदिग्ध स्थिति में नजर आया। जब उस व्यक्ति को रोका गया और पूछताछ की गई तो वह घबरा गया। शक के आधार पर जब पनियों की तलाशी ली गई, तो उनमें से भारी मात्रा में देशी शराब बरामद हुई।
यह शराब दो पेटियों में पैक थी, जिसमें लगभग 200 पाव ‘लाल मसाला’ ब्रांड की अवैध देशी शराब पाई गई। यह शराब जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध रूप से बेचने के लिए ले जाई जा रही थी।
आरोपी की पहचान
संगठन के कार्यकर्ताओं ने तुरंत उक्त व्यक्ति को पकड़कर जबलपुर नाका चौकी की पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को हिरासत में लिया। पूछताछ में आरोपी की पहचान गजेंद्र यादव, निवासी धर्मपुरा वार्ड नंबर 39, दमोह के रूप में हुई है। पुलिस ने उसके खिलाफ आबकारी अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया और उसे थाने ले जाया गया।
संगठन की भूमिका सराहनीय
भगवती मानव कल्याण संगठन, दमोह जिले में समाजसेवा और जनकल्याण के लिए जाना जाता है। संगठन लगातार अवैध गतिविधियों, नशे के कारोबार, भ्रष्टाचार और सामाजिक बुराइयों के खिलाफ अभियान चलाता रहा है। हाल के दिनों में संगठन की सक्रियता के चलते दमोह जिले में अवैध शराब के कारोबार पर कुछ हद तक लगाम लगी है।
इस घटना के बाद संगठन के जिला संयोजक और अन्य कार्यकर्ताओं ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे आगे भी इसी प्रकार जिले को नशा मुक्त और अपराध मुक्त बनाने के लिए कार्य करते रहेंगे। उन्होंने प्रशासन और पुलिस से भी आग्रह किया कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाए ताकि तस्करों के हौसले पस्त हों।
पुलिस की प्रतिक्रिया
जबलपुर नाका चौकी प्रभारी ने बताया कि संगठन द्वारा दी गई सूचना और कार्रवाई की सराहना की जानी चाहिए। यदि इस प्रकार नागरिक सहयोग करें तो जिले को अवैध गतिविधियों से पूरी तरह मुक्त किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है और यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि वह शराब कहां से लेकर आ रहा था और किन-किन क्षेत्रों में इसकी सप्लाई करता था।
स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में संगठन के प्रति सराहना और भरोसे की भावना और मजबूत हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि संगठन के कार्यकर्ता जमीन पर उतरकर जिस तरह से काम कर रहे हैं, वह प्रशासन के लिए भी प्रेरणादायक है। लोगों ने यह भी कहा कि अवैध शराब की वजह से युवाओं में नशे की लत बढ़ रही थी, लेकिन इस तरह की कार्रवाइयों से अब उन्हें राहत मिल रही है।
सामाजिक प्रभाव
अवैध शराब न केवल कानून व्यवस्था के लिए खतरा है, बल्कि समाज के लिए भी एक गंभीर समस्या है। इससे युवाओं का भविष्य खराब होता है, घरेलू हिंसा बढ़ती है, और अपराधों में इजाफा होता है। ऐसे में जब कोई संगठन या समाजसेवी संस्था इस दिशा में काम करती है तो उसका व्यापक प्रभाव देखने को मिलता है।
दमोह में भगवती मानव कल्याण संगठन की यह सक्रियता अन्य संगठनों और नागरिकों के लिए भी प्रेरणा बन सकती है। यदि हर जिले में इस तरह की निगरानी और जन-सहयोग हो तो राज्य को नशामुक्त बनाना कोई असंभव कार्य नहीं रहेगा।
आगे की रणनीति
संगठन ने ऐलान किया है कि यह केवल एक शुरुआत है। आने वाले समय में संगठन द्वारा विशेष अभियान चलाया जाएगा, जिसमें गांव-गांव जाकर नशा मुक्ति को लेकर जनजागरण किया जाएगा। साथ ही हर थाने और चौकी स्तर पर निगरानी टीम बनाई जाएगी जो अवैध शराब और अन्य मादक पदार्थों की तस्करी पर नज़र रखेगी।
दमोह जिले में भगवती मानव कल्याण संगठन की सक्रियता और जागरूकता के चलते एक बार फिर एक बड़ी अवैध शराब की खेप पकड़ी गई है। यह घटना न केवल पुलिस और संगठन के बीच बेहतर तालमेल का उदाहरण है, बल्कि समाज को भी यह संदेश देती है कि यदि नागरिक और संगठन मिलकर प्रयास करें तो किसी भी सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म किया जा सकता है।
दमोह जैसे जिलों में जहां अभी भी कई क्षेत्रों में नशे का कारोबार सक्रिय है, ऐसे संगठनों की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस दिशा में और क्या कदम उठाता है और किस हद तक संगठन के प्रयासों को सहयोग प्रदान करता है।